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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 25 जनवरी। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन की जिला स्तरीय महापंचायत कल रविवार को स्थानीय संजय कानन में हुई। महापंचायत की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष ईश्वर चन्द्राकर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा शामिल हुए।
इस दौरान मनीष मिश्रा ने कहा कि हमारे संगठन ने प्रान्त स्तरीय एक दिवसीय आंदोलन के बाद सचिव स्तरीय वार्ता का दौर चल रहा है। अभी 28 जनवरी को सचिव स्तरीय सम्मेलन होना है। अगर इस वार्ता में वेतन विसंगति दूर नहीं होता है तो फेडरेशन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। महापंचायत की अध्यक्षता की आसंदी से जिला अध्यक्ष ईश्वर चन्द्राकर ने कहा कि सहायक शिक्षक की वेतन विसंगति एक बड़ी समस्या है। रिटायर्ड होने की स्थिति में खड़े 23 साल से एक पद पर कार्य करने वाले सहायक शिक्षकों को न्याय दिलाने का बीड़ा फेडरेशन ने उठाया है। उन्होंने कहा कि सहायक शिक्षक अपने अधिकार की लड़ाई लडऩे को तैयार हंै।
सरकार से हमारी वार्ता जारी है। अगर विसंगति का निदान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा आप सब तैयार रहें। इस दौरान प्रदेश कार्य अध्यक्ष सीडी भट्ट, प्रदेश सचिव सुखनंदन यादव, प्रदेश सह सचिव अश्वनी कुर्रे, राजनादगांव जिला अध्यक्ष शंकर साहू, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सिराज बक्श, प्रदेश महामंत्री आदित्य गौरव साहू, प्रदेश विधिक सलाहकार बीपी मेश्राम, प्रदेश सह सचिव राजेश प्रधान विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 25 जनवरी। मनी स्टेडियम में 26 जनवरी को 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ध्वजारोहण करेंगे।
फुल ड्रेस रिहर्सल पर मुख्य अतिथि कलेक्टर डोमन सिंह को जिला पुलिस बल, नगर सेनानी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर सलामी दी गई। गार्ड कमाण्डर उप पुलिस अधीक्षक अपूर्वा क्षत्रिय तथा गार्ड कमाण्डर 2 आईसी निरीक्षक कुमारी चन्द्राकर एवं पलाटून कमाण्डर उप निरीक्षक लक्ष्मी नारायण साव, उप निरीक्षक मनोरथ जोशी द्वारा रिहर्सल परेड कराया। रिहर्सल परेड में 20वीं वाहिनी के पुरुष बल एवं जिला पुलिस के पुरुष बल एवं नगर सेना के महिला बल कुल 74 जवानों द्वारा मिनी स्टेडियम महासमुन्द में फुलड्रेस रिहर्सल किया गया। गणतंत्र दिवस पर शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय मिनी स्टेडियम में आयोजित समारोह में कोरोना के चलते झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 25 जनवरी। फायनेंस कंपनी के एक कर्मचारी की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। कर्मचारी शनिवार को वसूली के लिए क्षेत्र में निकला था। देर शाम जब उसका मोबाइल नहीं लगा तो मैनेजर को शंका हुई और उसने थाने में गुम इंसान की शिकायत दर्ज कराई।
रविवार सुबह कर्मचारी का शव बलौदा चौकी क्षेत्र के ग्राम टेंगनापाली में झाडिय़ों के पास मिली। घटना स्थल पर मृतक की बाइक भी मिली है। सूचना मलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी ने इस कर्मचारी की बेरहमी से हत्या की है। पत्थर से उसके सिर को कुचल दिया गया है। मृतक के पेट में भी कटे के निशान मिले हैं। पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है। सरायपाली थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि रविवार सुबह ग्रामीणों ने बलौदा चौकी प्रभारी को सूचना दी कि एक युवक की लाश ग्राम टेंगनापाली कसडोल के पास झाडियों में है।
युवक का सिर का सिर पत्थर से कुचला गया है। सूचना पर टीम वहां पहुंची तो उसकी शिनाख्ति शमशेर अली पिता सैय्यद अली 34 साल के रूप में हुई। हत्या का कारण क्या है इसकी जांच पुलिस कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में पुलिस की जांच जारी है। पता चला है कि मृतक फायनेंस कंपनी में काम करता था। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक शमशेर अली बसना का निवासी है। वह सरायपाली स्थित माइक्रो फायनेंस कंपनी में काम करता था।
भोथा में तीन दिवसीय बूढ़ादेव महोत्सव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 25 जनवरी। बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम भोथा में तीन दिवसीय बूढ़ादेव महोत्सव का आयोजन रविवार से शुरू हो गया। सूर्यवंशी जगत परिवार देव कोठार भोथा के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे आबकारी और जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं अध्यक्षता संसदीय सचिव एवं खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि लखमा ने कहा कि आदिवासी शब्द का अर्थ ही यह है कि जो प्राचीन काल से निवास कर रहा हो। मुझे गर्व है कि मैं आदिवासी हूं और ऐसे समाज का नेतृत्व कर रहा हूंए जो आदि काल से आज पर्यंत प्रकृति की गोद में ही अपना जीवन यापन करते आया है। लखमा ने कहा कि हमारे देवी देवता तो जंगल में, पहाड़ों में निवास करते हैं, क्योंकि प्रकृति ही हमारी देवी देवता हैं। हम प्रकृति की ही पूजा करते हैं। इसी आदिवासी समाज के द्वारा ही मुझे मंत्री पद तक पहुंचाया गया है। आज मैं आप लोगों का नेतृत्व कर रहा हूं। हम आदिवासी लोग अधिक पूजा पाठ करते हैं। अपने देवी-देवताओं को मनाते रहते हैं और साथ में हमारा ही समाज एक ऐसा समाज है जो अपने देवी-देवताओं से अपनी बात मनवा लेता है।
विशेष अतिथि के रूप में महासमुन्द कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष डॉ.रश्मि चंद्राकर, महेंद्र चंद्राकर, बागबाहरा शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ठाकुर, बागबाहरा ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष रवि निषाद, तेजन चंद्राकर, विष्णु महानंद, करण दीवान, अंकित बागबाहरा, गणेश शर्मा, एल्डरमैन सिकंदर ठाकुर, एल्डरमैन राहुल सलूजा, पार्षद मंता यादव, गिरीश पटेल, लखबीर छाबड़ा प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस दौरान प्रमुख रूप से करतार सिंह नायक, विधायक प्रतिनिधि राजू चंद्राकर, राजेश सोनी, संतोष जैन, लखबीर छाबड़ा के साथ-साथ भारी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित थे। जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा का काफिला बागबाहरा से निकला तो जगह-जगह कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। भोथा गांव की सरहद में ग्राम वासियों के द्वारा पुष्प वर्षा के साथ लखमा का स्वागत किया।
पहले दिन टीका लगाने के लिए सेंटर नहीं पहुंचने वाले हितग्राही का नम्बर सबसे अंतिम स्थान पर होगा
दो बार सूचना के बाद भी टीका लगवाने नहीं पहुंचा तो तीसरा मौका नहीं मिलेगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 25 जनवरी। कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण सोमवार से अब नए प्लान के साथ शुरू होगा। इसके तहत जिले में अब तीन नए वैक्सीनेशन सेंटर अर्बन पीएचसी नयापारा, बसना स्वास्थ्य केंद्र और बागबाहरा स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए हैं।
अब स्वास्थ्य विभाग ने इन केंद्रों में 600 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने का टारगेट तय किया है। इस बार वैक्सीनेशन के दिन टीका लगाने के लिए सेंटर नहीं पहुंचने वाले हितग्राही का नम्बर पोर्टल में सबसे अंतिम स्थान पर चला जाएगा। हितग्राही को सिर्फ दो बार मौका मिलेगा। दो बार सूचना के बाद भी फ्रंट लाइन वारियर्स या हितग्राही टीका लगवाने सेंटर नहीं पहुंचता है तो उसे तीसरा मौका नहीं मिलेगा। उसका नाम कोविन पोर्टल से हट जाएगा। उसकी जगह पर नए फ्रंट लाइन वारियर्स को टीका लगाने का मौका मिलेगा।
यदि इनके पास मैसेज नहीं भी पहुंचा तो ये लोग सीधे वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर वैक्सीन लगवा सकेंगे। जिले में पहले चरण में हुए पहले चार दिन में सिर्फ 52 प्रतिशत टीकाकरण हुआ था। अब स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की उम्मीद दूसरे चरण में यह आंकड़ा बढ़ाने की है। फ्रंट लाइन हेल्थ वर्करों को कोरोना की वैक्सीन लगाने का अभियान 16 जनवरी से तीन वैक्सीनेशन सेंटर से शुरू हुआ था। इसका पहला सप्ताह खासा उत्साहजनक नहीं रहा। तीन वैक्सीनेशन सेंटर पर चार दिन हुए वैक्सीनेशन में तय टारगेट 1200 में से 622 ने वैक्सीन लगवाया था। यह टीकाकरण तय लक्ष्य के मुकाबले 58 प्रतिशत कम हुआ।
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार टीका लगवाने वाले 100 लोगों के अलावा 100 अन्य लोगों की लिस्ट भेजी जाएगी। ये लोग वेटिंग लिस्ट वाले होंगे। यदि पहली सूची से कम लोग केंद्र पहुंचे तो दूसरी सूची में लोगों को फोन कर बुलाया जाएगा। आशा, एएनएम और सहायिका फील्ड में मौजूद रहेगी। ऐसे हितग्राही जिनसे एक दिन पहले संपर्क हो चुका है फिर भी वो वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच रहा है तो ये उसके घर पहुंचकर संपर्क करेंंगी। अभी तक हितग्राहियों को 24 घंटे पहले तक एसएमएस भेजने की व्यवस्था है। अब से एक दिन पहले हितग्राही को फोन कॉल भी करके वैक्सीन लगवाने की सूचना दी जाएगी। कोविड पोर्टल का सर्वर पर ऑफलाइन प्रोसेस के माध्यम से वैक्सीनेशन का काम जारी रखने की छूट दी गई है। हालांकि बाद में जानकारी पोर्टल पर दर्ज करनी होगी।
राज्य सरकार ने प्रदेश के किसी भी स्कूल को सेंटर बनाने पर रोक लगा दी है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा कि माध्यमिक मंडल ने 10वीं और 12वीं परीक्षा की तिथि जारी कर दी है। ऐसे में स्कूलों में परीक्षा के लिए तैयारी जल्द शुरू कर दी जाएगी। पिछले 9 महीने से बंद पड़े स्कूलों की सफाई की जाएगी। परीक्षाओं को देखते हुए सरकार ने फिलहाल पीएचसी और सीएचसी में ही वैक्सीनेशन की इजाजत दी है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद गुप्ता ने कहा कि जिले में तीन नए वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं। सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक जिले में तीन नए वैक्सीनेशन की अनुमति मिली है। इस सप्ताह भी चार दिन वैक्सीनेशन होंगे। अब 6 सेंटर हर दिन 600 वैक्सीनेशन का टारगेट रखा गया है। सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक आगे निर्णय लिया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के राजस्व कार्यों की संक्षिप्त समीक्षा की। कलेक्टर ने भूमि स्वामी हक, पट्टों का वितरण, वन अधिकार पट्टा, नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, भू-अर्जन की राशि वितरण, शासकीय कार्यों के लिए विभागों को भू-आबंटन की समीक्षा की।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण पर विशेष ध्यान दें। सभी अधिकारी 6 माह से अधिक अवधि से लंबित राजस्व प्रकरणों का शतप्रतिशत् निराकरण करें। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को कहा कि 7500 वर्गफीट जमीन के इच्छुक हितग्राहियों से वन.टू.वन बात कर मालिकाना हक के लिए समझायें। राजस्व से जुड़े कार्यों का मौका मुआयना करें।
कलेक्टर ने निरस्त किए गए वन अधिकार दावों पर पुनर्विचार कर पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार मान्यता पत्रों के वितरण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि वन अधिकार अधिनियम के तहत निरस्त किए गए वन अधिकार दावों की समीक्षा के काम को राज्य सरकार ने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता के कार्यों में शामिल किया है। इस कार्य में तेजी लाने के लिए सभी सम्बंधित विभाग समन्वय के साथ काम करें और निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार मान्यता पत्र से लाभ पहुंचाने की कार्रवाई में तेजी लाएं। इसके लिए ग्राम सभाओं का आयोजन करें।
श्री सिंह ने मिसिंग प्रकरणों की सूची बनाकर कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय विभागों, सरकारी योजनाओं के लिए भू.बंटनए भू.अर्जन पर समय पर कार्रवाई करें। क्योंकि भू.बंटन नहीं होने से नगरीय निकाय के काम आगे नहीं बढ़ पायेंगे। उन्होंने कहा कि इस काम से पहले यह अवश्य देख लें कि छोटे जंगल झाड़ तो नहीं आ रहे हैं। अगर आ रहे हैं तो प्रकरण निर्धारित प्रक्रिया के तहत वनमंडल अधिकारी को प्रस्तुत कर करवाई करें।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी में अब कम समय बचा है। जिले के सभी 17 चेक पोस्टों पर चैकसी कड़ी कर दी जाए ताकि बाहर का धान कोई आकर न बेच पाए। अवैध धान परिवहन पर भी निगाह रखी जाए। इस समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर जोगेंद्र नायक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व महासमुन्द, सुनील चंद्रवंशी, सीमा ठाकुर, एस.आर सिन्हा कार्यपालन अभियंता जल संसाधान जे.के. चंद्राकर, नगरपालिका अधिकारी ए.के.हालदार सहित अन्य अधिकारी सभाकक्ष में उपस्थित थे।
विकासखंडों के एस.डी.एम. और सम्बंधित अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेे।
महासमुन्द, 24 जनवरी। राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर तीनों काले कानून की वापसी की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ द्वारा छत्तीसगढ़ के राज्यपाल निवास राजभवन की ओर प्रदेश भर के किसानों ने ट्रेक्टर रैली निकाली।
इस प्रदर्शन में महासमुन्द जिले से जागेेश्वर जुगनू चन्द्राकर, गोविंद चन्द्राकर के नेतृत्व में महासमुन्द, बागबाहरा, पिथौरा क्षेत्र के किसान अपने-अपने ट्रैक्टर से राजधानी पहुंचे। जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, गोविंद चन्द्राकर ने बताया है कि प्रदर्शन में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ भाठागांव स्थित नया अंतरराज्यीय बस स्टैंड पहुंचे और वहां से एक बड़ी ट्रेक्टर रैली की शक्ल में बूढ़ा तालाब होते हुए राजभवन की ओर निकले। जिसमें प्रमुख रूप से वरिष्ठ कांग्रेस नेता मंजीत सिंह सलुजा, तौकीर सरवर दानी, तनवीर सईद, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष इश्तियाक खैरानी, सरफराज खैरानी, युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष योगेश्वर साव, मोतीलाल नायक, निर्मल दास, कैलाश प्रधान सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। उज्जैन की संत वर्षा नागर ने कहा कि मित्रता में त्याग व समर्पण का भाव होना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने सच्ची मित्रता का पाठ पढ़ाया है। वहीं सुदामा ने समर्पण भाव से भक्ति की। जिस पर सुदामा को भक्ति का प्रसाद गरीबी दूर होने के साथ उन्हें मिला। श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
ग्राम केशवा में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण भक्ति सत्संग एवं ज्ञान यज्ञ सप्ताह में कल शनिवार को वर्षा नागर ने भागवत कथा में श्रीकृष्ण और सुदामा चरित्र का वर्णन किया। सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि समर्पण भाव से जो भक्त भक्ति करते हैं उन पर भगवान की कृपा बनी रहती है। ब्राम्हण सुदामा दिखावा नहीं करता था। वह गरीब था।
गरीबी में खुश था। पत्नी सुशीला ने सुदामा से यह कहा कि श्रीकृष्ण जब तुम्हारे दोस्त हैं तुम मिलने क्यों नहीं जाते। तुम्हारे बाल सखा हैं भगवान, अपनी दशा सही हो जाएगी। पत्नी के कहने पर सुदामा द्वारिका गए। साथ में दो मु_ी चावल लेकर गए। द्वारिका पहुंचने से पहले उनके पैरों पर छाले भी पड़ गए और बेहोशी की हालत में पहुंच गए। तब भगवान गरूड़ ने उन्हें द्वारिकापुरी पहुंचाया। उन्होंने वहां पर कुछ भी नहीं मांगा, फिर भी भगवान श्रीकृष्ण ने सब कुछ सुदामा को दे दिया।
महासमुन्द, 24 जनवरी। आजाद हिंद सेना के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद बोस की 125वीं जयंती पर सांसद कार्यालय में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मनाई। इस अवसर वरिष्ठ भाजपा नेता माधव राव टांकसाले ने नेताजी सुभाष चंद बोस को श्रध्दांजली देते हुये कहा कि नेताजी सुभाष, आत्मनिर्भर भारत के सपने के साथ ही सोनार बांग्ला की भी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। जो भूमिका नेताजी ने देश की आजादी में निभाई थी, वही भूमिका संपूर्ण भारतवासियों को आत्मनिर्भर भारत में निभानी है।
इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता माधवराव टंाकसाले, सांसद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, मंडल कोषाध्यक्ष हनीश बग्गा, महिला नेत्री प्रिती रानी सोनी, भाजपा नेता गोविंद ठाकुर, उमेश नसीने, महेश चौहान, सरपंच यशवंत साहू, युवा मोर्चा के आकाश सोनी, जगन्नाथ छुरा, योगेश सोनवानी ,नरेश नायक, सुमन शेन्द्रे, उकेश प्रजापति, प्रखर सोनी, भूनेश्वर, बल्ला सहित युवा मोर्चा के अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। जिले में करीब 146 दिन बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 150 के नीचे पहुंच गई है। इससे पहले 27 अगस्त को जिले में एक्टिव केस की संख्या 150 के लगभग थी। वहीं जिले में 97 फीसदी कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो चुके हैं। 15 दिन पहले तक प्रदेश की रिकवरी रेट और जिले के रिकवरी रेट में 3 फीसदी का अंतर था। जनवरी के शुरुआती 23 दिन के अंदर जिले रिकवरी रेट प्रदेश के रिकवरी रेटके समान ही 97 फीसदी पर पहुंच गया है।
जिले में वर्तमान समय में हर दिन करीब एक फीसदी के हिसाब से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। वहीं इसके अपेक्षा ठीक होने की रफ्तार करीब 1.5 फीसदी है। संक्रमितों मरीजों के मिलने की संख्या में कमी और ठीक होने की रफ्तार ने एक्टिव मरीजों की संख्या में लगातार कमी ला रही है। लगातार ठीक हो रहे मरीजों की संख्या से स्वास्थ्य विभाग जल्द ही जिले से कोरोना की विदाई मान रहा है। जिले में पिछले एक महीने 24 दिसम्बर से 22 जनवरी के बीच ही संक्रमित मरीजों की संख्या में 68 फीसदी की कमी आई है। जिले में 24 दिसंबर तो एक्टिव मरीजों की संख्या 474 थी।
वहीं 22 जनवरी को यह 153 पर पहुंच गई। इस तरह पिछले एक महीने में ही 321 मरीज ठीक हुए हैं। इस तरह पिछले एक महीने में 68 फीसदी मरीज रिकवर हुए हैं। वैसे जिले में 22 जनवरी तक एक्टिव केस की संख्या 153 थी। वहीं इसमें से सिर्फ 24 ही कोविड अस्पताल और कोविड सेंटर में अपना इलाज करवा रहे हैं।
शेष 129 मरीज घरों में रहकर इलाज करवा रहे हैं। कोविड सेंटर और अस्पताल के 85 फीसदी बेड थाली पड़े हुए हैं। वहीं 15 फीसदी सेंटर.अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। जिले के एक मात्र कोविड अस्पताल में 51 बेड हैं। इसमें से सिर्फ 6 बेड पर मरीजों का इलाज चल रहा है। शेष 45 बेड खाली है। वहीं डीएनएस कोविड सेंटर में कुल 240 बेड है। इसमें से सिर्फ 18 पर ही कोरोना मरीज का इलाज हो रहा है।
महासमुन्द, 24 जनवरी। सोमवार 25 जनवरी को दोपहर 1.30 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर ई-ईपिक लांच करने सम्बंधी जागरूकता की उपाय की जानकारी भी दी जाएगी साथ ही फोटोयुक्त निर्वाचन 1 जनवरी 2021 की स्थिति में फोटोयुक्त निर्वाचन नामावली के निरीक्षण में जुड़े हुए नए मतदाताओं का जिले के प्रत्येक सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी स्तर पर 10.10 ई.ईपिक वोटर पोर्टल या वोटर हेल्पलाईन मोबाईल एप डाउनलोड कर एप के माध्यम से भी जागरूकता की जानकारी दी जाएगी।
इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचक अधिकारी डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मोहम्मद जहांगीर तिगाला, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक की उपस्थिति में राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम आयोजित होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता की थीम सभी मतदाता बनें, सशक्त, सतर्क, सुरक्षित एवं जागरूक हैं पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। उत्कृष्ट कार्य करने वाले बीएलओ नोडल प्राध्यापक अधिकारी एवं कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा। मालूम हो कि 25 जनवरी भारत निर्वाचन आयोग का स्थापना दिवस है। जो 1950 को अस्तित्व में आया था। इस दिन को पहली बार 2011 में मनाया गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। भारतीय युवा कांग्रेस के आव्हान पर छत्तीसगढ़ वन विकास निगम अध्यक्ष बसना विधायक राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह के निर्देश पर युवा कांग्रेस ने बसना कांग्रेस कार्यालय के पास पेट्रोल डीजल दाम में बढ़ोतरी, केंद्र सरकार की किसान विरोधी कृषि नीति और तीन काले कृषि कानून के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष खालिद दानी ने बताया कि नोटबंदी की त्रासदी के बाद जीएसटी, 3 काले कृषि बिल लागू कर दिया और अब केंद्र की मोदी के भाजपा सरकार पूरी दुनिया में सबसे महंगा टैक्स पेट्रोल-डीजल पर लगाकर आम भारतीयों को लगाकर भारी सजा दे रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बहुत कम होने के बावजूद पिछले कुछ समय से पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने सुबह गणतंत्र दिवस परेड की सलामी ली। आज प्रात: ठीक 9 बजे स्थानीय मिनी स्टेडियम में गणतंत्र दिवस-2021 की फुल ड्रेस अभ्यास में पुलिस के जवानों के साथ जिले के कलेक्टर, एसपी और कुछ अफसरों की उपस्थिति में आज जो अभ्यास हुआ।
इस बार भी 26 जनवरी को कोरोना के चलते झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल शनिवार को भी मिनी स्टेडियम पहुंच कर गणतंत्र दिवस की तैयारियों का जायजा लिया था। पिछले साल आज की ही तारीख पर ठीक इसी समय 9 बजे इस मैदान में शहर के विभिन्न स्कूलों के डेढ़ हजार बच्चे विभिन्न वेश भूषा में फुल ड्रेस अभ्यास में पहुंचे थे। कैमरे की आंखें इनकी ओर गई तो ये फुर्ती से पोज देकर फोटो खिंचावाने बैठ गए थे।
वैसे तो यह मैदान स्वतंत्रता-गणतंत्र पर्व पर दर्शकों से हमेशा खचाखच भरा रहता था लेकिन स्कूली बच्चों से पूरा मैदान ही अलग दिखता था। आज इस मैदान में पुलिस के कुछ जवानों और गिनती के अफसरों को छोड़ कोई नहीं है। मैदान में चारों ओर सन्नाटा है। जिला प्रशासन द्वारा यहां लाउडस्पीकर में देश भक्ति के गाने जरूर बज रहे हैं लेकिन इन गानों में अब वो मजा नहीं रहा जो पिछले सालों में होता था। ध्वजारोहण के वक्त आमंत्रित अथितियों के लिए इसी सन्नाटे में मंचीय व्यवस्था तैयार की जा रही है। कलेक्टर ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किए जाने हेतु की गई तैयारियों के बारे में जानकारी लेकर जरूरी दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने अतिथियों को आमंत्रण पत्र वितरण समय पर करने कहा। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू जिला मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण करेंगे।
महासमुन्द, 24 जनवरी। जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि बिल के विरोध में एवं दिल्ली में लगातार धरने में बैठे किसानों के समर्थन में तथा छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीदी के नाम में की जा रही अनियमितता,कभी रकबा कम कर के एक भी बारदाने की कमी बता कर किसानों को परेशान किया जा रहा है जिसके विरुद्ध आम आदमी पार्टी द्वारा प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
जिसके तारतम्य में कल 25 जनवरी 2021 को 11 बजे कचहरी चौक महासमुन्द में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। इसमें महासमुन्द जिले के आम आदमी पार्टी के समस्त कार्यकर्ता एवं किसान शामिल होंगे।
तेज हुई 10वीं-12वीं के छात्रों के दिल की धडक़नें
शिक्षक भी ऑनलाइन व ऑफलाइन क्लास लेकर बच्चों को कोर्स पूरा कराने में जुटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। बोर्ड परीक्षा की समय-सारणी जारी हुई तो दसवीं व बारहवीं के छात्रों के दिल की धडक़ने तेज हो गई है। वजह यही है कि कोरोना की वजह से स्कूल खुले ही नहीं, पढ़ाई ऑनलाइन जारी है और अभी कोर्स भी बाकी है। ऐसे में छात्रों को परीक्षा और रिविजन की चिंता सताने लगी है।
शिक्षक भी ऑनलाइन व ऑफलाइन क्लास लेकर बच्चों को कोर्स पूरा कराने में जुटे हुए हैं। बता दें कि इस साल शहरी क्षेत्र के बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई में ज्यादा दिक्कतें नहीं हुई लेकिन ग्रामीण अंचलों के बच्चों को नेटवर्क की समस्या हुई है। वहां पढ़ाई न के बराबर हुई है। ग्रामीण इलाके के बच्चों का औसत 25 प्रतिशत कोर्स अभी भी बाकी हैं। बावजूद इसके शिक्षक दावा कर रहे हैं कि आगामी माह फरवरी में कोर्स पूरा हो जाएगा और मार्च में रिवीजन करा दिया जाएगा।
ऑनलाइन क्लास के नोडल अफसर विवेक वर्मा कहते हैं कि 75 प्रतिशत कोर्स पूरा हो गया है। बोर्ड कक्षाओं के छात्रों को परीक्षा देने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। 25 प्रतिशत कोर्स फरवरी के अंत तक पूरा करा लिया जाएगा। मार्च में रिवीजन भी कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा की समय-सारणी आने के बाद ऑनलाइन में छात्रों की संख्या बढऩे लगी है। इन्होंन स्वीकार किया है कि कई शिक्षक ऑनलाइन क्लास नहीं ले रहे हैं। जिसके कारण छात्रों को पढ़ाई करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्र स्वयं से घर में पढ़ाई कर रहे हैं। ऑनलाइन क्लास पिछले एक महीने से बंद है। ऑनलाइन क्लास की मॉनिटिरिंग नहीं होने कारण शिक्षक भी क्लास लेने में कतरा रहे हैं। ज्यादा परेशानी ग्रामीण अंचलों के छात्रों को हो रही है। एक ओर नेटवर्क नहीं होने के कारण ऐसे ही परेशान हैं वहीं दूसरी ओर शिक्षक कभी कभार ही क्लास ले रहे हैं।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस चंद्रसेन ने बताया कि अप्रैल में बोर्ड परीक्षा होगी। छात्रों का कोर्स पूरा कराने शिक्षक जुटे हुए हैं। इस साल माशिम से तय सिलेबस के आधार पर परीक्षा आयोजित होगी। वहीं असाइनमेंट के नम्बर भी जुड़ेंगे। ज्ञात हो कि कोरोना की वजह से स्कूल नहीं खुलने के कारण इस साल ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है। छात्रों की शिक्षा गड़बड़ाए न इसके लिए पढ़ाई तुंहर दुआर के तहत ऑनलाइन व ऑफ लाइन के जरिए पढ़ाई कराते रहे। अब परीक्षा की बारी है। दसवीं व बाहरवीं बोर्ड की परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा तय सिलेबस के आधार पर परीक्षा होगी। पूर्व में माशिमं 30 प्रतिशत सिलेबस काटकर ऑनलाइन व ऑफ लाइन क्लास लेने के लिए निर्देशित किया था। जिसके तहत जिले के शिक्षक ऑनलाइन व ऑफ लाइन क्लास लेकर तय सिलेबस की पढ़ाई छात्रों को करा रहे हैं।
अधिकारी कहते हैं कि ग्रामीण छात्रों को कोरोना की वजह से स्कूल नहीं खुलने से ज्यादा परेशानी हुई है लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई से काफी राहत मिली है। 75 प्रतिशत कोर्स पूरा हो गया है। आगे का कोर्स भी पूरा हो जाएगा। समय-सारणी आने के बाद अब गांवों में भी छात्रों ने पुराने कोर्स पर रिवीजन भी शुरू कर दिया है। हालांकि गंावों में नेटवर्क की समस्या होने के कारण पढ़ाई करने में दिक्कतें हो रही हैं। गणित और विज्ञान विषय की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रही है। वैसे सभी विषयों की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही है। औसतन 25 प्रतिशत कोर्स ही शेष रह गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 जनवरी। जिले में दो अलग-अलग सडक़ हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। पहला मामला सरायपाली थाना क्षेत्र के घंटेश्वरी मंदिर के पासए अर्जुन्दा के पास घटी।
पुलिस के मुताबिक जिगर अली नामक युवक अपनी बाइक से कहीं जा रहा था। उसकी गाड़ी में पीछे विशाल साहू पिता गणेश साकिन गुढिय़ारी रायपुर बैठा हुआ था। चालक जिगर अली ने तेज एवं लापरवाही पूर्वक चलाते हुए घंटेश्वरी मंदिर अर्जुन्दा के पास बाइक दुर्घटनाग्रस्त कर दिया। हादसे में पीछे बैठा विशाल साहू गंभीर रूप से घायल हुआ और अस्पताल ले जाते उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया। वहीं दूसरा मामला खल्लारी थाना क्षेत्र सडक़ 353 में खल्लारी मोड़ के पास की है। पुलिस के मुताबिक ओंकार यादव अपने बाइक से कहीं जा रहा था। बाइक पर पीछे चेेचर देवागंन पिता लोचन को बैठाया हुआ था। हादसे में चेचर देवागंन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। कर्म को भगवान की सेवा बनाना ही मुक्ति है। मोह मानव जीवन का विनाश करता है इसलिए जो मोह को त्यागकर किसी भी परिस्थिति में मुस्कुराना सीख लेता है उसे ही जीवन में विजय मिलती है।
क्लब पारा में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के अंतिम दिन आचार्य मोनू महाराज ने परीक्षित मोक्ष के प्रसंग सुनाते हुए भक्तों से कहा कि जो भगवान के चरणों में हारना जानता है उसे ही जीत मिलती है। हमें दूसरों को सुधारने से ज्यादा खुद के सुधरने पर ध्यान देना चाहिए। स्वयं सुधरने से दुनिया खुद सुधर जाएगी। वर्तमान समाज में दिखावा ज्यादा है गरीब व्यक्ति महंगे आभूषण धारण करता है तो लोग विश्वास नहीं करते लेकिन अमीर आदमी के साधारण पहनावे को भी कीमती मान लिया जाता है।
सुदामा प्रसंग का वर्णन करते हुए आचार्य ने बताया कि जब भगवान कृष्ण की एक हजार आठ रानियां सुदामा के पैर छूकर प्रणाम करना चाहती थी तो उनकी दुर्बलता को देखकर श्रीकृष्ण ने रानियों से कहा कि यह कार्य मन से सम्पन्न करो। क्योंकि जीवन एक माला की तरह है। इसमें मन धागा व फूल शरीर की तरह है। फूल एक समय पर मुरझा जाते हैं लेकिन धागा नहीं इसलिए मन से प्रणाम व भक्ति ही सदैव उचित होता है। भगवान कृष्ण विग्रह की कथा प्रसंग में बताया गया कि धरती ही आधार है और सबको धरती में समाहित होना पड़ता है। मनुष्य के मन में संसार के प्रति नैराश्य तथा भगवान के प्रति आशावादी विचार हमेशा होना चाहिए।
श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के विश्राम चरण में श्रद्धालुओं द्वारा तुलसी वर्षा कर शोभायात्रा निकाली गई। सुधा होरीलाल शर्मा द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में लोगों की भीड़ दिखी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कोरोना महामारी से विश्व की रक्षा के लिए पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर उसका विधि-विधान से अभिषेक किया। आचार्य मोनू महाराज ने बताया किए जिस मिट्टी से शिवलिंग निर्माण किया जाता है उसका प्रत्येक रज अश्वमेध यज्ञ का पुण्य प्रदान करता है तथा इसका अभिषेक विश्व कल्याण सहित सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण करता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। नगर तथा ग्राम निवेश क्षेत्रीय कार्यालय महासमुन्द के सहायक संचालनक ने बताया कि भवन अथवा भूखंड खरीदने के पूर्व बिल्डर, कॉलोनाईजर, भूखंड, भवन विक्रेता, सहकारी समिति अथवा अद्र्धशासकीय संस्थाओं में निम्न दस्तावेजों की मांग कर आवश्यक जांच कर लें एवं वैध पाए जाने पर भवन, भूखंड क्रय करने की कार्यवाही करें, अन्यथा कि स्थिति में भूमि या मकान खरीदने वाले का होगा और कार्यालय की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि बिल्डर या संस्था का नगर निगमए नगर पालिका अथवा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा जारी कॉलोनाईजर रजिस्ट्रेशन का प्रमाण पत्र होना चाहिए। भूमि क्रय सम्बंधी दस्तावेज, नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा स्वीकृत अभिन्यास लेआउट की प्रति एवं उसमें भूखंड की स्थिति, नगर निगम, नगर पालिका, अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व द्वारा जारी कॉलोनी विकास की अनुमति क्रमांक एवं दिनांक सहित उल्लेख होना चाहिए।
इसी प्रकार शासन के राजस्व विभाग के भू-व्यपवर्तन प्रमाण पत्र, कॉलोनी अथवा समूह आवास की स्थिति में नगर पालिक निगम, नगर पालिका, नगर तथा ग्राम निवेश विभाग द्वारा स्वीकृत भवन निर्माण अनुज्ञा एवं विक्रेता के पक्ष में नवीनतम बी.1 की प्रति होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि स्वीकृत अभिन्यास में आरक्षित 15 प्रतिशत् ई डब्ल्यू एस भूमि, स्कूल, उद्यान हेतु आरक्षित भूमि बंधक भूखंड, बंधक फ्लैट न खरीदें। कृषि उपयोग वाली भूमि का आवास मद में उपयोग नहीं किया जा सकता है तथा अवैध प्लाटिंग की भूमि भी न खरीदें।
नवागांव में मंड़ई मेला आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। ग्राम नवागांव में आयोजित मड़ई मेला में संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। परसों
गुरूवार को ग्राम नवागांव में मड़ई मेला का कार्यक्रम का आयोजित था। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर के पहुंचने पर आतिशबाजी के साथ ग्रामीणों ने स्वागत किया। इस दौरान मुख्य अतिथि श्री चंद्राकर ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ग्रामीण संस्कृति व विरासत को सहेजने के लिए प्रतिबद्ध है। ग्रामीण संस्कृति व तीज त्यौहार पर न केवल छुट्टी की घोषणा की गई है बल्कि धूमधाम से मनाने के लिए शासन स्तर पर बड़्े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि मड़ई मेला का आयोजन हमारी संस्कृति व सदभावना की अतुल्य परंपरा है। कार्यक्रम को जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, हीरा बंजारे, खोम सिन्हा, मदन पटेल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सरपंच गंगाराम दीवान, दुर्गा पटेल, रामानंद चंद्राकर, अशोक पटेल, भारत निर्मलकर, मुनु दाऊ पटेल, चैत राम, ईश्वर मन्नाडे, कमलनारायण पटेल, मनहरण सिन्हा,गणेश मौर्य, तनेश सिन्हा, दुर्गेश चंद्राकर, मुरारी यादव, चंद्रशेखर साहू, हेमन्त यादव, इतवारी यादव आदि मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। महासमुन्द जिला चिकित्सालय के पंजीयन काउंटर में ओपीडी में इलाज कराने आ रहे लोगों को योजना के तहत ई कार्ड बनाकर दिया जा रहा है। इस कार्ड के माध्यम से अब लोग मुफ्त में इलाज करा सकते हैं। हालांकि यह कार्ड पहले भी बन रहा था, लेकिन मरीज के एडमिट होने के बाद कार्ड को जारी किया जाता था।
अब नए आदेश के बाद 15 जनवरी से यह नियम में सरकार ने बदलाव करते हुए सभी को पूर्व में ही ई.कार्ड जारी करने के निर्देश दिए हैं। अब ओपीडी में आ रहे मरीज अपना ई.कार्ड बना रहे हैं। कार्ड से अब वे कभी भी किसी भी अस्पताल में अपना निर्धारित रुपए तक इलाज करा सकते हैं। सरकार ने आयुष्मान भारत व डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गरीबी रेखा कार्डधारी परिवारों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है । ई-कार्ड प्रभारी ओमकार धुरंधर ने बताया कि नि:शुल्क इलाज के लिए सकरार द्वारा जारी ई-कार्ड दिया जा रहा है। पूर्व में एडमिट होने वाले को ही ई-कार्ड दिया जाता था। अब ओपीडी में आने वाले मरीजों को भी ई.कार्ड बनाकर दिया जा रहा है। जिसका लाभ लोग ले रहे हैं। अभी तक 69334 ई.कार्ड जिले में जारी हो चुका है।
केंद्र सरकार द्वारा जनगणना 2011 के अनुसार पात्र राशन कार्डधारी परिवारों को पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क हेल्थ बीमा की सुविधा दी गई है। वहीं राज्य सरकार ने डॉ.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गरीबी रेखा कार्डधारी परिवारों को 5 लाख और अन्य कार्डधारी परिवारों को 50 हजार तक नि:शुल्क सुविधा का ऐलान किया है। इसके तहत बागबाहरा में 8077 ई.कार्ड, बसना में 10857, महासमुन्द में 13727, पिथौरा में 11575, सरायपाली में 9328 ई कार्ड जारी किए गए हैं। जनवरी से 31 दिसंबर 2020 तक 16 हजार से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजना का लाभ लिया है। 5763 लोगों ने सरकारी अस्पताल और 4037 लोगों ने जिले के निजी अस्पतालों में अपना इलाज ई.कार्ड के माध्यम से कराया है। इसी तरह 7 हजार से अधिक लोगों ने राजधानी के अस्पतालों में इलाज कराकर योजना का लाभ लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। पिछले 22 दिनों से शासकीयकरण व नियमितिकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे रोजगार सहायकों-सचिवों को शासन ने काम पर लौटने के लिए 24 घंटे अल्टीमेटम दिया तो हड़तालियों ने खुद ही आंदोलन समाप्त कर दिया।
सरकार ने उन्हों काम पर नहीं लौटने की स्थिति में नई नियुक्तियों के निर्देश जारी किए थे। उनकी हड़़ताल से पंचायत का काम-काज ठप हो गया छा। मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पा रही थी। रोजगार सहायकों के हड़ताल पर चले जाने से शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, घुरवा, गरवा व बारी से सम्बंधित काम भी मजदूरों को नहीं मिल रहा है। जिसे देखते हुए छग शासन के पंचायत सचिव प्रसन्ना आर ने जिला पंचायत के सीईओ, जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं कलेक्टर को आदेश जारी कर इनके जगह में नई नियुक्ति के आदेश दिए हैं।
पहले तो इस मामले में संघ ने कहा कि सरकार नई नियुक्ति कर ले। हम मांग पूरी होने के बाद ही यहां से हटेंगे। इससे पूर्व भी आंदोलनकारी सचिव प्रभार देने के लिए जनपद पंचायत कार्यालय में पंचायत की चाबी लेकर पहुंचे थे लेकिन किसी ने भी प्रभारी की सूची व चाबी नहीं ली थी। छग शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव प्रसन्ना आर ने जिला पंचायत के सीईओ को आदेश जारी किया है कि ग्राम सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। यदि ये सचिव 24 घंटे के अंदर कार्य में वापस नहीं लौटते हैं तो पंचायतों की सेवा शर्तों के लिए मार्गदर्शिका में प्रावधानित अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत में सचिव की नई नियुक्ति तत्काल करें। रोजगार सहायकों के लिए आदेश जारी कर कलेक्टर व जिला कार्यक्रम अधिकारी को नई नियुक्ति के आदेश दिए हंै। लिहाजा कल शाम आंदोलनकारियों ने अपना निर्णय बदला और आज 23 जनवरी से काम पर लौटने का फैसला लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव नहीं होने के कारण खरीदी में व्यवस्था चरमरा रही है। वहीं बावनकेरा व चौकबेड़ा उपार्जन केंद्र में परसों गुरूवार शाम से खरीदी बंद हो गई है। शुक्रवार को एक भी किसान ने धान नहीं बेचा।
धान खरीदी के लिए केवल पांच दिन ही शेष बच गए हैं, और जिले के कई उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान पड़ा हुआ है। जिसे परिवहन कराने में विपणन विभाग नाकामयाब साबित हो रहा है। जिला विपणन अधिकारी सीआर जोशी ने बताया कि बैरियर की वजह से उठाव को लेकर परेशानी आ रही है। फिलहाल बागबाहरा में उठाव के लिए आज शनिवार को डीओ जारी किया जाएगा।
उपार्जन केंद्र व्यवस्थापक के अनुसार बावनकेरा उपार्जन केंद्र में 44665 व चौकबेड़ा में 20300 क्विंटल धान क्रय किया गया है। इन केंद्रों से क्रमश 14614 एवं 9440 क्विंटल धान का उठाव हुआ है। इसके बाद परिवहन बंद हो गया। जिसकी वजह से उपार्जन केंद्र में 30051 एवं 12667 क्विंटल धान जाम पड़ा हुआ है। एक से 21 जनवरी तक एक बार भी परिवहन नहीं होने के कारण यह धान जाम है। किसानों के मुताबिक धान संग्रहण केन्द्रों में अब भी बारदाने की समस्या बरकरार है। जिले के 9 हजार किसान अब तक धान नहीं बेच पाए हैं। इसका कारण बारदेने की किल्लत को बताया जा रहा है।
मिलरों की ओर से समितियों को दिया गया बारदाना खराब है। कुछ किसान धान बेचने के लिए बाजार से बारदाना खरीदकर धान बेच रहे हैं। किसान 35 रुपए कीमत पर बाजार से बारदाना खरीद कर धान बेच रहे हैं और राज्य सरकार की ओर से किसानों बारदाने के एवज में मात्र 15 रुपए दी जा रही है।
राज्य शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय से कलेक्टर को पत्र जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। सूचना के अधिकार के तहत स्व प्रकटीकरण के 17 बिन्दुओं में क्या लिखा है, इसकी जानकारी जिले के अधिकारियों को नहीं है। इन 17 बिन्दुओं की जानकारी सरेआम करने आरटीआई के तहत बसना निवासी विनोद दास ने ग्राम पंचायत लोहड़ीपुर में आवेदन लगाया। तब खुलासा हुआ कि छत्तीसगढ़ सरकार के वेबसाइट में सूचना के अधिकार के तहत स्वप्रकटीकरण के 17 बिन्दुओं में दी गई जानकारी जिले में अपलोड ही नहीं किया गया है। विनोद दास को लिखित में जिले के अफसरों ने कहा कि उक्त वेबसाइट में 17 बिन्दुओं को सार्वजनिक करने संबंधी कोई भी प्रशिक्षण या उच्च अधिकारियों से आदेश आज तक महासमुन्द जिले के अधिकारियों को प्राप्त नहीं हुआ है।
विनोद दास का कहना है कि महासमुन्द के जनसूचना अधिकारी ने उनके सूचना आवेदन में सही जानकारी नहीं दी तो उन्होंने प्रथम अपील आवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी कार्यालय जनपद पंचायत बसना में प्रस्तुत किया। इसके बाद जनसूचना अधिकारी बसना ने लिखित में यह जानकारी दी है। इसके बाद सूचना का अधिकार के तहत इसकी शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता विनोद दास ने लिखित में राज्य शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन में की।
विभाग की ओर से कलेक्टर जिला महासमुन्द को इस संबंध में पत्र जारी हो चुका है। पत्र क्रमांक एफ-7-03/2021/1-13 नवा रायपुर दिनांक 13 जनवरी 2021 को कलेक्टर महासमुन्द को लेख किया गया है कि सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 04(1)(ख) में उल्लेखित प्रावधानों का कड़ाई से पालन करते हुए प्रावधानों में उल्लेखित 17 बिन्दुओं का स्व प्रकटीकरण किये जाने हेतु महासमुन्द जिले के समस्त विभागों को निर्देश जारी करने का कष्ट करें। पूरे 17 बिन्दुओं को स्व प्रकटीकरण करने से आम नागरिकों द्वारा सूचना मांगने में आवेदन सीमित लगेगा। इससे धन एवं समय दोनों बचेगा। कागज का उपयोग सीमित होने से पर्यावरण सुरक्षित रहता है।
ज्ञात हो कि इन 17 बिन्दुओं में लोक प्राधिकारी को उसके विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की शक्तियों एवं कर्तव्य, उनके क्या कार्य हैं, उनके पास कौन से दस्तावेज हैं, कितना आंबटन शासन से प्राप्त हुआ एवं कितना व्यय हुआ, उनके पास कौन सी सूचना दस्तावेज रूप में है और कौन सी सूचना इलेक्टानिक रूप में, नागरिकों को क्या सुविधाएं दे सकते हंै, विभाग द्वारा हुई बैठक, बैठक में जनता शामिल हो सकता है अथवा नहीं यह बताना है। प्रत्येक लोक प्राधिकारी को 12 अक्टूबर 2005 तक यह समस्त जानकारी बवेबसाइट में अपलोड करना था, लेकिन आज 15 वर्षों के बाद भी इसका पालन नहीं हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। यात्री बसों में महिलाओं व युवतियों की सुरक्षा अब पैनिक बटन के माध्यम से करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है। पहले जीपीएस सिस्टम से सुरक्षा मुहैया कराई जा रही थी। पैनिक बटन के माध्यम से सुरक्षा कराया जा रहा है।
इस बटन के माध्यम से महिलाओं व युवतियों की शिकायत सीधे पुलिस के पास पहुंचेगी और मिनटों में पुलिस घटना स्थल पर महिलाओं व युवतियों के पास होगी।
जिला प्रशासन के मुताबिक जिले सहित प्रदेश के किसी भी यात्री बसों महिलाएं व युवतियां बेहिचक यात्रा कर सकते हैं। उन्हें डरने की जरुरत नहीं है। जिले के स्कूली बसों व नई गाडिय़ों में पैनिक बटन लगाया है। वहीं परिवहन विभाग ने भी पत्र जारी कर सभी डीटीओ को यात्री गाडियों में पैनिक बटन लगाने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि जब तक पैनिक बटन यात्री गाडिय़ों में नहीं लगेगी, तो वाहनों का पंजीयन, फिटनेस जैसे दस्तावेज जारी नहीं होंगे।
बसों और टैक्सियों में पैनिक बटन लगाया जा रहा है। यह बटन एक तरह का अलर्ट डिवाइस है, जो ट्रांसपोर्ट व पुलिस विभाग से जुड़ी है। कोई यात्री जैसे ही इस बटन को दबाएगा तो इसकी सूचना पुलिस को हो जाएगी और जीपीएस के माध्यम से वाहन को लोकेशन ट्रेस कर पुलिस वहां पहुंच जाएगी। पैनिक बटन मॉनिटरिंग करने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम व डायल 112 से कनेक्ट है। जैसे ही पैनिक बटन कोई दबाएगा पुलिस उसके पास पहुंच जाएगी और चंद मिनटों में शिकायत का समाधान हो जाएगा।
महासमुन्द, 22 जनवरी। आज दोपहर दो बजे स्थानीय लोहिया चौक में भाजपा का धरना-प्रदर्शन एवं कलेक्टोरेट घेराव कार्यक्रम के तहत सभा का आयोजन हुआ। सभा को जिले के भाजपा पदाधिकारियों सहित सांसद चुन्नी लाल साहू ने संबोधित किया।
दोपहर 3 बजे सभा रैली में तब्दील हुई और कलेक्टोरेट की ओर बढ़ी। कलेक्टर कार्यालय के सामने पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भीतर प्रवेश से रोकने बैरिकेड्स लगाकर जवान तैनात किए थे। एएसपी मेघा टेम्भुरकर और एसडीओपी नारद सूर्यवंशी, लितेश सिंह, जिले के तमाम थाने चौकियों में पदस्थ थानेदार जवानों के साथ मोर्चा सम्भाले हुए थे। कलेक्टर कक्ष में कलेक्टर डोमन सिंह और एसपी प्रफुल्ल ठाकुर नजर रखे हुए थे। जैसे ही रैली में शामिल भाजपाई कलेक्ट्रेट के मुख्य दरवाजे के सामने पहुंचे, युवा मोर्चा के सदस्यों ने बल प्रदर्शन शुरू कर दिया लेकिन पुलिस के जवानों ने भीड़ पर काबू पा लिया। आखिर में भीड़ कलेक्ट्रेट के सामने मैदान में जमा हुई और यहां लोगों ने गिरफ्तारी देना शुरू किया। यहां मैदान में लगभग 12 सौ लोगों की भीड़ थी, लेकिन अधिकांश लोगों ने गिरफ्तारियां नहीं दी।
सांसद चुन्नीलाल साहू किसान के वेश में धोती सलूखा पहन सिर में साफा बांधकर पहुंचे थे। भाजपा जिलाध्यक्ष रूप कुमारी चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह गोल्डी, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा सहित भाजपा के तमाम पदाधिकारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
ज्ञात हो कि आज का आंदोलन भाजपा ने राज्य सरकार पर धान खरीदी में हो रही अव्यवस्था, बोनस की राशि के भुगतान में बहानेबाजी, बारदाने के नाम पर किसानों को परेशान करने, गिरदावरी के नाम खेत का रकबा घटाए जाने, पिछले साल के धान का पैसा भुगतान न करने, आर्थिक बदहाली से तंग आकर प्रदेश के किसानों द्वारा आत्महत्या करने का आरोप लगाते हुए किया। प्रदेश भाजपा के आव्हान पर जिला मुख्यालय महासमुन्द में इस जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन एवं कलेक्ट्रेट घेराव का कार्यक्रम आयोजित हुआ।