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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। रायपुर जून से राज्यों को सेंट्रल जीएसटी से क्षतिपूर्ति राशि मिलनी बंद हो जायेगा। इसे देखते हुए भूपेश सरकार ने राज्य के वाणिज्यिक कर विभाग को इस वर्ष दो हजार करोड़ का टैक्स अधिक वसूलने का लक्ष्य दिया हैं। विभाग को इस साल 16 हजार करोड़ रूपए वसूलना होगा। विभाग के सूत्रों ने बताया कि अप्रैल से प्रयास शुरू कर दिए थे लक्ष्य को प्राप्त करने। इसके नतीजे भी अच्छे मिले। वित्त वर्ष के पहले ही महीने में विभाग के मंथली टारगेट से करीब 40 प्रतिशत की अधिक वसूली की।
सूत्रों ने बताया कि विभाग सरकार से मिले निर्देशों के मुताबिक कारोबारियों पर छापे मारने के बजाए उनके द्वारा जमा किए गए जीएसटी रिटर्न की जांच कर टैक्स की अंतर राशि वसूलने की कार्यवाही कर रहा है।
बीते वित्त वर्ष में 12 फीसदी की ग्रोथ रही
बताया गया है कि 21-22 के इौरान मिले कर राजस्व वसूली के लक्ष्य को विभाग ने 11 से 25 फीसदी हासिल कर लिया है। सरकार ने 15 हजार करोड़ का लक्ष्य दिया था जिसमे से 14891 करोड़ की वसूली की गयी। 109 करोड़ कम मिले लेकिन टैक्स रेवेन्यू की ग्रोथ 20 प्रतिशत अधिक रही । कम वसूली के पीछे अफसरों का कहना है कि सरकार ने बजट में तय लक्ष्य के तहत टारगेट दिया गया था। इसके बावजूद बीते 10 सालों में यह रिकार्ड वसूली रही है। 21-22 के दौरान वसूले गए 14891 करोड़ में से 60.23 करोड़ रूपए जीएसटी क्षतिपूर्ति और बैंक-टू-बैंक लोन के है। शेष कर वसूली है। 20-21 मे भी विभाग ने 11500 करोड़ के लक्ष्य से अधिक 12380 करोड़ रूपए वसूले थे।
केंद्रीय जीएसटी में भी 21.42 फीसदी ग्रोथ
वित्त वर्ष के पहले ही माह में उधर छत्तीसगढ़ से केंद्रीय जीएसटी की वसूली भी रिकार्ड स्तर पर रही। अपै्रल 21 मे जहां 1061 करोड़ रूपए उगाहे गए थे तो अपै्रल तक 22 में 1288 करोड़ रूपए मिले है। किसी वित्त वर्ष के पहले ही माह में 21.42 प्रतिशत की वृद्धिके साथ 288करोड़ इनपुट अैक्स की चोरी एवं कारोबारियों पर मारे गए छापे कारण रहे।
वैट में कमी न कर कमाए 5371करोड़
पेट्रोलियम पदार्थो पर लिए जा रहे वैट में कमी को लेकर बीते वित्त वर्ष में खूब राजनीति हुई। लेकिन राज्य सरकार ने इसमें कमी नहीं की क्योंकि उसका कहना है कि प्रचलित वैट की दरे देश में सबसे कम है। पेट्रोल डीजल पर लिए जा रहे वैट से सरकार ने 5379 करोड़ रूपए हासिल किए है। वर्ष 20-21 में 4179 करोड़ वैट मिला था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। सीएम भूपेश बघेल ने मंगलवार को यहां कहा कि केंद्र सरकार की कोयला नीति असफल रही है। केंद्र की नीति का खामियाजा पूरा देश भुगत रहा है। उन्होंने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह पर भी तीखे वार किए।
सरगुजा रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा में सीएम श्री बघेल ने कहा कि केंद्र की कोयला नीति असफल रही है। गर्मी के सीजन में यात्री परेशान है, लेकिन उन्होंने रेल बंद कर दी, सबसे सस्ता यातायात का साधन ट्रेन था, जिसे उन्होंने बंद कर दिया। क्या यह रेल बंद करने वाले हैं? सवाल इस बात का है, इन्होंने जो कोयले की नीति बनाई है उसे पूरा देश भुगत रहा है।
भाजपा में मोदी के चेहरे पर चुनाव लडऩे को लेकर कहा कि रमन सिंह ने खुद को सीएम पद के लिए एक छोटा सा चेहरा बता दिया था। अब वो कह रहे हैं कि मोदी बड़ा चेहरा है। जबकि प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी कह रही हैं कि सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया जाएगा।
भाजपा द्वारा वायरल किए जा रहे वीडियो को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि ‘वह महिला अपनी बात कर रही थी, वो दु:खी थी, अपनी पीड़ा बता रही थी, मुझे उस वक्त डांटना नहीं चाहिए. इस बात का मुझे दु:ख है, लेकिन बीजेपी के लोग इस तरह का वीडियो अपलोड कर निम्न स्तर की राजनीति कर रही है. वे अपनी पोजीशन बचाने के लिए बदनाम करने की साजिश रचते हैं।
छुट्टी पर बच्चों के स्कूल जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल जाऊंगा तो बच्चे मिलने आएंगे ही, बच्चो के परिजनों से मिल रहा हूं. आम के बगीचे, साल वृक्ष के नीचे बैठ रहे हैं. हमारा दौरा सामान्य है, जब रमन सिंह का दौरा होता था तो उनके दौरे में ही अरबों करोड़ों रुपए फूंक दिए जाते थे. हमारी योजनाओं से जनता काफी खुश है।
कृष्ण कुंज को लेकर भाजपा के बयान पर सीएम का पलटवार
सीएम बघेल ने कहा कि इनको अपनी चिंता सता रही है, पीपल बरगद के पेड़ गांव में ही देखने को मिलते हैं, जिसका विस्तार होना चाहिए, इससे भाजपा को क्या तकलीफ है. ये वोट के लिए भगवान को मानते हैं और चुनाव के समय में जय श्री राम बोलते हैं. भगवान राम के मंदिर को लेकर काफी समय से केस चल रहा था. इन्हे लगा कि वोट मिल सकता है तब ये लोग आगे आए. संतोष पांडेय बताए कि 15 साल में इन्होंने राम वन पथ गमन का विकास क्यों नहीं किया। राम कृष्ण शिव हमारे जनजीवन में रचे बसे हैं भाजपा हमें ना सिखाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। बच्चे के जन्म के साथ समय-समय पर उसका टीकाकरण करवाना आवश्यक है। नियमित टीकाकरण न करवाने वाले बच्चे जानलेवा बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। जन्म से लेकर 16 साल तक की उम्र तक बच्चे के लिए हर टीका बहुत जरूरी है, क्योंकि यह उसे कई गंभीर बीमारियों से बचाता है।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. वी.आर. भगत ने बताया कि सम्पूर्ण टीकाकरण शिशुओं के जीवन और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। अपने शिशुओं को सभी टीके लगवाकर हम अपने समुदाय के सबसे अधिक जोखिमग्रस्त सदस्य नवजात शिशु की सुरक्षा करते हैं। उन्होंने बताया कि एक समय हजारों बच्चों की जान लेने वाली बीमारियां जैसे पोलियो, स्मॉल पॉक्स आदि का उन्मूलन टीकाकरण के कारण किया जा सका है। आज टीकाकरण के कारण ही बच्चों में होने वाली अन्य बीमारियां भी उन्मूलन के कगार पर हैं।
गर्भवती महिलाओं को भी टीडी के दो टीके गर्भधारण के तुरंत बाद तथा उसके एक महीना बाद लगाया जाता है।
बच्चे की उम्र के अनुसार ऐसे लगवाएं टीके
शिशुओं को जन्म पर बीसीजी, ओपीवी-0, हेपेटाइटिस-बी-0 का टीका लगाया जाता है। 6 हफ्ते या डेढ़ महीने का होने पर शिशु को ओपीवी-1, रोटा-1, एफआईपीवी-1, पेंटावेलेंट-1 और पीसीवी-1 का टीका लगाया जाता है। वहीं 10 हफ्ते या ढाई महीने में ओपीवी-2, रोटा-2, पेंटावेलेंट-2 का टीका, 14 हफ्ते या साढ़े तीन महीने में ओपीवी-3, रोटा-3, एफआईपीवी-2, पेंटावेलेंट-3 और पीसीवी-2 का टीका, नौवें महीने में एमआर-1, पीसीवी-बूस्टर, विटामिन-्र की प्रथम खुराक, 16-24 महीने में डीपीटी बूस्टर-1, ओपीवी-बूस्टर, एमआर-2, विटामिन-्र की द्वितीय खुराक एवं 5-6 साल में डीपीटी-बूस्टर-2, 10 साल एवं 16 साल की उम्र में टीडी का टीका लगाया जाता है।
सभी टीके शासकीय चिकित्सालयों में नि:शुल्क लगाए जाते हैं।
डॉ. भगत ने बताया कि टीकाकरण शिशुओं को टीबी, पोलियो, रोटावायरस दस्त, काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी, खसरा, हिब-निमोनिया और मेनिनजाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों से बचाता है। टीका लगने के बाद शिशुओं को स्तनपान कराया जा सकता है। टीका लगे स्थान पर यदि सूजन हो तो उस पर ठंडे पानी की पट्टी रख सकते हैं। बीसीजी के टीका वाले स्थान पर डेढ़ से दो माह में छोटा सा फफोला होता है, इससे घबराएं नहीं। टीका लगाने के बाद किसी भी प्रकार की एलर्जी हो या बुखार आए तो स्वास्थ्य कार्यकर्ता या डॉक्टर के परामर्श से दवाइयां ले सकते हैं।
चुना भट्टी लूटकांड का खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। चुना भट्टी एक्सप्रेस वे में रविवार को कैशियर आकाश यादव से दस लाख रुपये की लूट का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। आकाश यादव ने ही कर्ज के तनाव में लूटकांड की झूठी कहानी गढ़ी थी। उसने अपने मालिक के पैसे गबन करने की सोची थी और इसी में अपने नाबालिग भतीजे को शामिल कर लिया। मनगढ़त कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि लूट की सूचना देने के कुछ घंटे में ही पुलिस ने पूरा मामला सुलझा लिया।
सोमवार को आकाश यादव और उसके नाबालिग भतीजे की गिरफ्तारी करने के साथ उनके पास से नौ लाख रुपये बरामद किया गया। गायब रकम में से भतीजे ने एक लाख रुपये किसी का कर्ज चुकाने की बात कही। सिविल लाइंस स्थित कंट्रोल रूम में एएसपी तारकेश्वर पटेल ने मामले का खुलासा किया। एएसपी ने बताया कि 9 मई को मामला प्रकाश में आया था। सुबह करीब 11 बजे आकाश ने दो लोग आकर गाड़ी रूकवा लिए थे इसके बाद तीसरा शख्स भी आ धमका। तीनों ने डिक्की में रखे नोटों के बंडल लूटे। मौके से फरार होने के बाद आकाश ने थाना आकर सूचना दर्ज कराई। इस पूरी कहानी को गंभीरता से लेकर पुलिस टीम ने जांच पड़ताल तेज की। बारिकी छानबीन करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले। कहीं भी लुटेरों के फरार होने या फिर संदिग्धों का पता नहीं चला। जब आकाश को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया, तब उसने झूठी कहानी का खुलासा किया। एएसपी का कहना है आरोपी पर बहुत लोगों का कर्जा है। उसने मार्केट में लोगों ने पैसे लिए हुए हैं। कर्ज चुकाने का दबाव बनाने की वजह से वह परेशान था। अपने मालिक कान्हा शर्मा के पैसे गबन करने की प्लानिंग की। इसके बाद लूट होना कहकर झूठी रिपोर्ट लिखाने पहुंचा।
रुपयों के लिए दोस्त से दगाबाजी
आरोपी आकाश अपने मालिक कान्हा बाजारी का पुराना दोस्त है। पुलिस के बताए अनुसार आकाश ने रुपये हड़पने के लिए अपने मालिक से ही दगाबाजी करने की सोची। आरोपी आकाश यादव ने पूछताछ में बताया कि वह कान्हा बजारी का बचपन का मित्र है तथा उसके साथ विगत 05 वर्षो से राधे कृष्णा रियल स्टेट डेवल्पर्स कम्पनी गुढियारी में कैशियर का काम करता आ रहा है। जिसे रुपयों को लाने ले जाने की पूरी जिम्मेदारी दी गई थी। इसी का फायदा उठाने की सोचकर घटना को अंजाम दिया।
नाबालिग के बताए ठिकाने से कैश जब्त
पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपी नाबालिग की निशानदेही पर उसके घर से नगदी नौ लाख रुपये बरामद किया गया। इसके साथ ही उसका मोबाइल फोन भी बरामद किया। जिसमें कॉल डिटेल के आधार पर कडिय़ां सुलझाने के लिए पुलिस ने अहम सबूत भी जुटाए। आरोपी नाबालिग ने एक लाख रुपये कहां चुकाए अब पुलिस इसकी पतासाजी कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार बस्तर संभाग में रेशम पालन तथा कोसा उत्पादन करने वाले आदिवासी-वनवासी कृषकों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इसके तहत रैली कोसा का क्रय अब समर्थन मूल्य पर छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा किया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विगत दिवस चालू वित्तीय वर्ष के बजट भाषण में बस्तर में रेशम मिशन प्रारंभ करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के पालन में राज्य सरकार ने चालू वर्ष से लघु वनोपज संघ के माध्यम से कोसा कोकून न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने का निर्णय लिया है। इस संबंध में आदेश लघु वनोपज संघ ने आज जारी कर दिए हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बस्तर संभाग में इसके समर्थन मूल्य पर संग्रहण के लिए क्रय दर निर्धारित किया गया है। इसके तहत रैली कोसा साबुत ग्रेड-1 में प्रति नग शेल भार 2.5 ग्राम के लिए 4.20 रूपए, ग्रेड-2 में प्रति नग शेल भार 2-2.49 ग्राम के लिए 3.60 रूपए तथा ग्रेड-3 में प्रति नग शेल भार 1.4-1.99 ग्राम के लिए 2.80 रूपए और रैली कोसा-पोली ग्रेड-1 में प्रति नग शेल भार 2.5 ग्राम के लिए 1.50 रूपए, ग्रेड-2 में प्रति नग शेल भार 2-2.49 ग्राम के लिए 1.25 रूपए तथा ग्रेड-3 में प्रति नगर शेल भार 1.4-1.99 ग्राम 0.70 रूपए निर्धारित है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि शासन के इस महत्वपूर्ण निर्णय से अब रैली कोसा के उत्पादन और प्रसंस्करण का दोहरा लाभ स्थानीय निवासियों को मिलेगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा राज्य में रैली कोसा के स्थानीय प्रसंस्करण को बढ़ाते हुए स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाने के लिए भी निर्देशित किया गया है। इसके तहत राज्य लघु वनोपज संघ तथा रेशम संचालनालय के बीच एम.ओ.यू. हुआ है। इसके अनुसार लघु वनोपज संघ द्वारा क्रय किया गया कोकून रेशम विभाग को प्रदाय किया जाएगा। रेशम विभाग द्वारा बस्तर संभाग में 740 हितग्राहियों का चयन करके उन्हें रेशम धागाकरण का प्रशिक्षण देना भी प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में 8 से 10 करोड़ रैली कोसा-कोकून का उत्पादन होता है। रैली कोसा संग्रहण कार्य मुख्य रूप से 07 जिला यूनियन जगदलपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोण्डागांव, केशकाल, नाराणपुर तथा कांकेर में होता है।
बचपन में एक पैर गंवाते ही पहाड़ों की चढ़ाई का सपना देखती थी
एवरेस्ट से लौटे पर्वतारोहियों से ‘छत्तीसगढ़’ की बातचीत
टिकेश यादव
रायपुर, 10 मई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। एक पैर से विकलांग नन्हीं चंचला सोनी ने माउंट एवरेस्ट फतह कर अपने सपने को साकार कर लिया है। छत्तीसगढ़ की 14 वर्ष की बेटी ने एवरेस्ट के बेस कैंप तक चढ़ाई कर इतिहास रचा है। बचपन में ही दुर्घटना में अपना एक पैर गवां चुकी है, स्कूल में दूसरे बच्चों को खेलते-कूदते देखती थी, दूसरे बच्चों से अलग अब बैसाखी ही उसका सहारा बना, बचपन से ही कुछ कर गुजरने की तमन्ना रखने वाली धमतरी जिले के रुद्री ग्राम में रहने वाली चंचला सोनी ने अपनी कमजोरियों को ताकत बनाकर बैसाखी के सहारे माउंट एवरेस्ट की ऊंची चोटियां चढऩे का साहस दिखाया और इतिहास रच दिया।
चंचला सोनी ने बताया कि बचपन से मेरा ऊंची पहाडिय़ों में चढऩे का सपना था जो आज पूरा हुआ। मिशन इंक्लुजन की टीम और इसके लीडर चित्रसेन साहू सर के सहयोग से टीम से जुडऩे का मौका मिला।
एवरेस्ट ट्रेकिंग में मुश्किलें बहुत थी लेकिन कुछ कर गुजरने की चाह भी मन में थी। जब हम एवरेस्ट हिल के लिए नेपाल पहुंचे तो देखा की वहां का माहौल बहुत अलग है। चारों तरफ बर्फ और ऊंची-ऊंची पहाडिय़ां थी पहले तो देख कर ऐसा लगा कि चढ़ाई नामुमकिन है। जब हमने चढ़ाई शुरू की तब बहुत ही अच्छा लग रहा था। कुछ ऊपर जाने के बाद मानो सांसे थम सीं गई। ऊंची बर्फीली चट्टानें ऊपर से बर्फ बारी हो रही थी, नीचे देखकर डर लगने लगा था कहीं फिसले तो सीधा नीचे, वहां काफी ठंड थी। हाथ-पैर जमने लगे थे, बर्फ के सफेद चादर और धुंध में रास्ता साफ नजर नहीं आ रहा था और आगे ऊपर जाने के बाद ऑक्सीजन की कमी होने लगी थी। सबकी सांसें फूलने लगी थी। मेरा बैसाखी के सहारे चलना मुश्किल हो गया था। अब आगे का सफर हाथों से करते रहे और जब हम मंजिल पर पहुंचे तो सभी के चहरे खिल उठे।
कु. रजनी जोशी ने भी अपने अनुभव साझा किया। रजनी पैराजुडो और पैरास्विमिंग की खिलाड़ी है। उसने बताया कि हमारी टीम ने दस दिनों की लम्बी-लम्बी चढ़ाई के बाद माउंट एवरेस्ट के बेस कैम्प तक पहुंचे। लगा मानो दुनिया फतह कर ली। बर्फीली पहाडिय़ां और चट्टानों पर चढऩा बहुत ही मुश्किलों भरा और थका देने वाला था।
चित्रसेन साहू जिसे रोबोट मैन के नाम से भी जाना जाता है वह अपने दोनों पैर गवां चुके हैं और अब कृत्रिम पैरों के सहारे ही चलते हैं। उन्होंने टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए मिशन इंक्लूजन को सफल बनाया विकलांगता को पीछे छोड़ माउंट एवरेस्ट की कठिन चढ़ाई कर टीम को एवरेस्ट के बेस तक पहुंचाया।
साहू ने बताया कि रायपुर के इस टीम में व्यवसायियों से लेकर बच्चियों ने भी हिस्सा लिया जिसमें चंचला सोनी, रजनी जोशी, निक्की बजाज, परमेंद्र चंद्राकर, अशुतोष, राघवेन्द्र, अनवर, और गुनजन कुमार सिन्हा और साथियों की टीम ने एवरेस्ट फतह करने का प्लान किया, जिसमें टीम की सबसे छोटी उम्र की चंचला सोनी छत्तीसगढ़ की पहली बेटी है, जिसने विकलांगता और कमउम्र में एवरेस्ट फतह करने की ठानी, चंचला के हौसले को देखकर चित्रसेन साहू ने साल भर उसे ट्रेनिग के लिए रोज गंगरेल के पास 12 किलोमीटर तक चलाया, और ट्रैकिंग का अनुभव दिया। साल भर की मेहनत का फल है कि आज चंचला एवरेस्ट के बेस कैंप पर पहुंचकर छत्तीसगढ़ में इतिहास रचा है।
रायपुर, 9 मई। राजधानी में बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल को बदले जाना राजनीतिक दलों को रास नहीं आ रहा है. ऐसे में उठ रहे विरोध के स्वर के बीच भाजयुमो ने कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव कर कलेक्टर और एसपी से अपनी बात कही. विरोध-प्रदर्शन के बीच सुरक्षा के लिहाज से परिसर में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था.
भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने प्रशासन के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि शहर के बीचों-बीच जनता को धरना देने का अधिकार है. राज्य की जनता को शहर के दूर भेजकर उनके अधिकारों को छीनने का प्रयास किया जा रहा है. राज्य शासन और जिला प्रशासन के निर्णय का हम विरोध करते है. भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अमित साहू के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव किया है. रायपुर कलेक्टर के साथ बैठकर सार्थक बातचीत हुई है. कलेक्टर ने 500-1,000 तक की भीड़ में बूढ़ा तालाब धरना स्थल और 5-10 की भीड़ वाले प्रदर्शन को हिंद स्पोर्ट्स मैदान में करने की बात कही है. इस विषय पर जल्द आदेश निकालने का आश्वाशन भी कलेक्टर ने दिया है.
रायपुर, 9 मई। छत्तीसगढ़ के पावर प्लांटों के लिये कोयले की रेक नहीं उपलब्ध करवाने के केंद्र के रवैये का कांग्रेस ने विरोध जताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विद्युत उत्पादन इकाईयों के सामने कोयले का संकट पैदा हो गया है। मोदी सरकार कोयला खदानों से संयंत्रों तक कोयला पहुंचाने के लिये रेक नहीं दे रहा है। भारत की सर्वाधिक कोलरियां हमारे यहां है। छत्तीसगढ़ से देश भर में कोयला जा रहा है। केंद्र सरकार देश के दूसरे राज्यों में कोयला परिवहन के लिये भरपूर मात्रा में रेलवे के वैगन दे रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ के विद्युत उत्पादन इकाईयों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोयला प्रचुर मात्रा में है और छत्तीसगढ़ से कोयला देश के कई राज्यों को जाता है, उसके बावजूद मोदी सरकार के अन्यायपूर्ण रवैये के कारण प्रदेश में पहली बार कोयला संकट जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। छत्तीसगढ़ के कोयले पर पहला अधिकार छत्तीसगढ़ वासियों का है। एसईसीएल लगातार कोयला उत्पादन बढ़ा रहा है मगर उसके बावजूद उसमें से ज्यादातर कोयले की आपूर्ति प्रदेश के बाहर की जा रही है। मोदी सरकार के षडयंत्र पूर्ण रवैये के कारण प्रदेश के पावर प्लांटों के पास अधिकतम 10 दिन का कोयला ही बचा हुआ है। मोदी सरकार द्वारा प्रायोजित ढंग से छत्तीसगढ़ के साथ की जा रही कोयले की इस लूट के कारण छत्तीसगढ़ में बहुत जल्दी बिजली और कोयले का संकट निर्मित हो सकता है। भारत विश्व के पांचवें नंबर का कोयला उत्पादक देश है जिसके पास 319 अरब टन कोयला के भंडार हैं।
रायपुर, 09 मई। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के विकासखण्ड मरवाही के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला लिटिया में पदस्थ शिक्षक विनोद कुमार राय (एलबी) के विरूद्ध पास्को एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध होने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
यह कार्यवाही संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही से इस संबंध में मिले प्रस्ताव पर की गई है। निलंबन अवधि में शिक्षक विनोद कुमार राय (एलबी) का मुख्यालय विकाखण्ड शिक्षा अधिकारी मरवाही निर्धारित किया गया है।
रायपुर, 9 मई। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बूढ़ा तालाब धरना स्थल को बदल कर नया रायपुर में किए जाने पर कहा कि 20 किलोमीटर दूर धरना स्थल को परिवर्तित करने का आदेश पूरी तरह तानाशाही पूर्ण है। संगठन के लोगों के कार्यों की समीक्षा करके संगठन को मजबूत करने के लिए प्रभारियों का नाराजगी व्यक्त करना स्वाभाविक है। पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने अपना आपा खो दिया है, जनता की बातों को सुना नहीं जा रहा है। अब मुख्यमंत्री का चेहरा नायक का नहीं खलनायक का सामने आ गया है। गौठान के लिए डीएफओ का सस्पेंड होना इससे ज्यादा मजाक और क्या है। छत्तीसगढ़ के कोयला खदानों को ठेके पर देकर व अपने लोगों को उपकृत करके सरकार चल रही है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा पीएम मोदी हैं। भाजपा अब भाजपा के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी, किसी व्यक्ति के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ेगी।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी एस सिंहदेव की पहल से चिकित्सा महाविद्यालयों में चिकित्सक, फैकेल्टी मेंबर समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों पर पदस्थापना पूरी
रायपुर 09 मई । प्रदेश में बढ़ती स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी एस सिंहदेव के प्रयासों से जूनियर रेसीडेण्ट, सीनियर रेसीडेण्ट, रजिस्ट्रार, प्रदर्शक, सहायक प्राध्यापक के पदों को मिलाकर कुल 765 पदों पर नियुक्ति गई है। जिसमें चिकित्सा शिक्षा विभाग अंतर्गत चयनित चिकित्सकों का विभागवार विवरण इस प्रकार है कि जूनियर रेसीडेण्ट अंतर्गत मेडिसिन 54 पद, शिशु रोग 27 पद, टीबी एंड चेस्ट 16 पदों, एवं चर्म एवं रतिज रोग 24 पद, मनोरोग 20 पद, सर्जरी 32 पद, अस्थि रोग 24 पद, ईएनटी 13 पद, नेत्ररोग 15 पद, प्रसूति एवं स्त्री रोग 18 पद, निश्चेतना 14 पद, रेडियोडायग्नोसिस 08 पद, पैथोलॉजी 01 पद, फॉरेंसिक मेडिसिन 01 पद, थोरेसिक सर्जरी 03 पद, रेडियोथैरेपी 07 पद, इमरजेंसी मेडिसिन 09 पद फिजिकल रिहेबिलिटेशन 01 पद, कार्डियोलॉजी 03 पद, ब्लड बैंक 02 पदों के साथ कुल मिलाकर 292 पदों पर जूनियर रेसीडेण्ट की चयन प्रक्रिया के बाद अधिकांश पदों पर पदस्थापना भी पूरी कर ली गई है।
इसके साथ ही सीनियर रजिस्ट्रार में मेडिसिन 02 पद, चर्म एवं रतिज रोग 01 पद, सर्जरी 03 पद, प्रसूति एवं स्त्री रोग 01 पद, निश्चेतना 04 पद, रेडियोडायग्नोसिस 02 पद रेडियोथेरेपी 02 पद और अस्थि रोग के 03 पदों के साथ कुल 18 पदों पर चयन प्रक्रिया और अधिकांश की पदस्थापना पूरी हो चुकी है। रजिस्ट्रार में रेडियोलोजी 03 पद, मेडिसिन 02 पद, शिशुरोग 02 पद, टीबी एंड चेस्ट 01 पद, मनोरोग 02 पद, सर्जरी 02 पद, अस्थि रोग 03 पद, ईएनटी 01 पद प्रसूति एवं स्त्रीरोग 01 पद, निश्चेतना 03 पद, रेडियोडायग्नोसिस 03 पद, रेडियोथैरेपी 04 पद, यूरो सर्जरी 02 पद, थोरेसिक सर्जरी 01 पद के साथ 30 पदों पर चयन प्रक्रिया एवं अधिकांश पदों पर पदस्थापना भी पूरी कर ली गई है। प्रदर्शक में पदों का विवरण इस प्रकार है कि एनाटॉमी 16 पद, फिजियोलॉजी 16 पद, बायोकेमेस्ट्री 17 पद, फार्मोकोलॉजी 17 पद, माइक्रोबायोलॉजी 15 पद, फॉरेंसिक मेडिसिन 08 पद, कम्युनिटी मेडिसिन 21 पद, चर्म एवं रतिज रोग 01 पद, शिशु रोग 01 पद, निश्चेतना 01 पद, नेत्र रोग 01 पद, प्रसूति एवं स्त्री रोग 01 पद, रेडियोडायग्नोसिस 01 पद, रेडियोथैरेपी 01 पद के साथ कुल 117 पदों में से अधिकांश पदों पर पदस्थापना भी पूरी कर ली गई है।
इसी प्रकार सहायक प्राध्यापक में मेडिसिन 10 पद, शिशु रोग 18 पद, फॉरेंसिक मेडिसिन 03 पद, रेडियोथैरेपी 02 पद, कम्युनिटी मेडिसिन 07 पद, मनोरोग 02 पद, रेडियोडायग्नोसिस 01 पद, टीबी एंड चेस्ट 05 पद, चर्म एवं रतिज रोग 03 पद, ईएनटी 12 पद, अस्थि रोग 07 पद, फिजियोलॉजी 02 पद, सर्जरी 09 पद, इमरजेंसी मेडिसिन 01 पद, नेत्ररोग 06 पद, निश्चेतना 06 पद, फार्माकोलॉजी 04 पद, प्रसूति एवं स्त्री रोग 06 पद, एनाटामी 07 पद, पैथोलॉजी 06 पद, माइक्रोबायोलॉजी 05 पद, स्टेटिशिशन 01 पद, एपिडेमियोलॉजी 01 पद, बायोकेमेस्ट्री 01 पद के साथ कुल 125 पद पर पदस्थापना की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत चयनित विशेषज्ञ चिकित्सकों का विवरण इस प्रकार है कि सर्जरी 19 पद, निश्चेतना 15 पद, स्त्री रोग 32 पद, मनोरोग 03 पद, अस्थि रोग 19 पद, शिशु रोग 53 पद, रेडियोलॉजिस्ट 03 पद, एपिडेमियोलॉजी 01 पद, चर्म एवं रतिज रोग 01 पद, क्लिनिकल बायोकेमिस्ट 01 पद, क्लिनिकल पैथोलॉजिस्ट 01 पद और मेडिसीन 35 पदों के साथ कुल 183 पदों पर चयन प्रक्रिया के पश्चात पदस्थापना की प्रक्रिया की जा रही है।
पंपों में दो से पांच सौ लीटर की बढ़ोतरी का दबाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। शहर में एक तरफ जहां पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं लेकिन इसके साथ ही पंपों में इसकी डिमांड भी तेजी से बढ़ गई है। जिस तरह से ईंधन की खपत में वृद्धि हुई है इस हिसाब से प्रत्येक पेट्रोल पंपों पर 200 से 300 लीटर ईंधन की डिमांड अब डिपो से है। पंपों के टैंक में 30 फीसदी ज्यादा ईंधन की जरूरत पड़ गई है। इसके लिए डिपो में सुबह से लंबी कतारें लगने लगी है। एक करीबी सूत्र के मुताबिक मंदिर हसौद डिपो में सुबह से गाडिय़ों की कतारें लगने के बाद अब एंट्री भी काफी देरी से हो रही है ऐसे में पंपों के लिए सप्लाई पर भी असर पड़ रहा है। कई बार ऐसी नौबत भी जब ईंधन पर्याप्त नहीं हो पाने के कारण पंप अचानक से बंद करने पड़ रहे हैं। ईंधन कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि गाडिय़ों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है। लॉक डाउन हटने के बाद से इन छह से सात महीनों के बीच लाखों की तादात में वाहन बिक्री हुई है। सडक़ों पर जब गाडिय़ों की संख्या बढ़ी है तब ईंधन की भी खपत बढ़ गई है। ईंधन के दाम बढ़ जाने के कारण वाहनों के माइलेज के हिसाब से गाड़ी चालकों में भी ज्यादा से ज्यादा ईंधन लेने की जद है, ऐसे में इसका प्रभाव पुरानी व्यवस्था पर भी पड़ा है। शहर में पांच सौ से ज्यादा पेट्रोल पंप है। हाल ही में नए पंपों का विस्तार हुआ है इस वजह से भी डिपो से समय पर सप्लाई का भारी दबाव है। जानकार बताते हैं कि इस समय रायपुर जिले में ही लगभग 20 लाख गाडिय़ां सडक़ों पर दौड़ती है। इतने वाहनों में ईंधन की खपत सामान्य स्थिति है। इधर कारखानों के खुलने बाद से गैस प्लांटों के लिए भी पेट्रोलियम पदार्थों की भारी भरकम डिमांड है। बायो डीजल गैस प्लांट के शुरू करने के बाद भी इसका कुछ खासा फायदा नहीं दिखा है। शहर में इलेक्ट्रीक व्हीकल भी दौड़ लगा रहे हैं। काफी हद तक प्रदूषण पर नियंत्रण है लेकिन महंगाई के बीच ईंधन की खपत कम होने के बजाए और बढ़ रही है। कई पेट्रोल पंप के संचालक डिमांड पूरी नहीं होने से भी परेशान हैं। पंपों में एक से डेढ़ घंटे तक कारोबार रोकना भी पड़ रहा है। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल ढगट का कहना है, दाम में बढ़ोतरी हुई है लेकिन ईंधन की खपत पहले से कहीं ज्यादा है। औसतन हर पंप में दो से तीन सौ लीटर ज्यादा ईंधन की डिमांड है। गाडिय़ों की संख्या और माइलेज के चलते इसका असर डिपो की सप्लाई पर पड़ा है।
दोपहिया में इलेक्ट्रिक व्हीकल की होड़
शहर में इन दिनों इलेक्ट्रीक व्हीकल की रेस में सबसे ज्यादा दोपहिया चालक इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। 30 हजार से ज्यादा चालकों ने दोपहिया के लिए ईंधन वाली गाड़ी के बजाए इलेक्ट्रीक व्हीकल पर दिलचस्पी दिखाई है। हाल में परिवहन विभाग ने इन गाडिय़ों के लिए चार्जिंग सेंटर शुरू करने की प्लानिंग भी की है। इन गाडिय़ों की जितनी संख्या बढ़ती जाएगी, डिपो के लिए उतना ही दबाव कम होगा।
रेट में लगातार इजाफा, 8.70 रुपए महंगे
पेट्रोल-डीजल की कीमतों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते क्रम के बीच 22 मार्च के बाद से पांच अप्रैल तक में हीें पेट्रोल 8.70 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है। पांच अप्रैल को रायपुर में पेट्रोल 110.64 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया। वहीं डीजल की कीमत में भी 102.02 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई। मार्च महीने तक की स्थिति में डीजल 93.18 रुपये प्रति लीटर था।
रायपुर, 9 मई। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से मांग की है कि भारत माता के चित्र के अपमान के लिए वह सार्वजनिक माफी मांगे।प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राजनांदगांव के टेडसरा मंडल के घुमका के एक कार्यक्रम में जिसमे स्वयं रमन सिंह भाषण दे रहे वहा पर भारत माता की जो तस्वीर लगाई गई थी वह जमीन पर पड़ी हुई थी ।रमन सिंह ने अपनी भाषण देते हुए जो तस्वीर सोशल मीडिया में अपलोड किया था उसमें भी भारत माता की तस्वीर नीचे दिख रही है ।बाद में रमन सिंह ने अपने ट्यूट से उस तस्वीर को हटा लिया लेकिन कार्यक्रम में भारत माता के अपमान के लिए उन्होंने न ही खेद प्रकट किया और न ही माफी मांगे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। छत्तीसगढ़ के 99 बीएड, डीएलएड व एमएड कालेजों में नए सत्र से प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसी के साथ राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद ने जीरो एकडमिक ईयर भी घोषित कर दिया है। एनसीटीई ने यह सख्त कदम परफार्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट के आधार पर ही उठाया है।
अभी 156 संस्थाओं की जांच होनी है। वहीं इनमें भी अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर 99 बीएड, डीएलएड व एमएड कॉलेजों में एडमिशन पर रोक लगने से हडक़ंप मच गया है।
ऐसे में अब जरूरी हो गया है कि शिक्षा महाविद्यालयों में सत्र 2022-23 में प्रवेश लेने वाले उम्मीदवारों को इस साल सतर्क रहना होगा। एनसीटीई ने पीएआर जमा करने वाले देशभर के 10,993 बीएड कालेजों को प्रवेश के लिए अभी मान्यता सूची में रखा है। इसमें छत्तीसगढ़ के 156 संस्थानों का भी उल्लेख है।
10 हजार बच्चे होंगे प्रभावित
इनमें गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर, पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर, पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिरकोना, शासकीय कालेज आफ टीचर एजुकेशन रायपुर, इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडी इन एजुकेशन बिलासपुर आदि शामिल हैं, जबकि 99 कालेजों पर पाबंदी लगा दी है। माना जा रहा है कि इससे प्रदेश के 10 हजार बच्चे प्रभावित होंगे। बता दें कि राज्य में 148 बीएड, 89 डीएलएड और 18 एमएड कालेज संचालित हैं।
सिर्फ 3 या 4 कॉलेजों नेें नहीं दी रिपोर्ट-गुप्ता
दूसरी ओर कॉलेज संगठन के प्रमुख राजीव गुप्ता ने बताया कि 99 कॉलेजों या इसी तरह की संख्या की जानकारी साझा की जा रही है वह गलत है ।
सरल क्रमांक 923 से 1079 तक छत्तीसगढ़ के कॉलेजों के नाम दर्ज है जिन्होंने परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट भरी है इस तरह बीएड के 147 तथा डीएड के बाकी 9 कॉलेजों कवर हो गए हैं ।
संगठन की जानकारी के अनुसार सिर्फ तीन या चार कॉलेजों ने रिपोर्ट समय पर नहीं भरी है जिसके लिए संगठन प्रयास कर रहा है ।
एन सी टी ई के दिशा निर्देश 3 मई के अनुसार जिन कॉलेजों ने रिपोर्ट नहीं भरी है उन्हें आगामी सत्र 22 - 23 में प्रवेश से वंचित कर दिया गया है प्रदेश में ऐसे महाविद्यालय सिर्फ तीन या चार हैं बाकी सभी महाविद्यालयों का नाम सरल क्रमांक 923 से 1079 तक अंकित है जो आपकी अद्यतन जानकारी के लिए साझा की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। शताब्दी नगर शक्तिधाम तालाब के पास तीन बदमाशों ने एक युवक पर चाकू चलाकर जख्मी कर दिया। कमर में गंभीर चोट आने के बाद युवक को अस्पताल रिफर कराया गया। रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे बदमाश गली नंबर चार में रहने वाले धीरज सोरी को जख्मी कर फरार हुए। बताया गया कि युवक खाना खाकर टहलने निकला था। इसी दौरान तालाब के दूसरे छोर अंधेरे में बैठे तीन बदमाश उसके साथ जबरन उलझ गया। गाली गलौज करने लगे तभी प्रार्थी ने विरोध किया। गाली गलौज को लेकर विवाद बढ़ा गया कि तीन बदमाशों में से एक ने चाकू निकालकर कमर के पास हमला कर दिया। धीरज को गंभीर चोंटे आई। इसके पहले धीरज शोर मचा पाता आरोपी चाकू से हमला करने के बाद तुरंत फरार हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से धीरज थाने तक पहुंचा। बयान लेने के बाद आरोपियों की खोजबीन चल रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। शहर में कार बेचने के नाम पर एक और धोखाधड़ी का केस थाने में दर्ज हुआ है। सिविल लाइंस पुलिस ने साढ़े नौ लाख रुपये की ठगी के मामले में पति-पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि राहुल मिश्रा निवासी दुबे कॉलोनी के परिवाद दायर करने के बाद कोर्ट के आदेशानुसार आरोपी प्रज्वल कुर्रे और उसकी पत्नी अनिता कुर्रे के खिलाफ में मामला दर्ज किया गया। सोमवार को मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी ने किसी दूसरे की गाड़ी खरीदी करने पहले अनुबंध किया था। इस गाड़ी को वह बाद में नहीं खरीद सका। इसी बीच उसने प्रार्थी राहुल से संपर्क किया और उन्हें खरीद लेने की बात कही। आरोपी की बातों में आकर प्रार्थी ने सौदा पक्का कर लिया। इसी बीच प्रार्थी से आरोपी और उसकी पत्नी ने कार के एवज में साढ़े नौ लाख रुपये प्राप्त कर लिए। कुछ दिनों में वाहन दिए बगैर दस्तावेज सौंपा। जांच के दौरान यह दस्तावेज फर्जी निकला। आरोपी को गाड़ी सुपुर्द करने दबाव बनाने के बाद वह मुकर गया। इस तरह से आरोपी ने एडवांस रकम लेते हुए फर्जी दस्तावेज देकर धोखाधड़ी की। इस मामले में पुलिस आगे छानबीन कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कमीशन सरकार की विदाई सुनिश्चित हो गई है। नायक बनने निकले भूपेश बघेल को जनता आइना दिखा रही है कि वे नायक नहीं, खलनायक गिरोह के महानायक हैं। यह कमीशन सरकार है, जिसमें दस फीसदी कमीशन नौकरशाही के निचले क्रम का कमीशन है। बढ़ते क्रम में स्थिति यह है कि राजीव गांधी के जमाने का कीर्तिमान ध्वस्त है। तब रुपये में पंद्रह पैसे का लाभ जनता तक पहुंच जाता था। भूपेश बघेल के राज में दस पैसे का लाभ भी जनता तक नहीं पहुंच रहा। यह सरकार छत्तीसगढ़ के लिए कलंक है। पंद्रह साल का विकास साढ़े तीन साल में कमीशन और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिस सरकार के मंत्रियों पर उसी के विधायक भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, जिस सरकार के मंत्री कलेक्टर को भ्रष्ट बताकर उस पर कार्रवाई न होने पर सहमति मानने की स्पष्ट भावना व्यक्त करते हैं, जिस सरकार में विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर सत्ताधारी दल से जुड़े युवा को पार्टी से निकाल दिया जाता है, वह सरकार जनता को लूटने वाले बड़े बड़े महारथियों को संरक्षण देकर छोटे मोटे कर्मचारियों, अधिकारियों पर दिखावे की कार्रवाई करके अपनी असलियत छुपा नहीं सकती।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झूठ का जो तानाबाना खड़ा किया है, वह उनके ही मैदानी दौरे में बेनकाब हो गया है। अभी तो पार्टी शुरू हुई है।
रायपुर, 9 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की परिकल्पना के अनुरूप मुख्यमंत्री मितान योजना के तहत जिले के नागरिकों को शासन के विभिन्न विभागों की 100 से अधिक सेवाओं का लाभ घर पर मितान के माध्यम से निर्धारित समय सीमा में पूर्ण पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराया जाएगा। इस तारतम्य में जिला स्तर पर योजना की मॉनीटरिंग व सुद्धढ़ रूप से क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर सौरभ कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति के पदेन सचिव आयुक्त नगर पालिक निगम, रायपुर प्रभात मलिक, नोडल अधिकारी व सदस्य अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई तथा आयुक्त नगर पालिक, बीरगांव निगम श्रीकांत वर्मा, अपर आयुक्त नगर पालिक निगम, रायपुर अभिषेक अग्रवाल और तहसीलदार मनीष देव साहू को सदस्य नियुक्त किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। वल्र्ड ब्राह्मण फेडरेशन एवम् सर्व युवा ब्राह्मण परिषद के तत्वावधान में भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव के अवसर पर अम्बा मंदिर परिसर सत्तीबाजार में 11 सौ दीपों से महाआरती की गई।
सभा को संबोधित करते हुए महंत रामसुंदरदास ने कहा कि भगवान श्री परशुराम हमें शास्त्र एवम् शस्त्र की शिक्षा देते हैं. उन्होंने ब्राह्मणों को संस्कारों का पालन करते हुए अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन करने कहा. स्वामी श्री शंकराचार्य आश्रम के प्रांत प्रमुख महाराज श्री इन्दुभावानन्द ने भगवान श्री परशुराम जी के जीवन से जुड़े अनेक संस्मरणों का जिक्र किया। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने महाआरती की भव्य तैयारी की सराहना की। कार्यक्रम को पापुनि के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी, विधायक श्रीमती अनिता शर्मा ने कहा कि हमारी एकता को और एकजुट करने की आवश्यकता है. श्रीमती दीप्ति प्रमोद दुबे ने भव्य कार्यक्रम की आयोजकों को बधाई देते हुए ऐसे कार्यक्रमों के लिये प्रोत्साहित किया.
प्रांताध्यक्ष अरविंद ओझा ने मंचस्थ एवम् आगंतुक अतिथियों का परिचय कराया. महाआरती, सांस्कृतिक प्रतियोगिता कार्यक्रम संयोजक नितिन कुमार झा ने संगठन के सालाना कार्यक्रमों का वाचन किया. मंच संचालन नमिता शर्मा एवम् अरविन्द ओझा ने, आभार प्रदर्शन अविनय दुबे ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने प्रमुख रुप से राष्ट्रीय महामंत्री सुरेश मिश्रा, उपाध्यक्ष गुणनिधि मिश्रा, प्रांतीय सचिव सुनील ओझा, अजय अवस्थी, शैलेश शर्मा धन्नू, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्रा, संजय अवस्थी, सलाहकार रज्जन अग्निहोत्री, त्रिभुवन तिवारी, अमित शर्मा, युवा अध्यक्ष अविनय दुबे, कोषाध्यक्ष राघवेन्द्र पाठक, उमेश शर्मा, रामवर्त तिवारी, सतीश शर्मा, महिला अध्यक्ष नमिता शर्मा, सचिव सुमन मिश्रा, प्रीति मिश्रा, मिथिलेश रिछारिया, राधा तिवारी, बबीता मिश्रा, निवेदिता मिश्रा, माही शर्मा, बी. शैलजा, लक्ष्मी शर्मा, संगीता शर्मा, ज्योति शर्मा आदि सक्रिय रहे. पूर्व विधायक वीरेन्द्र पाण्डेय, सरयूपारिणी ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दशरथ शुक्ला, ब्राह्मण केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष विनय तिवारी, पी. भानूजी राव, सुमन पुरोहित, मनोज तिवारी, ज्योति शर्मा, ओ.पी. शर्मा भिलाई, रेखेन्द्र तिवारी बिलासपुर, तुलसी तिवारी, दिनेश बाजपेयी, रजनी बाजपेयी बलौदाबाजार, वर्षा शर्मा कसडोल, कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच बिलासपुर के अध्यक्ष बी.के.पाण्डेय आदि थे।
महाआरती का गीत सुमन मिश्रा, राधा तिवारी, संजय बिलथरे के साथ समूह ने किया। कार्यक्रम स्थल में हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम इस प्रकार रहे- भजन-प्रथम आदि शक्ति महिला मंडल, द्वितीय अग्रणी महिला, पूजा थाली- प्रथम मोनिका शुक्ला, द्वितीय नीलिमा जोशी, रंगोली- प्रथम एस. संजना, द्वितीय पूर्णिमा शुक्ला, मेंहदी- प्रथम एस. संजना, द्वितीय- तनु।
रायपुर, 9 मई। आम आदमी पार्टी ने स्वेचानुदान राशि की विधायक की अनुशंसा पर जिला कलेक्टर द्वारा जरूरत मंदो की वितरित की जाती है ।ऐसा प्रतीत होता है की कांग्रेस सरकार पूरे प्रदेश में अब भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूब गई है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि धरमजयगढ़ विधानसभा के विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया द्वारा अनुशंसित स्वेच्छानुदान राशि की जिला कलेक्टर रायगढ़ द्वारा जारी सूची में घरघोड़ा न प के अन्तर्गरत आवश्यक मन्द ओर वास्तविक तौर पर जमीनी जरूरतमंद लोगो के नाम के जगह कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष, विधायक प्रतिनिधि, कांग्रेस के उच्च पदाधिकारियों के नाम व उनके यहां कार्यरत कर्मचारियों को दे दी गयी। यह चर्चा का विषय बन गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर में प्रदेश के नगर सैनिकों (होम गार्ड) द्वारा वेतन भत्ते में बढ़ोतरी संबंधी प्रस्तुत याचिका में उच्च न्यायालय ने पारित आदेश 25 अप्रैल द्वारा छत्तीसगढ़शासन को 4 माह की समय सीमा में वेतन भत्तों में बढ़ोतरी करने का निर्देश दिया है। न्यायालय ने प्रतिपादित किया है, कि प्रदेश के नगर सैनिक गृह पुलिस विभाग के अंतर्गत् नियमित स्थापना में कार्यरत् आरक्षकों के समान कार्य करते है। इसलिए उनके वेतन भत्तों में निर्धारित समय सीमा में बढ़ोतरी करने संबंधी नियम बनाने का निर्देश राज्य शासन को दिया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष विजय कुमार झा एवं जिला शाखा अध्यक्ष इदरीश खान ने बताया है कि याचिकाकर्ता बालोदा निवासी डोमन लाल चन्द्राकर, सुरेन्द्र कुमार देशमुख, कवर्धा निवासी राजू बघेल, संजय कुमार ध्रुर्वे द्वारा प्रस्तुत याचिका पर उच्च न्यायालय ने उक्त आदेश पारित किया है। याचिकाकर्ताओं ने अरविंद दुबे अधिवक्ता के माध्यम से प्रतिवादी पुलिस विभाग के इस व्यवहार से क्षुब्ध होकर उच्च न्यायालय में याचिका प्रस्तुत की थीं कि याचिकाकर्ता छत्तीसगढ़ राज्य में होमगार्ड के पद पर कार्यरत् है। होमगार्ड वही कार्य संपादित करते है, जो कार्य पुलिस विभाग की नियमित स्थापना में कार्यरत् आरक्षक करते है। परंतु होमगार्ड को वह लाभ नहीं मिल रहा है जो पुलिस विभाग के नियमित स्थापना में कार्यरत् आरक्षकों को प्राप्त हो रहा है। समानता के अधिकार के लिए समय-समय पर याचिकाकर्ता ने प्रतिवादियों छत्तीसगढ़ शासन व गृह पुलिस जेल विभाग से अभ्यावेदन प्रस्तुत कर प्रदान करने का अनुरोध किया था। याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता ने यह दलील प्रस्तुत की कि अन्य प्रदेशो के होमगार्ड द्वारा वेतन एवं अन्य भत्तों की वृद्वि के उच्चतम् न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत एस.एल.पी. तद्पश्चात् सिविल अपील प्रस्तुत की थीं। न्याय पालिका के इस आदेश से प्रदेश के हजारों होमगार्ड जो प्रतिदिन धूप, गर्मी, ठंड बरसात में 24 धंटे न केवल ड्यूटी लगने पर छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा करते है, अपितु बड़े-बड़े प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रक्षक के रूप में आगे पीछे रहकर सेवा करते है। न्यायालय के आदेश को संध के कार्यकारी अध्यक्ष अजय तिवारी, महामंत्री उमेश मुदलियार, संभागीय अध्यक्ष संजय शर्मा, पीएचई.संयोजक विमल चन्द्र कुण्डू, सुरेन्द्र त्रिपाठी, आलोक जाधव, संजय झड़बड़े, डॉ. अरूंधति परिहार, रामचंद्र ताण्डी, मनोहर लोचनम्, नरेश वाढ़ेर, सुंदर यादव, रविराज पिल्ले, राजू मुदलियार, कुंदन साहू एस.पी.यदु, के.आर..वर्मा, प्रकाश ठाकुर, सुनील शर्मा, दिनेश मिश्रा, प्रदीप उपाध्याय, विजय डागा, ए.जे.नायक, शेखर सिंह ठाकुर, कृष्णकांत मिश्रा, राजकुमार देशलहरे, दिनेश साहू, टार्जन गुप्ता प्रवीण ढिढवंशी, भजन बाध, राज कुमार देशलहरे, संत राम साहू, आदि नेताओं ने अल्पवेतन भोगी कर्मचारियों को न्याय मिलने का स्वागत् किया है।
रायपुर, 9 मई। देहात के इलाकों में शराब के अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ में पुलिस ने अभियान शुरू किया है। इसी कड़ी में सोमवार को खरोरा पुलिस ने कोसरंगी और चकवे गांव से दो कोचियों को गिरफ्तार किया। आरोपी हीरालाल और मनोज से कुल 34 पव्वा शराब जब्त किया गया । अंग्रेजी ब्रांड की शराब को आरोपी अवैध रूप से बेच रहे थे। पहले भी आरोपियों के बारे में खबर मिल रही थी, सटीक ठिकाने का पता चलने के बाद आरोपियों को दबोचा गया।
लोगों की परेशानी के चलते बदला स्थल-कलेक्टर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। रायपुर शहर के बूढा तालाब के सामने के धरना स्थल पर अब केवल एक सौ की संख्या में ही प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण आंदोलन कर सकेंगे।इसके लिए भी प्रशासन से विधिवत अनुमति लेनी होगी। बूढा तालाब के सामने के वर्तमान धरना स्थल पर केवल शांतिपूर्ण आंदोलन की ही अनुमति रहेगी । यहाँ किसी भी प्रकार की रैली या जुलूस की अनुमति नही होगी। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स, सराफा एसोसिएशन और स्थानीय पार्षद सहित आमजनो ने भी इस स्थल को जनता को हो रही असुविधा को देखते हुए अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की थी।
जिला कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने यहां बताया कि जन भावनाओं और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शहर के इस बूढा तालाब के सामने के धरना स्थल को नवा रायपुर के राज्योत्सव मैदान के सामने स्थान्तरित किया जा रहा है। इस बारे में जिला प्रशासन ने आदेश भी जारी कर दिया है। अब बूढा तालाब के सामने वाले स्थल पर केवल एक सौ लोग ही शांतिपूर्ण आंदोलन कर सकेंगे। एक सौ से ज्यादा की संख्या में प्रदर्शनकारियों को आंदोलन के लिये राज्योत्सव मैदान निर्धारित होगा।
कलेक्टर ने बताया कि बूढा तालाब के सामने के स्थल पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के जमावड़े से आमजनो को भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी।आने जाने की असुविधा, बार बार जाम की स्थिति के साथ आस पास की दुकानें भी बंद करनी पड़ रही थी जिस से लोगो को जरूरत की चीजों के लिए भी भटकना पड़ रहा था। इसके साथ ही निकट ही संचालित दानी गर्लस स्कूल और सप्रे शाला के विद्यार्थियों को भी स्कूल आने जाने में परेशानी हो रही थी जिस से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी।
श्री कुमार ने बताया कि लोगो की सुविधा के लिए स्थानीय पार्षद, जनप्रतिनिधियों और अन्य संगठनों की मांग पर धरना स्थल को नवा रायपुर राज्योत्सव मैदान के सामने स्थानांतरित किया गया है।साथ ही पुराने धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों की संख्या अधिकतम एक सौ निर्धारित की गई है।
छत्तीसगढ़ में धरना प्रदर्शन पर रोक-यह आदेश अच्छा होगा?
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रमुख प्रवक्ता विजय कुमार झा ने बूढ़ा तालाब से धरना स्थल को नवा रायपुर ले जाने के निर्णय को अलोकतांत्रिक एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन निरूपित किया है। श्री झा ने धरना स्थल परिवर्तन के लिए समस्त राजनीतिक पार्टियों समस्त कर्मचारी संगठन एवं प्रेस क्लब के पदाधिकारियों से विचार विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लेना उचित होता, क्योंकि धरना स्थल पूर्व में जयस्तंभ चौक उसके बाद मोतीबाग चौक और अब बूढ़ा तालाब निर्धारित है। इस धरना स्थल पर बरसात में गंदगी कीचड़ मच्छरों का साम्राज्य रहता है। ऐसे में धरना देना धरनारत कर्मचारियों के लिए कष्टदायक है। जिन लोगों ने इसी बूढ़ा तालाब में धरना देकर सत्तासीन हुए आज उन्हें यह अनुपयोगी लग रहा है। जहां तक जनता और व्यापारियों का सवाल है बूढ़ा तालाब के चारों ओर पृथक पृथक मार्ग है जिससे आवागमन सुचारू रूप से चल सकता है। पुलिस प्रशासन रैली के 3 घंटा पहले सप्रे स्कूल के पास बंद कर जनता को परेशान करती है। रैली निकलने के आधा घंटा पूर्व रोकने से आवागमन में अवरोध नहीं होगा। धरना स्थल पर अनेक ठेले फल कपड़े बैग बिकते हैं जो हमारे बाहर से आए कर्मचारी क्रय करते हैं। इससे स्पष्ट है कि धरना देने से व्यापारियों को भी लाभ होता है। ऐसी स्थिति में नवा रायपुर जहां कोई देखेगा नहीं जंगल है, इंद्रावती मंत्रालय से भी दूर है। ऐसी स्थिति में लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन अपनी मांगों की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने के लिए जनता के समक्ष प्रदर्शन आवश्यक है। अन्यथा वह कहावत चरितार्थ होगी कि जंगल में मोर नाचा किसने देखा और मीडिया के कर्मचारी 28 किलोमीटर दूर जाकर समाचारों का संकलन करेंगे यह संदेहास्पद है। कुल मिलाकर धरना स्थल बूढ़ा तालाब उचित है अन्यथा फायर ब्रिगेड ऑफिस हटने के बाद पुन: मोतीबाग को धरना स्थल बनाया जा सकता है। पूर्व में गृह विभाग द्वारा जारी 19 बिंदुओं की शर्तों का पालन करने पर अनुमति मिलने की व्यवस्था ही स्पष्ट कर दी थी कि धरना स्थल बदलेगा । अच्छा होता सीधे एक लाइन का आदेश हो कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोई धरना प्रदर्शन नहीं होगा। इसको प्रतिबंधित किया जाता है। अच्छा हुआ बस्तर कोंटा के किसी जंगल में धरना स्थल निर्धारित नहीं किया गया।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रमुख प्रवक्ता विजय कुमार झा ने बूढ़ा तालाब से धरना स्थल को नवा रायपुर ले जाने के निर्णय को अलोकतांत्रिक एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन निरूपित किया है। श्री झा ने धरना स्थल परिवर्तन के लिए समस्त राजनीतिक पार्टियों समस्त कर्मचारी संगठन एवं प्रेस क्लब के पदाधिकारियों से विचार विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लेना उचित होता, क्योंकि धरना स्थल पूर्व में जयस्तंभ चौक उसके बाद मोतीबाग चौक और अब बूढ़ा तालाब निर्धारित है। इस धरना स्थल पर बरसात में गंदगी कीचड़ मच्छरों का साम्राज्य रहता है। ऐसे में धरना देना धरनारत कर्मचारियों के लिए कष्टदायक है। जिन लोगों ने इसी बूढ़ा तालाब में धरना देकर सत्तासीन हुए आज उन्हें यह अनुपयोगी लग रहा है। जहां तक जनता और व्यापारियों का सवाल है बूढ़ा तालाब के चारों ओर पृथक पृथक मार्ग है जिससे आवागमन सुचारू रूप से चल सकता है। पुलिस प्रशासन रैली के 3 घंटा पहले सप्रे स्कूल के पास बंद कर जनता को परेशान करती है। रैली निकलने के आधा घंटा पूर्व रोकने से आवागमन में अवरोध नहीं होगा। धरना स्थल पर अनेक ठेले फल कपड़े बैग बिकते हैं जो हमारे बाहर से आए कर्मचारी क्रय करते हैं। इससे स्पष्ट है कि धरना देने से व्यापारियों को भी लाभ होता है। ऐसी स्थिति में नवा रायपुर जहां कोई देखेगा नहीं जंगल है, इंद्रावती मंत्रालय से भी दूर है। ऐसी स्थिति में लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन अपनी मांगों की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने के लिए जनता के समक्ष प्रदर्शन आवश्यक है। अन्यथा वह कहावत चरितार्थ होगी कि जंगल में मोर नाचा किसने देखा और मीडिया के कर्मचारी 28 किलोमीटर दूर जाकर समाचारों का संकलन करेंगे यह संदेहास्पद है। कुल मिलाकर धरना स्थल बूढ़ा तालाब उचित है अन्यथा फायर ब्रिगेड ऑफिस हटने के बाद पुन: मोतीबाग को धरना स्थल बनाया जा सकता है। पूर्व में गृह विभाग द्वारा जारी 19 बिंदुओं की शर्तों का पालन करने पर अनुमति मिलने की व्यवस्था ही स्पष्ट कर दी थी कि धरना स्थल बदलेगा । अच्छा होता सीधे एक लाइन का आदेश हो कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोई धरना प्रदर्शन नहीं होगा। इसको प्रतिबंधित किया जाता है। अच्छा हुआ बस्तर कोंटा के किसी जंगल में धरना स्थल निर्धारित नहीं किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मई। बीजेपी की छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने रविवार को प्रेस वार्ता में कहा कि सीएम अपने पार्टी के लिए धोखाधड़ी कर रहे हैं। जो विकास छत्तीसगढ़ में हुआ है वह भाजपा के शासनकाल में ही हुआ है। कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ वासियों को 36 झूठे वायदे दिए हैं। आगे चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता जवाब देगी ।
धरना प्रदर्शन की पूर्व अनुमति लेने वाले आदेश के खिलाफ 16 मई को बीजेपी प्रदर्शन करेगी जिसे ‘मिनी इमरजेंसी’ काला कानून का नाम दिया है। बीज खाद और धान को उठाने में धोखा होता है उसका भी जवाब सीएम को देना होगा। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते, विकास को लेकर राजनीति करते हैं जो क्चछ्वक्क ने पिछले 15 सालों में छत्तीसगढ़ में किया है। उन्होंने बताया कि दो दिनों में पांचों संभागों की बैठक हुई है जिसमे संगठन को मजबूत करने कार्य विस्तारक योजना की शुभारम्भ की जाएगी। प्रभारी ने कहा कि – छत्तीसगढ़ में बहुत सारे मुद्दे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति यहाँ की जनता काफी आक्रोशित है। हम इन्हें लेकर जनता के बीच जाएंगे। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार चरम पर है।बीजेपी प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी। जो उपलब्धियां यहां के गरीब को मिलना चाहिए वह छत्तीसगढ़ की जनता को नहीं मिल पा रही है। वर्मी कम्पोस्ट का जिक्र करते हुए प्रदेश प्रभारी ने कहा – छत्तीसगढ़ में सरकार वर्मी कम्पोस्ट के नाम पर छत्तीसगढ़ के किसानों से छलावा कर रही है। ये वर्मी कम्पोस्ट नहीं बल्कि मिट्टी ही मिट्टी है। केंद्र सरकार इस प्रकार की योजना लेकर आयी है जिसके तहत मंडी के माध्यम से अब किसान किसी भी राज्य में अपना धान बेच सकता है।
रायपुर, 9 मई। भाजपा प्रभारी पुरंदेश्वरी की पत्रकार वार्ता का जवाब देते हुए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि छग में भाजपा के पास मुद्दे नहीं उस नियम को ले कर आंदोलन करने जा रही जिसका खुद पालन करवाती थी। मरकाम ने कहा कि 16 मई को भाजपा उस नियम को ले कर प्रदर्शन करने जा रही है सरकार में रहने के दौरान जिस नियम को उसने खुद बनाया था और 15 साल तक उसी नियम के आधार पर धरना प्रदर्शन आंदोलन और सार्वजनिक आयोजनों के लिए खुद अनुमति देती थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वरी से सवाल किया कि जो नियम भाजपा सरकार में लोकतांत्रिक थे कांग्रेस सरकार में वही अलोकतांत्रिक कैसे हो गए? जो नियम भाजपा शासित राज्योयूपी ,गुजरात ,हरियाणा केंद्र सरकार के अधीन दिल्ली में लागू है जो छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के समय से लागू है भाजपा द्वारा उसको ले कर आंदोलन यह बताता है कि भाजपा बेशर्म और अवसरवादी दल है वह नियमो की व्याख्या अपनी सुविधा के आधार पर करता है।