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महासमुन्द, 16 जनवरी। पढऩा लिखना अभियान के तहत राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक वीडियो कांन्फ्रेंस के माध्यम से हुई। बैठक में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक राहुल वेंकट, सहायक संचालक प्रशांत पाण्डे, दिनेश कुमार टांक उपस्थित थे। समीक्षा बैठक में जिले को प्राप्त लक्ष्य के अनुसार असाक्षरों का सर्वे, स्वयं शिक्षकों का सर्वे व डाटा एण्ट्री सम्बंधी समीक्षा की गई। वहीं लम्बित डाटा एण्ट्री की जानकारी ली गई। डिजिटल माध्यम से पढ़ाई कराने स्वयंसेवी शिक्षकों व असाक्षरों के लिए अलग-अलग मोबाइल एप बनाया जा रहा है। इस एप के माध्यम से असाक्षरों को पढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण चार चरणों में प्रदान किया जाएगा।
प्रथम चरण में स्वयंसेवी शिक्षकों का प्रशिक्षण, द्वितीय चरण में चयनित ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण, तृतीय चरण में नगरीय निकाय के चयनित वार्डों के पार्षदों का प्रशिक्षण एवं चतुर्थ चरण में समस्त ग्राम पंचायत व वार्ड प्रभारियों को प्रशिक्षण प्रदान की जाएगी। संचालक द्वारा निर्देशित किया गया कि 19 जनवरी तक असाक्षरों व स्वयंसेवी शिक्षकों का सर्वे एवं एण्ट्री कार्य पूर्ण कर लिया जाए।
वन अधिकार समिति की बैठक में वन भूमि पट्टा देने का अनुमोदन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 जनवरी। जिले में व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामुदायिक वन संसाधन वनाधिकार के तहत 124 लोगों-समूहों को 17102 हेक्टेयर जमीन के रकबे का वन अधिकार पट्टा दिया जाएगा। वन भूमि पट्टा देने का अनुमोदन जिला स्तरीय वन अधिकार समिति की बैठक में किया गया। कल शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय वन अधिकार समिति की बैठक आयोजित हुई।
कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में वन मंण्डलाधिकारी के प्रतिनिधि सदस्य सचिव, सहायक आयुक्त आदिवासी एवं जिला पंचायत सदस्य बसंता ठाकुर एवं चंदन माछु, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चन्द्रवंशी, डिप्टी कलेक्टर सीमा ठाकुर एवं पूजा बंसल उपस्थित थे। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि वन को सुरक्षित रखने के लिए तथा समुदायों को संसाधन उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक सामुदायिक वन अधिकार पत्र प्रदान करें।
बता दें कि बागबाहरा अनुविभाग के 8 ग्रामों के 33 व्यक्तियों को वन अधिकार के तहत् 21.72 हेक्टेयर वन भूमि के दावे स्वीकृत किए गए। जिसमें अनुसूचित जाति के 12 एवं अन्य परम्परागत वन वासियों के 21 दावे शामिल हैं। वहीं सामुदायिक वनाधिकार कुल 43 प्रकरण स्वीकृत किए गए। जिसका कुल रकबा 4973.67 हेक्टेयर है। चारागाह हेतु 14 एवं लघु वनोपज संग्रहण के प्रयोजन हेतु 29 सामुदायिक वनाधिकार मान्यता पत्र स्वीकृत किया गया। जिसमें से बागबाहरा अनुविभाग से 35 एवं सरायपाली अनुविभाग से 08 प्रकरण शामिल हंै। सामुदायिक वन संसाधन महासमुन्द अनुविभाग से 14, बागबाहरा अनुविभाग से 30, सरायपाली अनुविभाग से 4 प्रकरण स्वीकृत किया गया। जिसका कुल रकबा 12107.06 हेक्टेयर है।
पहले दिन 100 का लक्ष्य-बीएमओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 16 जनवरी। कोरोना टीकाकरण आज नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रारम्भ हुआ। इस अवसर पर संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव एवं वन विकास निगम के अध्यक्ष राजा देवेंद्र बहादुर सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
आज प्रात: से ही कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारी में स्थानीय एसडीएम राकेश कुमार गोलछा एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा अग्रवाल सक्रिय थे। टीकाकरण दोपहर 12 बजे प्रारम्भ हुआ। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कोविड वैक्सीनेशन केंद्र के बाहर पहले परिचय पत्र देख कर वेरिफिकेशन किया जा रहा था। उसके बाद वैक्सीन लगवाने वाले का स्वास्थ्य परीक्षण के बाद वैक्सीन कक्ष में ले जाकर इंजेक्शन के माध्यम से वैक्सीन दी जा रही है। वैक्सीन देने के बाद नए अस्पताल के ही एक कक्ष में 30 मिनट ऑब्जर्वेशन में रख कर छोड़ा जा रहा है।
आज पिथौरा के स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जा रही वैक्सीन में पहली वैक्सीन उमेश दीवान (पुरुष) एवं किरण कुमारी सूर्ये (महिला) को लगाया गया। इसके बाद दोपहर एक बजे तक करीब आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने के बाद इनका ऑब्जर्वेशन भी पूर्ण हो चुका था। किसी को भी कोई साइड इफेक्ट नहीं होने से वैक्सीन लगवाने वाले कर्मी उत्साह से आगे आ रहे हंै
स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा अग्रवाल ने बताया कि आज शासन के निर्देशानुसार कुल 100 स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र कर्मियों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सभी पात्र कर्मियों को उनके मोबाइल पर मैसेज भेजे गए हंै।
एसडीएम श्री गोलछा ने बताया कि आज एक दिन में कुल 100 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जा रही है। कल वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। इसके बाद परसों से शासन के निर्देशानुसार वैक्सीन लगाने का कार्य पिथौरा क्षेत्र के छह केंद्रों में किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 जनवरी। महासमुन्द जिले के बागबाहरा स्थित एक तालाब में कल शुक्रवार को तीन बगुले (कोकड़ा)मिले, जिनमें से एक मृत और दो घायल थे।
कुछ ही देर बाद ही घायल बगुले की भी मौत हो गई। सूचना मिलते ही स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ. आर. धृतलहरे सहित उनकी टीम मौके पर पहुंची। साथ ही जिला स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्य भी बागबाहरा पहुंचे। टीम ने तीनों पक्षियों का निरीक्षण किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टया बर्ड फ्लू जैसे कोई लक्षण नहीं दिखे। उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ डीडी झारिया ने बताया कि मृत पक्षियों को बर्फ में पैक कर भोपाल के हाई सिक्योरिटी एनिमल डिसीज लेबोरेटरी राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थानद्ध भेज दी गई है।
वहां जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि पक्षियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू है या कुछ और। जांच रिपोर्ट आने में कम से कम तीन दिन का समय लग सकता है। पशु चिकित्सा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार दो दिन पहले बीटीआई रोड में एक मृत कौआ पाया गया था। डॉ डीडी झारिया ने बताया कि दो दिन पहले मृत मिले कौंए की जांच के लिए भी उसे लेबोरेटरी भेज दिया गया है। उन्होंने आमजनों से अपील की है कि मृत पक्षियों के पास न जाएं और उसे छुएं नहीं।
मालूम हो कि पशु चिकित्सा विभाग पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों की सप्लाई चेन की निगरानी कर रही है। पोल्ट्री फार्मों में जाकर निरीक्षण किया जा रहा है। सीमावर्ती प्रदेशों से पक्षियों के परिवहन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है । सभी पोल्ट्री व्यवसाय केंद्रों में जांच कर फार्मों में अचानक मृत मुर्गियों की जानकारी जुटाई जा रही है।
महासमुन्द, 16 जनवरी। जिला पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 16 लीटर शराब जब्त किया है। कल इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
महासमुन्द पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास कार्रवाई करते हुए एक आरोपी छन्नू टंण्डन को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 3.4 लीटर शराब और बाइक जब्त किया गया। जूसरे मामले में जगत पान ठेला के पास दलदलीरोड नयापारा महासमुन्द से संजय पात्रा को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 9 लीटर शराब जब्त किया गया, जिसकी कीमत 6 हजार रुपए आंकी गई है। वहीं तीसरे मामले में खल्लारी पुलिस ने ग्राम तुस्दा से उत्तम खडिय़ा को 4 लीटर महुआ शराब के साथ गिरफ्तार किया है।
300 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 जनवरी। आज प्रात: ठीक साढ़े 10 बजे कोरोना वायरस के खात्मे के लिए महासमुन्द जिला मुख्यालय में वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई। इसके लिए महासमुन्द जिले में 33 केंद्र बनाए गए हैं। वैक्सीनेशन की शुरूआत जिले के इन तीनों केंद्रों जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा और सरायपाली में एक साथ हुई। इन केन्द्रों में सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के 100-100 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन लगाई गईं। जिला अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी महेंद्र राव पवार, पिथौरा में स्वास्थ्यकर्मी एनएस नेताम और सरायपाली में महेश कुमार को पहला टीका लगाया गया। टीकाकरण की सूची में इनका नाम पहले नम्बर पर था।
इन तीनों केंद्रों में जिन 300 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, उनकी सूची दो दिन पहले ही तैयार कर ली गई थी। एसएमएस के माध्यम से इन्हें संदेश भी भेज दिया गया था। तीनों केंद्रों में वैक्सीनेशन के लिए कर्मचारी भी कल शाम तक तैनात कर दिए गए थे और आज इन सभी को सुबह 8 बजे सम्बंधित वैक्सीनेशन सेंटर में आमद दी गई। सेंटरों में इनके अलावा स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के आला अफसर मौजूद हैं।
मालूम हो कि पहले कोरोना टीकाकरण केंद्रों में पुलिस के जवान और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आधार कार्ड, अन्य फोटोयुक्त पहचान पत्र और मोबाइल नम्बर पर आए एसएमएस की जांच कर रहे हैं। पहचान की जांच के बाद केंद्र के भीतर टीका लगवाने वालों को प्रवेश मिल रहा है। प्रवेश के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जरूरी दस्तावेज की जांच कर उन्हें कोविड पोर्टल में एंट्री दे रहे हैं। तब जाकर वैक्सीनेशन कक्ष में प्रवेश दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण कार्यकर्ता वैक्सीन लगा रहा है और वैक्सीन लग जाने के बाद कोविड पोर्टल में उनका नाम दर्ज कर उक्त व्यक्ति को परिसर में ही बने प्रतीक्षालय में 30 मिनट बिठाा जा रहा है और उनकी मॉनीटरिंग की जा रही है।
मानीटरिंग के लिए मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। प्रतीक्षालय कक्ष में मौजूद टीका लगवाने वालों को यदि कोई समस्या होती है तो तत्काल एक्शन के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है जो समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करेंगी।
कलेक्टर डोमन सिंह ने शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंचकर वैक्सीनेशन को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया था। कोविड.19 टीकाकरण की नोडल अधिकारी पूजा बंसल के मुताबिक शुक्रवार को पिथौरा और सरायपाली सहित तीन अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन की डोज पहुंचा दी गई थी। आज सुबह 8 बजे से टीकाकरण की शुरुआत होनी थी, लेकिन नए निर्देश के अनुसार सुबह 10.30 बजे से इसकी शुरुआत की जा सकी। जिला स्तरीय कोल्ड चेन से शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन की 500-500 डोज जिले के पांच स्वास्थ्य केंद्रों में भेजी गई।
शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग रायपुर से आए डॉ वाय के शर्मा ने कोविड.19 वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायजा लिया। इसके पश्चात वे पिथौरा और सरायपाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और वहां उन्होंने कर वैक्सीन सेंटर का अवलोकन किया। यहां उन्होंने वैक्सीनेशन टीम से बातचीत की और उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली और साफ्टवेयर कंपनी इंटेल के सहयोग से युवा दिवस पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा के सात छात्रों ने भाग लिया। इसमें वैभव देवांगन, धीरज यादव, घनश्याम निषाद, यमुना यादव, हिमांशी देवांगन, परमेश्वरी यादव, गोपिका देवांगन शामिल हैं। शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष विजय शंकर निगम ने बताया कि एआई फार यूथ फेस.टू के लिए देशभर के टाप 125 छात्रों की सूची की जारी की गई थी। छत्तीसगढ़ से चयनित नौ छात्रों में से सर्वाधिक सात छात्र नर्रा स्कूल से हैं।
श्री निगम के मुताबिक बीते साल जून महीने में लाकडाउन के समय स्कूल बंद थे, तब राज्य के हजारों छात्रों ने इस कार्यक्रम के लिए अपना पंजीयन कराया था और आनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त किया। नर्रा स्कूल के प्राचार्य सुबोध कुमार तिवारी के मार्गदर्शन एवं तकनीकी निर्देशन में विद्यार्थियों ने अपनी तैयारी की और यह उपलब्धि अर्जित की है। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य के नौ विद्यार्थियों के चयन से राज्य के शिक्षा मंत्री डा प्रेमसाय सिंह टेकाम प्रभावित हुए हैं। उन्होंने महासमुन्द जिले के शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा से एक साथ सात छात्रों के चयन पर विद्यालय के व्याख्याता सुबोध कुमार तिवारी को फोन कर चयनित छात्रों एवं विद्यालय परिवार को उनकी मेहनत के लिए हर्ष जताया।
संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव, जिला शिक्षा अधिकारी राबर्ट मिंज, सहायक संचालक हिमांशु भारतीय, सहायक संचालक सतीश नायर, विखं शिक्षा अधिकारी केआर कोवाची, शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष विजय शंकर निगम, शाला में विधायक प्रतिनिधि उमेश जैन, सरपंच गोपाल किशन पटेल, उपसरपंच नूरेन्द्र साहू, डा आनंद वर्गीस, दिलीप गुप्ता, मेघनाथ यादव, मुबारक खान, तामेश्वर पटेल, ललित पटेल, पूर्णिमा धरम पटेल, प्रेमलताए रूपेन्द्र साहू, डेरहा दीवान, जिला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद महासमुन्द के जिला संयोजक जगदीश सिन्हा, हेमेंद्र आचार्य ने हर्ष जताया है।
चालकों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता के लिए डिप्टी कलेक्टर ऋतु हेमनानी और सीमा ठाकुर ने गुरूवार को संक्रांति पर शहर के मुख्य सडक़ पर गांधीगिरी की।
यातायात नियमों का पालन करने और हेलमेट लगाए वाहन चालकों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। हेलमेट पहनकर दुपहिया वाहन चलाने वालों में हरेंद्र कुमार, दीपक, लक्ष्मी दत्त, पवन आदि के अलावा हेलमेट न पहनने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को हेलमेट पहनने की आदत डालने की नसीहत दी। बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चालकों ने अपनी गलती मानी और भविष्य में हेलमेट पहनकर ही वाहन चलाने का वादा किया। दोनों डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि जान है तो जहान है।
उन्होंने अपने और अपने परिवार की खुशी के लिए हेलमेट पहनने का संदेश दिया। मालूम हो कि कलेक्टर डोमन सिंह ने पदभार सम्भालने के बाद अपनी पहली बैठक में कहा था कि जिले में हो रही सडक़ दुर्घटनाओं में सबसे बड़ी वजह बाइक चालकों का हेलमेट नहीं पहनना रहा है। उन्होंने इसके लिए लोगों को जागरुक करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया और कहा कि हेलमेट पहनने वालों को फूल देकर उनका स्वागत किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। सीबीएसई स्कूलों ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए और कोरोना का प्रकोप कम होने पर सीबीएसई 10 वीं-12 वीं की परीक्षा तय समय में लेने की तैयारी शुरू कर दी है। दूसरी तरफ सीजी बोर्ड का कुछ तय नहीं हुआ है।
बोर्ड अभी तक 10वीं.12वीं के स्कूल खोलने को लेकर भी कुछ भी निर्णय नहीं ले पाया है। परीक्षा तो बहुज दूर की बात है। पहले ही कोरोना के कारण पढ़ाई प्रभावित होने से छात्र चिंता में है। अब इस साल भी सीजी बोर्ड द्वारा परीक्षा को लेकर कुछ भी निर्णय नहीं लेेने के कारण छात्र इस असमंजस में हैं कि इस साल भी उनका एग्जाम होगा भी या नहीं। जारी आदशों के अनुसार सीबीएसई का प्रैक्टिकल एग्जाम 1 मार्च से होगा। वहीं सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा 2019 में 2 मार्च से शुरू की थी। इस साल अब यह परीक्षा 4 मई से आयोजित होगी। सीबीएसई के स्कूलों में हालांकि इस साल कोर्स कम होने की वजह से स्कूलों में सिलेबस पूरे हो चुके हैं। स्कूलों में फिलहाल प्री बोर्ड की प्रकिया चल रही है। यह प्री बोर्ड भी अभी तय शेड्यूल से पीछे चल रहा है।
वहीं इसके उलट सीजी स्कूलों में अब तक न तो प्री बोर्ड का शेड्यूल तय किया है और न ही एग्जाम का। इसके लिए मोहल्ला क्लास लगाए जा रहे है। लेकिन कोर्स अब भी अधूरा है। यहां तक की रायपुर, दुर्ग समेत अन्य जिलों में कुछ स्कूलों द्वारा 10वीं.12वीं की क्लास शुरू होने की खबरें भी आ रही है। वहीं जिले में अभी तक कुछ भी छात्रों को पता नहीं है। यहां तक की ऑनलाइऩ क्लास में भी हमारे बच्चे नहीं पढ़ पाए थे। अधूरे कोर्स से छात्र इस चिंता में हैं कि अगर बोर्ड ने दो महीने के अंदर एग्जाम लेने का शेड्यूल जारी कर दिया तो परीक्षा में लिखेंगे क्या।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह के निर्देश पर बर्ड फ्लू के सम्बंध में पशु चिकित्सक डी.डी. झारिया ने स्थानीय पोल्ट्री व्यवसायियों की बैठक ली। उन्होंने पोल्ट्री व्यवसायियों को 30 बिन्दुओं पर जारी जैव सुरक्षा दिशा.निर्देशों से अवगत कराया। उप संचालक पशु चिकित्सा ने सभी पोल्ट्री व्यवसायियों को दिए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा।
उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू से संबंधित सभी जानकारी फैलाव का कारण और उसके माध्यम व रोकने के उपाय के साथ ही यदि मुर्गियों की किसी भी कारण मृत्यु होती है तो उसका सही तरीके से डिस्पोज किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ के पदाधिकारियों ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर से मुलाकात कर संघ के भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
इस पर पालिका अध्यक्ष चंद्राकर ने संघ को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही भवन के लिए भूमि आबंटन के लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा जाएगा। संघ के जिलाध्यक्ष इश्वर चंद्राकर, बीपी मेश्राम, केतन साहू, राजेश कुमार सिंह, कावेरी वैष्णव, सिराज बक्श और मनीष मिश्रा का कहना है कि सहायक शिक्षकों के लिए शहर में एक भी भवन नहीं है। वहीं जिले भर के सैक?ों की संख्या में सहायक शिक्षक संघ से जुड़े हुए हैं। समय-समय पर बहुत से कार्यशाला का आयोजन करते रहते हैं।
संघ का एक भी कार्यालय नहीं होने के कारण शिक्षकों को विभिन्न आयोजनों के लिए भटकना पड़ता है। यहीं नहीं अन्य ब्लॉक से मुख्यालय आने वाले शिक्षकों के लिए ठहरने की व्यवस्था तक नहीं है। इसी प्रकार गोलबाजार फुटकर व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने पालिका अध्यक्ष को एक मांग पत्र सौंपते हुए बाजार में जीर्णशीर्ण हो चुके मूत्रालय को सर्वसुविधायुक्त बनाने की मांग की। व्यापारियों ने बताया कि मूत्रालय बहुत ही पुरानी और जर्जर हो गई है।
इस बार बहुत कम लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। मंकर संक्रांति के मौके पर गरियाबंद और महासमुन्द की सीमा पर स्थित हथखोज के महानदी में आयोजित सूखा लहरा, घोंडुल मेले में इस बार कोरोना का असर दिखा। संक्रमण के भय से मेले में लोगों की भीड़ कम रही।
मनोकामना लेकर पहुंचे लोगों ने ही सुबह नदी में स्नान किया और पूजा-अर्चना के बाद सूखा लहरा लिया। सूखी नदी पर आस्था की डुबकी लगाई, संक्रांति स्नान किया जिसके बाद शक्ति लहरी मंदिर जाकर शिव परिवार की पूजा-अर्चना की। बता दें कि यहां संतान प्राप्ति की आस लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु संक्रांति के खास अवसर पर आते हैं। पूजन के बाद नदी की रेत पर लेटकर सूखा लहरा लेते हैं। इस परंपरा के मद्देनजर कम तादात में ही सही लेकिन आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से ही लोग यहां सुबह नौ बजे से शाम तक पहुंचते रहे।
प्रस्ताव पर प्रेसीडेंट इन काउंसिल ने मुहर लगाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। महासमुन्द नगर पालिका में राजस्व वसूली का काम अब निजी हाथों में जाने वाला है। राजस्व वसूली कार्य को ठेके पर दिए जाने के प्रस्ताव पर प्रेसीडेंट इन काउंसिल ने मुहर लगा दी है। अब इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। क्योंकि टैक्स वसूली का कार्य निजी हाथों में देने के लिए शासन की मंजूरी जरूरी होती है।
पालिका प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका संपत्ति कर, समेकित कर, जल शुल्क और दुकानों का किराया के जरिए राजस्व जुटाती है। इस वर्ष 293.45 लाख की जगह पर केवल 79.12 लाख ही वसूली हो पाई है। यही नहीं पिछले वित्तीय वर्ष में 241.06 लाख रुपए के एवज में 64.98 लाख रुपए ही राजस्व एकत्रित हुआ था। मौजूदा और पिछले वित्तीय वर्ष के आंकड़ों पर नजर डालें तो नगर पालिका को कुल 534.57 लाख रुपए के राजस्व की वसूली करनी थी लेकिन अब तक केवल 144.10 लाख टैक्स की वसूली ही हो पाई है। जो कुल टैक्स का 26.96 फीसदी है। यही कारण है कि नगर पालिका अब राजस्व वसूली का काम ठेके पर देने की तैयारी कर रही है। नगर पालिका में आयोजित बैठक में पीआईसी ने इस पर मुहर भी लगा दी है।
गर्मी से पहले सभी पानी टंकियों की होगी मरम्मत
पीआईसी की बैठक में गर्मी के सीजन से पहले शहर के सभी पानी टंकियों की मरम्मत कराने का निर्णय भी लिया गया है। साथ ही जल विभाग के लिए आवश्यक सामाग्री खरीदी करने, शहर में लगे होर्डिंग्स ठेके पर दिए जाने, पालिका के भृत्य चंद्रशेखर पाटकर को सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नत करने, सहायक राजस्व निरीक्षक देवकुमार निर्मलकर को राजस्व उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति, राजस्व निरीक्षक दिलीप चंद्राकर को द्बितीय समयमान वेतनमान दिए जाने, दुकानों की नीलामी, दुकानों का नामांतरण, कबाड़ी सामाग्री नीलामी, निर्माण कार्य के टीएस के अलावा लेखापाल यशवंत देवांगन को स्थायीकरण करने के प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। बैठक में सभापति कृष्णा चंद्राकर, देवीचंद राठी, संदीप घोष, मनीष शर्मा, रिंकू चंद्राकर, बड़े मुन्ना, माधवी सिक्का, सीएमओ एके हालदार सहित विभाग प्रभारी उपस्थित थे।)
विंध्यवाहिनी मंदिर का उद्घाटन किया, शिशुपाल पर्वत को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग पर सहमत हुए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा गुरूवार को सरायपाली ब्लॉक के ग्राम पुजारीपाली में बरिहा आदिवासी समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज अपनी संस्कृति और परम्पराओं के लिए जाना जाता है। उनकी देवी-देवताओं में अटूट आस्था है। आदिवासी प्रकृति पर आधारित हर मौके जैसे फसल बोने से लेकर काटने और शादी जैसे रस्मों को उत्सव के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया को बदलने के लिए बुद्धिमता की नहीं बल्कि सहजता की जरूरत है। तभी आदिवासी समाज बचा रहेगा। उन्होंने कहा आदिवासी समाज को समझने के लिए उनके रहन-सहन-बोली-परम्परा और संस्कृति को समझना पड़ता है। इस अवसर पर मंत्री ने विंध्यवाहिनी मंदिर का उद्घाटन किया। शिशुपाल पर्वत को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग पर उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह पर्यटन मंत्री के कार्यक्षेत्र का मामला है, लेकिन वे इसके लिए उनसे मिलकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम हजारों वर्षों से प्रकृति की गोद नदी, पहाड़ और जंगल से जुड़े हुए हंै। शिशुपाल पर्वत काफ ी सुन्दर स्थल है। मकर संक्राति के पर्व पर प्रतिवर्ष यहां उत्सव मनाया जाता है। यह एक ऐसा पर्व है जिसे भारत के सभी राज्यों में अलग-अलग तरह से सभी वर्गों के लोग पूरी आस्था के साथ मनाते हंै। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न तीज-त्यौहारों के पर्व पर शासकीय अवकाश भी घोषित किए हैं। उन्होंने राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी तथा इसका लाभ उठाने की अपील की।
विधायक सरायपाली किस्मत लाल नंद और अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वन निगम एवं विधायक बसना देवेन्द्र बहादुर सिंह मौजूद थे। उन्होंने सरायपाली के शिशुपाल पर्वत को पर्यटन स्थल घोषित करने और सीढ़ी बनाने की मांग पर प्रभारी मंत्री नेे कहा कि यह कार्य पर्यटन मंत्री के अंतर्गत आता है। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि वे विधायकों के साथ पर्यटन मंत्री और मुख्यमंत्री से इस सम्बंध में चर्चा करेंगे और शिशुपाल पर्वत को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने की हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम में विधायक सरायपाली किस्मत लाल नंद एवं बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, सरायपाली नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अमृत पटेल, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर, एसडीएम राकेश गोलछा उपस्थित थे।
17 को सांसद को बुलावा नहीं
महासमुन्द, 14 जनवरी। आगामी रविवार को शहर के हाईस्कूल मैदान में साहू समाज भव्य समारोह आयोजित करने जा रहा है। इस समारोह में सांसद चुन्नी लाल साहू को आमंत्रण नहीं मिलने को लेकर जिले में चर्चा जारी है।
इस आयोजन में समाज के युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन होगा, समाज की पत्रिका का विमोचन होगा साथ ही अलंकरण समारोह भी आयोजित है। साहू समाज का यह संभाग स्तरीय आयोजन है। जिसमें महासमुन्द, धमतरी, गरियाबंद, रायपुर, बलौदाबाजार जिले के सामाजिक जन शामिल होंगे। कार्यक्रम दो सत्र में होगा। पहले सत्र के मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन हिरवानी हैं। अध्यक्षता पूर्व सांसद चंदूलाल साहू करेंगे। दूसरे सत्र के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं। अध्यक्षता गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे। अतिथियों में समाज के रायपुर संभाग के विधायक, यहां तक कि भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अमित साहू भी शामिल हैं। जबकि आमंत्रण पत्र में महासमुन्द लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू का नाम गायब है।
इसी बात को लेकर चौख चौराहों में चर्चा है कि साहू समाज ने सांसद चुन्नी लाल साहू को इस गरिमामयी कार्यक्रम के अतिथि योग्य क्यों नहीं समझा। साहू समाज द्वारा संभाग स्तरीय अलंकरण समारोह, युवक युवती परिचय सम्मेलन एवं पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम आगामी 17 जनवरी 2021 को आयोजित किया जा रहा है इस भव्य समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवम गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित साहू समाज के पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
कार्यक्रम की तैयारी हाई स्कूल मैदान महासमुन्द में जोर शोर से चल रही है। तैयारियों का जायजा लेने के लिए पदाधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण भी किया। परिचय सम्मेलन में आने वाले समस्त अतिथियों के नाम तय किए गए किए हैं। कार्यक्रम का आयोजन साहू समाज जिला महासमुन्द के तत्वधान में 17 जनवरी 2021 को प्रात: 9 बजे से हाई स्कूल प्रांगण महासमुन्द में आयोजित होगी। जिसमें समस्त जिला, तहसील, परिक्षेत्र एवम ग्राम के पदाधिकारी और समस्त सदस्य उपस्थित रहेंगे। इस दौरान नोनी बाबू परिचय पुष्प में समाज के युवक-युवतियों का परिचय सम्मिलित है।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धरम दास साहू जिला अध्यक्ष महासमुन्द, भुनेश्वर साहू, दयाराम साहू, संरक्षक गौकरण साहू , उमेश साहू, डॉ दूजे लाल साहू , लाला साहू , डॉ दिलीप साहू , भेख लाल साहूआनंद साहू युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष जिला महासमुन्द, संजय साहू, त्रिलोकनाथ साहू गरियाबंद, संजय साहू टीकम साहू, विजय साहू, संतराम साहू, बुधराम साहू, डायमंड साहू, चंद्रशेखर साहू, अनिल साहू, भूपेंद्र साहू, गिरधर साहू सहित विभिन्न जिलों के जिला अध्यक्ष, महामंत्री, तहसील अध्यक्ष एवं वरिष्ठ जनों की उपस्थिति में कार्यक्रम के लिए रूपरेखा तैयार की गई है।
प्रभारी मंत्री ने की जिला स्तरीय विभागीय गतिविधियों की समीक्षा
सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का रखें ध्यान
धान खरीदी के लक्ष्य को समय पर पूरा करें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। आबकारी एवं वाणिज्यकर और जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने जिला पंचायत के सभाकक्ष में जिला अधिकारियों की बैठक लेकर जिला स्तरीय विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने उपस्थित सभी को नववर्ष की शुभकामना दी।
श्री लखमा ने कहा कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं पर पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करें। छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी में गुणवत्तापूर्ण कार्य करने की बात कही। वहीं उन्होंने कहा मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, गोधन न्याय योजना आदि पर सभी विभागीय अधिकारी आपस में समन्वय के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि अपूर्ण निर्माण कार्यों को पहले प्राथमिकता के साथ निपटाएं। मंत्री ने कहा कि सभी निर्माण कार्यों में गुुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए। श्री लखमा ने कहा कि जिले में धान खरीदी के महत्वपूर्ण कार्य है। दिए गए लक्ष्य के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के लिए कम समय बचा है। किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी या दिक्कत न हो इस बात का खास ध्यान रखा जाए।
कलेक्टर डोमन सिंह ने राजस्व की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नगरीय क्षेत्र में प्रदत्त नजूल की भूमि पर आवास बनाकर रह रहें ऐसे इच्छुक पट्टाधारियों से जिन्होंने पट्टे पर प्राप्त भूमि के सम्बंध में भू.स्वामी अधिकार हेतु आवेदन दिया है, उन्हें गाईड लाईन के आधार पर भू.स्वामी हक मालिकाना हक की कार्यवाही की जा रही है। कलेक्टर ने बताया कि उक्त मालिकाना हक मिलने से हितग्राही को पट्टे के नवीनीकरण की आवश्यकता नहीं होगी। मालिकाना हक प्राप्त या जमीन डायवर्टेड भी होगी, जिसका उपयोग सम्बंधित व्यक्ति भू.स्वामी हक से कर सकेगा। पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर और वनमंडलाधिकरी पंकज राजपूत ने भी अपने-अपने विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी। श्री लखमा ने कहा कि सम्बंधित विभागों द्वारा हितग्राहियों को वितरित की जाने वाली सामग्रियों के बारे में विधायक, जनप्रतिनिधियों को अवश्य पहले से अवगत कराया करें ताकि वह या उनके प्रतिनिधि मौके स्थल पर जाकर हितग्राहियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में बता सकें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। प्रभारी मंत्री एवं जिला खनिज संस्थान न्यास के अध्यक्ष कवासी लखमा ने जिला पंचायत के सभाकक्ष में शासी परिषद की बैठक ली।
कलेक्टर डोमन सिंह जिले के विकास के लिए विभागवार तैयार की गई कार्ययोजना एवं नियमों में नवीन संशोधन गाईड लाइन के बारे में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए परिषद के सदस्यों अवगत कराया। बाद में विभागवार वार्षिक कार्य योजना के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
बैठक में वर्ष 2015-16 से लेकर 2018-19 तक की जिला खनिज न्यास संस्थान की ऑडिट रिपोर्ट एवं 2017-18 से लेकर 2019-20 तक के वार्षिक कार्य योजनाओं के बारें में बताया गया। चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 की यह दूसरी बैठक थी। कलेक्टर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016.17 के सभी काम पूरे हो चुके हैं। वहीं वर्ष 2017-18 में दो कार्य प्रगतिरत् हैं। वहीं 2018-19 के अधिकांश काम पूरें हो चुके हंै। वर्ष 2019-20 में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के कुछ काम शेष है। बैठक में न्यास के सदस्य जिले के विधायक विनोद चंद्राकर, देवेंद्र बहादुर सिंह और किस्मत लाल नंद, जिला पंचायत की अध्यक्ष ऊषा पटेल और जिला प्रभारी मंत्री से नामांकित सदस्य, वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत सहित जनप्रतिनिधि और शासी परिषद के अधिकारी उपस्थित थे।
जिला खनिज न्यास के अध्यक्ष कवासी लखमा ने प्रस्तावित कार्ययोजना विकास उन्मुखी बताया। उन्होंने प्रजेंटेंशन कार्य योजना की सराहना की और कहा कि खनन प्रभावित गांवों के सरपंचों से लेकर जिले के विधायकों सहित जनप्रतिनिधियों के विकास कार्य प्रस्ताव का भी ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि खनिज न्यास की राशि खनन से प्रभावित लोगों के अलावा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास के जनहित के कामों समयबद्ध तरीके से पूरा करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास के कार्य आंगनबाड़ी, सुपोषण के अलावा गोधन न्याय योजना, कोरोना कोविड.19 की रोकथाम एवं नियंत्रण के कामों को प्रथम प्राथमिकता बताया। उन्होंने गोठानों को ग्रामीणों की आजीविका के सशक्त माध्यम के रूप में विकसित करने पर बल दिया। बैठक में मंजूर हुए सभी प्रस्तावों के क्रियान्वयान के साथ-साथ समुचित निगरानी कर सुनिश्चित ढंग से समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।
जहां चिकित्सक और स्टॉफ की कमी है, उसका प्रस्ताव बनाकर भेजें-लखमा
महासमुन्द, 14 जनवरी। प्रभारी मंत्री एवं जिला आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने शासी परिषद् की बैठक के बाद जीवन दीप समिति की बैठक ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में संचालित सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कोविड.19 वैश्विक महामारी के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिले के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों में साफ.सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। वहीं यह भी सुनिश्चित किया जाए चिकित्सक और स्टॉफ समय पर उपस्थित हो। उन्होंने कहा कि जहां चिकित्सक और स्टॉफ की कमी है, उसका प्रस्ताव कलेक्टर के माध्यम से भेजा जाए ताकि इस पर जरूरी कार्यवाही कर स्टॉफ की भर्ती की जा सकें। क्योंकि अस्पताल जीवन से जुड़ा होता है।
मरीज यहां अपने बेहतर इलाज के लिए आता है। उसे अच्छे से अच्छा उपचार मिलें यह चिकित्सकों की ड्यूटी और कर्तव्य भी है। मंत्री ने कहा कि जिन स्वास्थ्य केन्द्रों में एक्स.रे मशीन खराब हैं उन्हें तत्काल दुरूस्त कराए जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। रोलबोल कम्यूनिटी के स्थापना का एक वर्ष पूर्ण होने पर महासमुन्द टीम ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। महानदी रेसीडेंसी परिसर में आयोजित मोटिवेशनल टॉक शो के मुख्य आकर्षण तारक मेहता का उल्टा चश्मा के डॉ. हंसराज हाथी फेम निर्मल सोनी रहे। कार्यक्रम में उन्होंने कहा-छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा। इनके अलावा मूक बधिर एवं किन्नरों को अपने कैफे में रोजगार देकर विशिष्ट पहचान बनाने वाले नुक्कड़ कैफे रायपुर के संचालक प्रियांक पटेल, अपने दोनों पांव खो देने के बाद भी अफ्रीका की ऊंची चोटी किली मंजारों को फतह करने वाले चित्रसेन साहू, मशहूर कैरियर काउंसलर नितिन श्रीवास्तव, कवि एवं हास्य कलाकार मनोज शुक्ला इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान चंदन सरकार और उनकी टीम ने संगीतमयी प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह दिल्ली से ऑनलाइन जुड़ीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चंद्राकर तथा विशिष्ट अतिथि नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम में रोलबोल के फाउंडर दर्शन सांखला, कोफाउंडर गगन बरडिय़ा, वीरेन नागवंशी, महासमुन्द अध्यक्ष सुधा पींचा, ममता राठौर, पलक बरडिय़ा, रत्नेश सोनी, अजय थवाइत, एनी लढ्ढा, आशीष साहू, हेमलता चोपड़ा,. कल्पा राजा, खुशी गोलछा का योगदान रहा। संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने महासमुंद के पदाधिकारियों को विधिवत शपथ दिलाई।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण निर्मल सोनी डॉ.हाथी ने कहा कि वे पहली बार छत्तीसगढ़ आए हैं और यहां उन्होंने छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा का नारा सुना। उन्होंने कहा कि अपने आपको कभी हीन भावना से नहींं देखना चाहिए।
हम जैसे है हमें अपने आपको वैसे ही स्वीकार कर अपने आपको अपग्रेड करते हुए आगे बढऩा चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। सरायपाली ब्लॉक के अमरकोट धान उपार्जन केंद्रों में बारदाने की कमी को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया। यहां अपने साथ पुराने बारदाने को लेकर चकरदा से आए किसानों ने सामूहिक प्रदर्शन किया।
चकरदा के किसानों कहना है कि अमरकोट धान खरीदी केंद्र में चकरदा के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। किसानों का आरोप है कि चकरदा से धान लेकर आए किसानों को फटा पुराना बारदा उपलब्ध कराया जा रहा है जबकि अमरकोट के किसानों को सही सलामत बारदाना दिया जा रहा है। अपने साथ इस तरह के व्यवहार से खफा किसानों ने चकरदा में नया धान खरीदी केंद्र की मांग की।
अमरकोट फ ड़ में कंप्यूटर ऑपरेटर राजेंद्र पटेल से मिली जानकारी के मुताबिक फड़ प्रभारी सरायपाली पुरानी मंडी बैठक में गए हुए थे। उन्होंने जानकारी दी वर्तमान में उपलब्ध बारदानों की संख्या 22967 है परंतु फड़ प्रभारी के निर्देशानुसार किसानों को 100 में 25 नया बारदाना उपलब्ध कराया जा रहा है। बाकी 75 पुराने बारदाने में धान भरने कहा गया है। किसानों का कहना है कि किसानों को कम बारदाना दिया जा रहा है। नये बारदाने को अपने पास रखकर पुराना, फटे हुए डेमेज बारदाने में धान भरने के लिए किसानों को विवश किया जा रहा है।
उपार्जन केंद्र अमरकोट में सुबह से किसान आए हुए थे लेकिन कल शाम तक उन्हें नया बारदाना उपलब्ध नहीं कराया गया। फड़ प्रभारी शंकर यादव के नंबर पर संपर्क करने पर मोबाइल बंद मिला। सरायपाली तहसीलदार युवराज कुर्रे का इस ममले में कहना है कि सभी किसान उनके लिए बराबर हैं। किसी के साथ हम भेदभाव नहीं होगा। किसानों की समस्याओं को बहुत जल्दी समाधान कर दिया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह के निर्देशानुसार कल राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 8 प्रकरणों पर 457 बोरा धान अर्थात् 182.8 क्विंटल धान जप्त किए गए। प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें सरायपाली तहसील के ग्राम बलौदा निवासी टिकेश्वर साहू से 40 बोरी धान, पिथौरा तहसील के ग्राम अंसुला निवासी तेजप्रताप ठाकुर, राधेश्याम सिदार एवं दौलत सिंह नेताम से क्रमश: 110, 100 एवं 60 बोरी धान जप्त किया गया।
इसी प्रकार महासमुन्द तहसील के ग्राम झालखमहरिया निवासी उमेश साहू से 30 बोरी धान एवं बसना तहसील के ग्राम बाराडोली निवासी बंशीधर पटेल से 27 बोरी धान, ग्राम चंदखुरी निवासी भुनेश्वर साव से 32 बोरी धान जप्त किया गया तथा बसना तहसील के अन्तर्गत सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम तोषगांव निवासी नूराधन साहू से 58 बोरी धान और सोल्ड सोनालिका ट्रैक्टर जप्त कर उचित कार्यवाही की गई। बता दें कि अब तक जिले में कुल 215 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिनमें 10827 बोरा धान अर्थात् 4330.8 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 12 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उडऩदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर लगातार निगरानी की जा रही है।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने की सुनवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने महासमुन्द में महिला उत्पीडऩ से सम्बंधित प्रकरणों पर जन सुनवाई की। सुनवाई में 16 प्रकरण रखे गये थे। जिसमें 13 प्रकरण सुनवाई के पूर्व रजामंदी होने के कारण नस्तीबद्ध किया गया। इसी प्रकार अन्य 7 प्रकरणों को भी रजामंदी एवं सुनवाई योग्य नहीं होने के कारण नस्तीबद्ध किया गया।
डॉ. नायक ने महिलाओं को समझाईश देते हुए कहा कि घरेलू आपसी मनमुटाव का समाधान परिवार के बीच किया जा सकता है। घर के बड़े बुजुर्गों का सम्मान एवं आपसी सामंजस्य सुखद गृहस्थ के लिए महत्वपूर्ण है। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित सुनवाई में मुख्य रूप से महिलाओं से मारपीट, मानसिक, शारीरिक, दैहिक प्रताडऩा, कार्यस्थल पर प्रताडऩा, दहेज प्रताडऩा से सम्बंधित प्रकरणों पर सुनवाई की गई। सुनवाई के दौरान अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्बुलकर, डिप्टी कलेक्टर बी एस मरकाम, सीमा ठाकुर, प्रशिक्षु डीएसपी अपूर्वा सिंह, शासकीय अधिवक्ता शमीम रहमान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बसना विकासखंड के ग्राम जगत की आवेदिका पूर्व महिला सरपंच सुलोचना राजहंस ने चार अनावेदक के खिलाफ मानसिक प्रताडऩा एवं गांव में किसी से भी बातचीत बंद करने तथा सामान लेनदेन बंद करने की शिकायत की थी। जिसमें वर्तमान सरपंच सहित तीन अन्य अनावेदकों द्वारा उनके खिलाफ गांव के लोगों से चर्चा, भेदभाव करने तथा सामग्री लेनदेन पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस पर अनावेदकों ने बताया कि उनके खिलाफ इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है और भविष्य में भी इस तरह की कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि पूर्व महिला सरपंच के हुक्का पानी बंद नहीं किया गया है तथा उनके साथ गांव के सभी लोग बातचीत करेंगे। इस प्रकरण को महिला आयोग द्वारा समझाईश दी गई की भविष्य में अनावेदकों द्वारा आवेदक के खिलाफ किसी भी तरह की प्रताडऩा की जाती है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
इसी तरह पिथौरा विकासखंड के आवेदकों ने पुलिस अधिकारियों एवं चार अन्य लोगों के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की। आवेदकों ने बताया कि किशनपुर हत्याकांड के मामलें में पुलिस अधिकारियों द्वारा समुचित जांच नहीं हुई है। इस प्रकरण पर महिला आयोग ने तीन साल पुराने मामले को निष्पक्ष तरीके से जांच कराने तथा महिला आयोग के व्यय पर फॅारेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सुनंदा ढेंगे को नियुक्त किया गया है। उनके सहयोग के लिए आयोग की अधिवक्ता शमीम रहमान एवं एसडीओपी अपूर्वा सिंह को दो माह के भीतर विस्तृत जांच कर रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हंै। इस सम्बंध में आवश्यकतानुसार न्यायालय से अनुमति प्राप्त किये जाने हेतु भी कार्यवाही किया जा सकेगा।
पिथौरा के ही एक आवेदिका ने पटवारी पुत्र को मानसिक प्रताडऩा एवं भरण पोषण की राशि दिलाने की मांग की। जिस पर आयोग ने अनावेदक को आपसी रजामंदी से प्रत्यके माह की पहली तारीख को 8 हजार आवेदिका के खाते मेें आरटीजीएस के माध्यम से जमा करने तथा स्वयं अपने विभाग में आवेदन देकर लिखित सहमति प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके अलावा आवेदिका को अनावेदक के घर पर किसी भी प्रकार की दखल अंदाजी नहीं करने के निर्देश दिए। इस पर दोनों पक्षों ने सहमति जताई।
इसके अलावा पिथौरा के आवेदिका ने अनावेदक के खिलाफ दैहिक शोषण की शिकायत की थी। इस पर अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को गंभीरता से सुनने के बाद पति-पत्नि को सुलह के साथ रहने की समझाईश दी। एक अन्य प्रकरण में महिला आवेदक ने दैहिक शोषण का आरोप लगाया। इस पर आयोग ने दोनों पक्षों की बातों को गम्भीरता पूर्वक सुनकर अनावेदिका को भरण-पोषण के लिए एकमुश्त 1 लाख, 60 हजार रुपए देने के निर्देश दिए। इस पर आवेदक एवं अनावेदिका पक्ष ने आयोग के समक्ष आपसी रजामंदी में तलाक लेने की बात भी स्वीकार की।
5490 डोज कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 14 जनवरी। कोविड 19 वैक्सीन की पहली खेप रात 9 बजे जिला मुख्यालय महासमुन्द पहुंची है। पहली खेप में महासमुन्द जिले को 5490 डोज मिले हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.अरविन्द गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन की डोज को जिला स्तरीय कोल्ड स्टोरेज महासमुन्द में 2 से 8 डिग्री टेम्प्रेचर में सुरक्षित रखा गया है और कक्ष को पूरी तरह सील कर दिया गया है। यह सब कार्य रात में ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की देखरेख में किया गया।
इस माह की 16 तारीख से जिले में टीकाकरण अभियान का शुभारंभ होगा। प्रथम चरण में जिला अस्पताल महासमुन्द सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरायपाली और पिथौरा में लगाया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मी, मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पहले टीका लगाया जाएगा। कलेक्टर डोमन सिंह के नेतृत्व में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में टीकाकरण के लिए ज़रूरी कार्य योजना तैयार की गई है। लगभग 9000 हजार के करीब स्वास्थ्य कर्मियों सहित मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रथम चरण में चिन्हांकित किया गया है। इसके बाद धीरे-धीरे पूरे जिले में टीकाकरण अभियान का विस्तार किया जायेगा।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के टीम कोल्ड चेन प्रभारी किशोर पटेल और होम गार्ड समरूराम बघेल वैक्सीन लेने रायपुर गये थे। सुरक्षा कर्मी भी साथ थे। रात में लगभग 9 बजे वैक्सीन लेकर वे महासमुन्द पहुंचे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे सहित सीएमएचओ कार्यालय में स्वास्थ्य चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीन लेकर पहुंची टीम का स्वागत किया और वैक्सीन को कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखवाया। टीकाकरण वाले कर्मियों का चयन कर लिया गया है और कल 16 जनवरी को उन्हें मोबाइल से सूचित कर वैक्सीन लगाने बुलाया जाएगा।
पिथौरा, 13 जनवरी। विकासखण्ड के दूरस्थ ग्राम छोटे लोरम के सात ग्रामीणों सहित अन्य ग्रामीणों के खाते में छह माह बाद ‘छत्तीसगढ़’ में खबर प्रकाशन के बाद स्थानीय प्रशासन ने अंतत: मुआवजा राशि डाल दी गयी। मंगलवार को ग्रामीण आभार व्यक्त करने पिथौरा स्थित ‘छत्तीसगढ़’ कार्यालय पहुंचे।
पिथौरा क्षेत्र के छोटे लोरम के ग्रामीणों की समस्या सम्बन्धी खबर का असर फिर देखने को मिला। करीब छह माह पहले भारी बारिश से पिथौरा के जंगली इलाके में बसे गाँव छोटे लोरम के 7 एवं पास के ग्राम के 3 गरीब मजदूर परिवार के घर ढह गये थे और 5 माह बीत जाने के बाद भी उन्हें सरकारी मदद नहीं मिल पा रही थी। लिहाजा वे मकान टूट जाने के बाद किसी और की परछी में रहने को मजबूर थे। खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए सभी प्रभावित गरीब मजदूर परिवार के लिये 6-4 राजस्व एवं आपदा प्रबंध के तहत मकान बनाने के लिए राशि स्वीकृत कर दी है। अब ग्रामीण ‘छत्तीसगढ़’ को धन्यवाद दे रहे हैं।
मजदूर तारालाल पारेश्वर छोटे लोरम ने बताया कि वे अपना घर गिरने से काफी संकट में थे। परन्तु अचानक कुछ मीडिया वाले उनके लिए भगवान की तरह पहुंचे और उसके बाद उनका मुआवजा प्रकरण तुरन्त निपट गया।
ग्राम के एक अन्य ग्रामीण गंगाराम यादव छोटे लोरम ने बताया कि वे लोग बारिश में उनके मिट्टी के मकान ढह जाने से लगातार परेशान थे। ऐसी हालत में मीडिया उनके लिए भगवान की तरह है। ‘छत्तीसगढ़’ ने उनके मकानों के फोटो लिए और उन्हें प्रकाशित किया। जिससे पिथौरा के साहब लोगों को हमारी समस्या पता चली और उन्होंने तुरंत निराकरण कर दिया।
इधर पिथौरा के एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि हमने अपनी जिम्मेदारी पूरी की है। हमारे संज्ञान में मामला आते ही ग्राम छोटे लोरम में सर्वे हेतु नायब तहसीलदार एवं पटवारी को भेज कर प्रकरण बनवाया। अब मुआवजा राशि हितग्राहियों के बैंक खातों में डाल दी गयी है। प्रकरण संज्ञान में लाने के लिए संबंधित मीडिया को भी उन्होंने धन्यवाद दिया।
हैप्पीनेस एक मेन्टल स्टेट है जिसको स्व- प्रशिक्षण से बढ़ाया जा सकता है- बोदले
महासमुन्द, 13 जनवरी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षकों के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय हैप्पीनेस वर्कशॉप का आयोजन पिथौरा विकासखण्ड के आंगनबाड़ी केन्द्र टेका में किया गया। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले ने वर्कशॉप के माध्यम से बताया कि हैप्पीनेस एक मेन्टल स्टेट है। जिसको स्व.प्रशिक्षण से बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने वर्कशॉप में पहले सभी प्रतिभागियों से उनका पिछले सप्ताह कैसा बीता, कितनी खुशी से बीता, ये तीन मिनट में लिखने कहा। इसके उपरांत विस्तार से चर्चा की। इसके बाद प्रतिभागियों से उन चीजों के बारे में पूछा गया जो वे अपने जीवन में लांग टर्म और शार्ट टर्म में पाना चाहते हैं। चर्चा का निष्कर्ष यह रहा कि हम जिन्दगी में जो भी पाना चाहते हैं उसका अंतिम ध्येय खुशी पाना ही है।
इसके बाद बाहरी साधनों से मिलने वाली खुशी और आंतरिक खुशी की चर्चा की गई। इसका सार बाहरी साधनों से मिलने वाली खुशी की अवधि बहुत कम होता है और आंतरिक खुशी अधिक स्थाई होती है। श्री बोदले ने प्रशिक्षणार्थियों को आंतरिक खुशी को और किस प्रकार अधिक बढ़ा सकते हैं। इस सम्बंध में विस्तार पूर्वक बताते हुए उन्होंने कहा कि हमें सुबह के दिनचर्या में फिजिकल वर्कआउट, मोटिवेशनल बुक रीडिंग, थॉट्स राइटिंग, मैडिटेशन जैसे अन्य कार्य को भी शामिल करना चाहिए। व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जिन्दगी में दृढ़ लक्ष्य निर्धारित कर खुशी हासिल की जा सकती है। व्यक्तिगत और प्रोफेशनल लाईफ में एक.दूसरे का आपसी सहयोग कर खुशी प्राप्त की जा सकती है। जिन्दगी में हमें प्रत्येक दिन खुश रहकर सक्रिय तरीक से कार्य करने से हमारा हैप्पीनेस इंडेक्स उतना ही और अधिक बढ़ते जाता है।