छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। किसानों के खातों में चौथी किश्त की राशि आज जमा हो रही है लेकिन इसे निकालने के लिए किसानों को एक दिन का इंतजार करना होगा। क्योंकि आज रविवार है। अवकाश होने के कारण बैंक बंद रहेगा। त्योहार के पूर्व खाते में राशि आने की घोषणा से किसानों के चेहरे खिले हैं। वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य में बेचे गए धान की अंतर की राशि आज किसानों को दी जा रही है।
जिले के एक लाख 28 हजार 719 किसानों के खातों में 13061.75 लाख रुपए मिलेगा। इसकी तैयारी राज्यस्तर पर पूरी हो गई है। जमा होते ही किसान अपने.अपने क्षेत्र के बैंक से राशि निकाल सकते हैं। इसके अलावा किसान एटीएम से भी राशि निकाल सकेंगे। जिला सहकारी बैंक ने किसानों को राहत देते हुए एटीएम वैन की सुविधा भी दे रही है। किसानों को रुपए निकालने के लिए अब बैंक जाने की भी जरुरत नहीं है। वे एटीएम वैन से राशि निकाल सकते हैं। एटीएम वैन प्रत्येक दिन चार से पांच गांवों में भ्रमण कर किसानों को रुपए निकालने के लिए सुविधा प्रदान कर रहा है। किसानों को पिछले साल बेचे गए समर्थन मूल्य के अंतर की राशि तीन किश्त मिल चुकी है। जिला सहकारी बैंक नोडल अधिकारी डीएल नायक ने बताया कि राजीव गांधी न्याय योजना के तहत चौथी किस्त की राशि खाते में डाली जाएगी। इसे देखते हुए तैयारी पूरी हो गई है। बैंक प्रबंधन की ओर से वितरण के लिए पूरी तैयारी हो गई है।
पिछले साल खरीफ सीजन में जिले के 1 लाख 28 हजार 719 किसानों ने समर्थन मूल्य पर 72 लाख 73 हजार क्विंटल धान बेचा था। खरीदी के दौरान किसानों को 1815 व 1835 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया गया था। वहीं अंतर की राशि शेष थी। सरकार की ओर से इसे चार किश्तों में देने की बात कहीं थी। पहली किश्त की राशि 22 मई को 13061.75 रुपए यानी 1 अरब 30 करोड़ रुपए जमा किए गए थे। दूसरी किश्त की राशि 20 अगस्त 2020 13061.75 रुपए एवं तीसरी किश्त की राशि 2 नवंबर को 13061.75 रुपए जमा की गई थी। किसान चौथी किश्त की राशि का किसान इंतजार कर रहे थे। आज किसानों के खातों 13061.75 रुपए जमा हो जाएगी ।
जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अशोक साहू ने बताया कि नाबार्ड की ओर से किसानों को रुपए निकालने के लिए माह फरवरी में एटीएम वैन मिली है। एटीएम वैन के आने से अब किसानों को एटीएम से राशि निकालने परेशानी नहीं होती है।
एटीएम वैन प्रत्येक दिन चार से पांच गांव में भ्रमण कर किसानों को रुपए निकालने के सुविधा प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि जिला सहकारी बैंक के द्वारा किसानों को एटीएम का वितरण किया गया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में एटीएम नहीं होने की वजह से किसान रुपए निकालने सहकारी बैंक पहुंचते हैं जिससे उन्हें परेशानी होती थी। अब एटीएम वैन से किसान एटीएम का इस्तेमाल कर अधिकतम 10 हजार रुपए निकाल सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। महासमुन्द जिला न्यायालय में अपहरण व अनाचार के एक आरोपी को 20 साल कड़ी कैद की सजा सुनाई गई है। सरायपाली थाना अंतर्गत ग्राम बैगापाली से एक नाबालिग लडक़ी के अपहरण व अनाचार के इस मामले में न्यायाधी हिमांशु जैन ने आरोपी को 20 साल सश्रम कारावास से दंडित किया है।
विशेष लोक अभियोजनक आर एल पटेल से मिली जानकारी के मुताबिक 21 अक्टूबर 2019 की रात लगभग 12 बजे नाबालिग पीडि़ता अपने घर से गायब हो गई। इसके बाद परिजनों ने उसकी खूब खोज खबर की। ग्राम काकेनचुवा निवासी प्रेमलाल बरिहा जो कि पीडि़ता के गांव के एक व्यक्ति के घर मजदूरी का काम करता था, वह भी उस दिन मजदूरी करने नहीं आया था। पीडि़ता केपरिजनों को उस पर संदेह हुआ और वे प्रेमलाल बरिहा की तलाश में भी जुट गए। तभी पता चला कि आरोपी ग्राम खोखसा में अपने मामा के घर है।
पीडि़ता के परिजनों ने खोकसा जाकर पता किया तो आरोपी के साथ गायब युवती भी वहीं पाई गई। पूछताछ में पीडि़ता ने आरोपी के द्वारा बहला फुसलाकर शादी का प्रलोभन देकर भगाकर ले आने की जानकारी दी। पीडि़ता के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 363, 366, 376, एवं पाक्सो अधिनियम की धाराएं दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले की सम्पूर्ण विवेचना पश्चात न्यायालय ने मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी को दोषसिध्द पाए जाने पर 20 साल कैद की सजा सुनाई है।
कोरोना योद्धाओं एवं टीका लगवाने वालों का सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने शनिवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कोरोना टीकाकरण अभियान में अपनी सहभागिता निभाई एवं टीकाकरण कराने आए लोगों का सम्मान भी किया। साथ ही कोरोना योद्धाओं का भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कहा कि कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर तेजी से फैल रही है, इसलिए सावधानी के साथ-साथ सुरक्षा के लिए टीकाकरण अभियान में तेजी लाना जरूरी है। उन्होंने नागरिकों को आह्वान करते कहा कि जो लोग चरणबद्ध ढंग से करोना टीका लगवाने के दायरे में आते हो वह आवश्यक रूप से अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर करोना का टीका लगा ले, किसी भी तरह के भ्रम में न आए।
उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व भारत की ओर टकटकी नजर से देख रहा है तो इसके पीछे भारत की करोना टीकाकरण अभियान की सफलता जरूरी है और इस सफलता में प्रत्येक नागरिक को टीकाकरण अभियान में त्वरित रूप से सहयोग करते स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर टीका लगाना चाहिए। इस दौरान देवशरण सेन, तरूण लहरवानी, किशुन यदु, आकाश चोपड़ा, बलवंत साहू, शेखर यादव, विष्णु अग्रवाल, शरद सिन्हा, सुमित भाटिया, आशीष डोंगरे, प्रखर श्रीवास्तव, भीषम देवांगन उपस्थित थे।
महासमुन्द, 21 मार्च। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बलोदा में कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए गत 13 मार्च से टीकाकरण किया जा रहा है। केंद्र में ग्राम कोटद्वारी, गेर्रा, कोकड़ी, कालीदरहा, हरीबनपुर, नवापारा, अमलीडिह, डुमरपाली, पलसापाली, भुथिया, मुंडपहार, सेमलिया, टिभूपाली, खोखेपुर, सिरपुर, सिरबोड़ा और बलोदा के साथ अन्य गांवों के लोग टीका लगवा रहे हैं। बलोदा सेंटर में 13 मार्च से लेकर 20 मार्च तक कुल 886 लोगों का टीकाकरण किया गया। टीकाकरण में कोविड टीकाकरण सुपरवाइजर डोलामणी भोई, प्रभारी कमलेश पटेल, विनय बारीक, अशोक चंद्राकर, रश्मि डहरिया, पूजा नाग, यशोदा नाग के साथ अन्य अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
घर-परिवार में ही रहकर होली मनाने कलेक्टर ने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 मार्च। कोरोना संक्रमण की फिर से बढ़ती संख्या को देखते हुये कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी सुनील कुमार जैन ने होली त्योहार मनाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये हैं। जिसके अनुसार होली पर्व पर इस बार न तो किसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम होंगे और न ही डीजे माईक का उपयोग किया जा सकेगा। घूमने-फिरने वालों की एक टोली में 10 से अधिक लोगों के रहने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। कलेक्टर ने बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर लोगों को अपने घर-परिवार के बीच रहकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से होली पर्व मनाने का आग्रह किया है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में होलिका दहन के लिए चयनित स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में मास्क, सैनिटाइजर सहित दो गज़़ की दूरी का पालन किया जाना चाहिए। अन्यथा कार्यक्रम आयोजक अथवा समिति प्रबंधक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। होलिका दहन के लिए ऐसे स्थलों का चयन किया जाए कि उनके ऊपर बिजली के तार न हों। रंग-गुलाल और पिचकारी दुकानों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, नहीं तो दुकानदार और खरीदार दोनों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई होगी। निजी निवास में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में भी कोरोना प्रोटोकॉल के सभी नियमों का पालन करना होगा। होली के दिन शराब पीकर गाड़ी चलाने और दुपहिया वाहन में तीन सवारी बैठने पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। तेज़ रफ़्तार से गाड़ी चलाने और जोर की आवाज़ वाले साइलेंसर युक्त वाहन का पीछा कर तत्काल जब्त किए जाएंगे। ध्वनि विस्तारक यन्त्रों के इस्तेमाल में भी एनजीटी, माननीय सुप्रीम कोर्ट, कोलाहल नियंत्रण अधिनियम सहित राज्य सरकार के अन्य नियमों का पालन करना होगा। कलेक्टर ने पर्यावरण एवं स्वास्थ्य को देखते हुए जनसाधरण से अपने-अपने घरों पर ही रहकर होली मनाने की अपील की है।
उन्होंने कहा है कि होली में कम से कम पानी और लकड़ी का उपयोग किया जाए। हरे-भरे वृक्षों की कटाई न किया जाये। परंपरागत वाद्य यंत्रों एवं नगाड़ा का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन कानफोड़ू डीजे बजाने की अनुमति नहीं होगी । उन्होंने पुलिस और सभी कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स को सख्त पहरा देते हुए उपरोक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और कराने के निर्देश दिए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। होलिका दहन में इस बार भद्रा बाधा नहीं बनेगी। होलिका दहन 28 को होगा और रंगोत्सव 29 को मनाया जाएगा। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम 6.30 से रात 8.30 बजे तक रहेगा। इसके बाद चौघडिया में शुभ, लाभ व अमृत के दौरान भी होलिका दहन हो सकेगा।
पंडित हेमंत तिवारी ने बताया कि शनिवार रात 3.26 बजे भद्रा प्रारंभ होगी और रविवार दोपहर 1.34 बजे तक रहेगी। जबकि होलिका दहन शाम को गोधुली बेला से शुरू होगी। इसलिए इस बार भद्रा का प्रभाव होलिका दहन पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि दोपहर बाद मध्य रात्रि तक होलिका दहन के लिए शुभ है। पर्व के लिए बाजार में नगाड़े व रंग गुलाल और पिचकारी की दुकानें सजने लगी है। बता दें कि आज 21 मार्च से होलाष्टक लगा है।
गांवों मेंं होलिका दहन के दौरान हवा की दिशा से तय होती है कि अगला साल कैसा रहेगा। आग की लौ-धुंआ देखकर भविष्य के बारे में अनुमान लगाया जाता है। लौ ऊपर उठे तो परिणाम सकारात्मक होगा। यदि आसमान की ओर उठती है तो अगली होली तक देश में कोई हलचल नहीं होगी। स्थिति बेहतर बनी रहेगी। किसी तरह की प्राकृतिक आपदा की संभावना कम रहती है। दहन के समय पूर्व दिशा की ओर हवा चले तो लौ पूर्व की ओर हो उठेगी। इससे आने वाले समय में धर्म अध्यात्म शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में उन्नति के अवसर बढ़ते हैं। लोगों के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
पश्चिम को ओर होलिका दहन की लौ उठे तो पशुधन को लाभ होता है। आर्थिक प्रगति धीरे धीरे होती है। थोड़ी प्राकृतिक आपदाओं की आशंका रहती है। पर कोई बड़ी हानि नहीं होती है। कृषि क्षेत्र में लाभ.हानि बराबर रहता है। होलिका दहन के समय हवा का रूख दक्षिण की ओर हो तो अशांति और क्लेश बना रहता है। झगड़े विवाद होते हैं। पशुधन की हानि होती है। आपराधिक मामलों में वृद्धि होती हैए लेकिन न्यायालयीन मामलों में निपटारा भी तेजी से होता है। उत्तर की ओर हवा का रुख रहने पर देश और समाज में सुख शांति बनी रहती है। इस दिशा में कुबेर समेत अन्य देवताओं का वास होने से आर्थिक प्रति होती है। चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान होता है। कृषि-व्यापार में उन्नति होती है।
महासमुन्द, 21 मार्च। जिले में फाइलेरिया के खात्मे के लिए सोमवार से अभियान शुरू होगा, जो 27 तारीख तक चलेगा। जिले में हाथीपांव व हाइड्रोसील के खात्मे के लिए शुरू होने वाले राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सामूहिक दवा सेवन अभियान चलाया जा रहा है।
सामूहिक दवा सेवन अभियान के तहत 2 वर्ष के छोटे बच्चों, गर्भवती माताओं, वृद्ध जन व गंभीर रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों को छोडक़र सभी व्यक्तियों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी। सीएमएचओ डॉ. एनके मण्डपे व जिला मलेरिया अधिकारी डा. व्हीपी सिंह ने बताया कि जिले में कुल दस लाख अ_ारह हजार एक सौ इकहत्तर व्यक्तियों को डीईसी के साथ में कृमिनाशक एल्बेंडाजोल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विकासखंडवार औषधि वितरकों का गठन किया गया है। इसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ मितानिनों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जा रहा है। 350 के जनसंख्या पर एक औषधि वितरक का गठन किया गया है, जो घर-घर जाकर लोगों को डीईसी व एल्बेन्डाजॉल की दवा खिलाएंगे। दवा वितरक दवा देने के साथ ही इसके लाभ व हानि बताएंगे। कुल 1455 औषधि वितरक दल का गठन किया गया है। एक बार डीईसी की निर्धारित खुराक का सेवन करना है।
दवा का असर 1वर्ष तक शरीर में रहता है। जिससे फाइलेरिया के परजीवी की मृत्यु या निष्क्रिय हो जाते हैं। कलेक्टर डोमन सिंह ने बुधवार को अधिकारियों की बैठक ली थीए, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने में हम सब की भागीदारी के साथ आम नागरिकों की सक्रियता भी महत्वपूर्ण है।
महासमुन्द, 21 मार्च। लोक शिक्षण संचालनालय छग द्वारा 1 अप्रैल 2020 की स्थिति में उच्च वर्ग शिक्षक व प्रधान पाठकों की अंतिम वरिष्ठता सूची जारी की गई है, जिसे विभाग के वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने इसे विसंगतिपूर्ण बताते हुए पुन: परीक्षण कर नए सिरे से सूची तैयार करने की मांग की है।
संघ के जिलाध्यक्ष ओम नारायण शर्मा ने स्कूल शिक्षा विभाग तथा प्रांतीय अध्यक्ष विजय कुमार झा को पत्र लिखकर उक्त मांगों के बारे में बताया है। उन्होंने पत्र में बताया कि जारी वरिष्ठता सूची को अंतिम वरिष्ठता सूची बताकर वेबसाईट पर अपलोड कर दिया गया है, जबकि समुचित तरीके से आपत्ति दावा प्राप्त करने के बाद अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाना चाहिए था।
जारी वरिष्ठता सूची में विभाग में प्रथम नियुक्ति तिथि का कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है और जन्मतिथि को वरिष्ठता का आधार बनाया गया है।
इसके लिए प्रथम नियुक्ति तिथि का उल्लेख जरूरी है। साथ ही उच्च वर्ग शिक्षक या प्राथमिक प्रधान पाठकों की पदोन्नति आदेश की तिथि को वरिष्ठता का आधार बनाया गया है लेकिन पदोन्नति सूची के क्रम को नजर अंदाज कर त्रुटिपूर्ण प्रक्रियाओं के कारण सूची में कई कनिष्ठ शिक्षकों के नाम वरिष्ठ शिक्षकों से काफी ऊपर हो गया है। इन त्रुटियों पर जल्द स सुधार करने की मांग संघ द्वारा की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डा. रश्मि चंद्राकर की अध्यक्षता एवं पिछड़ा वर्ग प्रभारी पर्यवेक्षक वृंदावन यादव व राकेश वर्मा के विशेष आतिथ्य में पिछड़ा वर्ग के नये सिरे से गठन के लिये कांग्रेस भवन महासमुन्द में वृहद बैठक हुई।
बैठक में पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ कांग्रेस के लिये उपस्थित जनों ने अपने अपने तरीके प्रकोष्ठ के विभिन्न पदों के लिये दावेदारी की जिस पर प्रभारी एवं जिलाध्यक्ष ने प्रकाश डालते हुये कहा कहा कि संघर्षशील हर कार्यकर्ता का ध्यान रखा जायेगा व कांग्रेस को हर मोर्च पर मजबूत करने वाले साथी को उचित स्थान एवं पद से नवाजा जायेगा।
बैठक को जिला पंचायत की अध्यक्ष उषा पटेल, किसान नेता दाऊलाल चंद्राकर, सेवन चंद्राकर, जिला महामंत्री संजय शर्मा, शहर अध्यक्ष खिलावन बघेल, पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष शहर प्रदीप चंद्राकर, चंद्रहास साहू, प्रदेश महामंत्री सुखदेव साहू, नरेश साहू महामंत्री छन्नू साहू, ढेलूराम निषाद, रवि निषाद, टेनूराम साहू, राजेश सोनी, हेमंत डडसेना आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन नितेन्द्र बनर्जी एवं आभार प्रदर्शन दारा साहू जिलाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग ग्रामीण ने किया। साथ में कांग्रेस जन विरेन्द्र चंद्राकर, सरपंच संघ अध्यक्ष महासमुंद ब्लाक विजय यादव पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष सरायपाली, सेवाराम साहू, गौरव चंद्राकर, सतीश भोई, राजा बग्गा, विजेन्द्र हीरा बंजारे, लता चंद्राकर, मोती साहू, लीलू साहू,बसंत चंद्राकर, जावेद जाफरी, दिनेश दुबे, रेखराज पटेल, सतीश कनौजे, हितेश साहू, डा. सुशील प्रधान, दूधनाथ साहू, विरेन्द्र प्रधान, विक्की यादव, निलेश साहू, आलोक नायक, डागराम साहू,डा.संतोष साहू, हितेश पटेल, टेकराम कुलदीप, मितेश्वर साहू,मनोज प्रधान, प्रदीप प्रधान, कपिल साहू उपस्थित थे ।
महासमुन्द, 21 मार्च। बीते 19 मार्च को वैभव प्रकाशन, शिक्षादूत प्रकाशन, छत्तीसगढ़ मित्र और अपना मोर्चा डॉट कॉम की ओर से मैग्नेटो मॉल के सामने स्थित हॉटल क्लार्क इन जी.ई. रोड रायपुर में छत्तीसगढ़ी साहित्य का पहला 02 दिवसीय राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़ी साहित्य महोत्सव का शुभारंभ हुआ, जिसमें शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महासमुंद की हिन्दी विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक डॉ. अनसूया अग्रवाल को कौशल्या सम्मान से विभूषित किया गया।
कार्यक्रम मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, अध्यक्ष विधायक सत्यनारायण शर्मा एवं पं. रविशंकर शुल्क विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. केशरी लाल वर्मा, पूर्व आई.ए.एस. डॉ. सुशील त्रिवेदी के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में लगभग 50 पुस्तकों का विमोचन हुआ साथ ही छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य पर निरंतर कार्य करने वाले साहित्यकारों का सम्मान भी हुआ।
कार्यक्रम में शिवनाथ स्वाभिमान सम्मान एवं कौशल्या सम्मान से अनेक रचनाकारों को सम्मानित किया गया। आयोजको का कहना था कि छत्तीगसढ़ में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक ही दिन में किसी मंच से इतनी बड़ी संख्या में छत्तीगसढ़ी किताबों का विमोचन और छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों का सम्मान किया गया हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। भलेसर मार्ग महासमुन्द से कनेकेरा तक नई सडक़ का निर्माण जारी है जिसमें ठेकेदार ने सडक़ के दोनों ओर डामरीकरण के लिए गड्ढे खोद दिए हैं लेकिन इसका भराव अभी तक नहीं हुआ है। इससे आवागमन में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा भारी वाहनों की आवाजाही से धूल का घना गुबार उड़ रहा हैं,जो राहगीरों के लिए जी का जंजाल बन गया है।
क्षेत्र में दिनभर धूल और मिट्टी से स्कूल आने जाने वाले बच्चे, कर्मचारी, अधिकारी, आम जनता, सडक़ किनारे स्थित दुकान व घर के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई महीनों से ठेेकेदार ने सडक़ निर्माण के लिए गड्ढा खोद दिया है लेकिन गड्ढों को भरा नहीं है। सडक़ निर्माण में हो रही लेट लतीफी से ग्रामीणों को परेशानी झेलना पड़ रहा है। उन्हें शहर आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रात में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। सडक़ के दोनों ओर गड्ढे होने की वजह से हादसे की संभावना भी बनी रहती है।
भलेसर के ग्रामीणों का कहना है कि सडक़ निर्माण कर रही कंपनी रोड पर धूल दबाने के लिए पानी का छिडक़ाव नहीं कर रही है। इस कारण से जब कोई बड़ा वाहन सडक़ से निकलता है तो धूल की वजह से पीछे अन्य वाहन चालकों को आगे का कुछ दिखाई नहीं देता है। इस कारण से पिछले दो महीनों में तीन से चार एक्सीडेंट भी हो चुके हैं। इसके अलावा रोड के किनारे बसे गांव के ग्रामीण भी धूल उड़ रहे गुबार से परेशान हैं।
भलेसर मार्ग से ग्राम कनेकेरा तक डामर रोड का निर्माण किया जा रहा है। जिसकी लागत 770.39 लाख रुपए है । इस सडक़ की लंबाई 9.21 किलोमीटर तक है । यहां प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत कार्य कराया जा रहा है। इस काम की शुरूआत 23 मार्च 2020 से शुरू हुई है, लेकिन कोविड के चलते तीन -चार महीने तक काम बंद था । जिसकी वजह से निर्माण कार्य में देरी हो गई है। ठेकेदार ने सडक़ के दोनों ओर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया है। काम किस छोर से हो रहा है इसका पता नहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। इस बार रामघाट कोडार बांध प्लास्टिक मुक्त हो रहा है। रविवार को सुबह 7 से 11 तक यहां वृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया है।
चंपई माता मंदिर, अरंड, तुमाडबरी दलदली पर्यटन स्थल, मुड़मार एवं पतेरापाली के बाद युवाओं की टीम अब कोडार बांध राम घाट पर वृहद स्वच्छता अभियान चला रही है। इस अभियान में हमर भुइयां और एंजॉय ग्रुप के पर्यावरण संरक्षक शामिल हैं। हमर भुइंया के अध्यक्ष नुरेंद्र चंद्राकर ने आसपास के गांव और युवा साथियों से अपील की है कि इस वृहद स्वच्छता अभियान में खल्लारी मंदिर कोणार्क समिति के सदस्य, तुमगांव नगर पंचायत के पर्यावरण संरक्षक साथी, कौंवाझर के स्वच्छता समिति के सदस्य विशेष रुप से उपस्थित होवें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। भाड़े में वृद्धि की मांग को लेकर प्रदेशभर में जारी ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर सीमेंट पर पड़ा है। सप्लाई न होने से जहां शहर सहित जिले के अधिकांश सीमेंट दुकानों में सीमेंट का स्टॉक खत्म हो चुका है, वहीं जिनके पास स्टॉक है वे कीमत बढ़ाकर ग्राहकों को बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं।
पहली बार ऐसी स्थिति आई है कि सीमेंट को लेकर लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सर्वाधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है जो कुछ माह पूर्व या वर्तमान में भवन निर्माण करा रहे हैं। सीमेंट नहीं होने की वजह से उनका निर्माण प्रभावित हो गया है। कुछ ऐसे हैं जो निर्माण जारी रखने के लिए सीमेंट की अधिक कीमत देकर निर्माण जारी रखे हुए हैं। ट्रांसपोर्टर और सीमेंट कंपनी के बीच भाड़े को लेकर बातचीत के बाद भी हल नहीं निकल पाया है। बता दें कि भाड़े को लेकर कंपनी और ट्रांसपोर्टर की हड़ताल पिछले 15 दिनों से जारी है।
सीमेंट नहीं होने के कारण मुख्यालय में चल रहे कई सरकारी व निजी निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गए हैं। वन प्रशिक्षण खेल मैदान में जारी स्वीमिंग पुल और जिम निर्माण कार्य भी प्रभावित है। निर्माण ठेकेदार ने बताया कि फिनिशिंग कार्य के लिए प्लास्टर और अन्य कार्य बंद हैं।
मजदूर ढलाई के लिए सेट्रिंग बांधने का काम कर रहे हैं। बाजार में जिनके पास स्टॉक उपलब्ध है वे मौके का फायदा उठाकर अधिक दाम पर बेच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक 240 रुपए का सीमेंट 270-280 रुपए प्रति बोरी की दर से बेचा जा रहा है।
बाजार में अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। होली को महज 10 ही दिन शेष हैं और राज्य में कोरोना की स्थिति भयावह है। ऐसे में नगाड़ा बनाने वाले काफी चिंतित हैं। वे लॉकडाउन लगने की अनिश्चितता के बीच नगाड़े को बाजार में लाने की तैयारी कर रहे हैं।
जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव भलेसर में परंपरागत तरीके से नगाड़ा बनाने के कार्य में अहिरवार समुदाय के लोग लगे हुए हैं। भलेसर नयापार के नगाड़ा बनाने वाले नकुल तांडेकर कल शुक्रवार को बलौदाबाजार में नगाड़ा बेचने के लिए एक ट्रक नगाड़े के साथ रवाना हुआ। नकुल कहते हैं कि इस बार मटकी और यातायात भाड़े ने हमारी लागत बढ़ा दी है। फिर भी होली पारंपरिक त्योहार है और नगाड़े का अपना महत्व है, इसलिए नगाड़ों की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है
यहां रहने वाले महेश चौरे बताते हैं कि फाल्गुन आने से 2 महीने पहले हम नगाड़ा बनाना शुरू कर देते हैं। इसके लिए चमड़ा तैयार करना, मटकी खरीदना पड़ताहै। इन दोनों ही चीजों से नगाड़ा तैयार करते हैं। इसमें समय बहुत लगता है। इसलिए बड़ी तादाद में बनाने के लिए पूरा परिवार मिलकर नगाड़ा तैयार करते हैं। हर साइज के 150 नगाड़े महेश ने तिल्दा व भाठापारा के बाजार में बेचने के लिए भेजा है। उन्होंने बताया कि हर साल 5 साइज में नगाड़ा तैयार करते हैं। इस बार भी किया है, लेकिन कोरोना के भय और बढ़ते कोरोना के कारण वापस लॉकडाउन के संदेह में इस बार कम संख्या में नगाड़ा तैयार किया है। इसे पहले हम 300 से 400 की संख्या में तैयार करते थे।
नकुल टांडेकर कहते हैं कि कोरोना को देखते हुए इस बार हमने भी कम नगाड़ा तैयार किया है। वे बताते हैं कि हर साल लगभग 5 साइज के नागड़े तैयार करते हैं।
पहले हर साइज के 300 नग नगाड़ा बनाते थे। लेकिन इस बार प्रत्येक साइज के 150 से 200 नगाड़ा ही हमने तैयार किया है। इस बार मटकी और पेट्रोल.डीजल के दाम ने हमारा लागत बढ़ाया है। भलेसर में कई परिवार के लोग नगाड़ा तैयार करते हैं। सभी अपनी सुविधा और बाजार के हिसाब से शहरों का चयन करते हैं। इसमें रायपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार, सरायपाली, तिल्दा, भाठापारा, बिलासपुर व अन्य शहर शामिल हैं। नगाड़ा बनाने वालों ने इस बार 100 रुपए जोड़ी से लेकर 2000 तक के नगाड़े तैयार किए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। कोरोना का भय अब महासमुन्द के जिला अस्पताल में भी देखने को मिल रहा है। जिला अस्पताल के मेडिकल सुप्रींटेंडेंट व सीएमएचओ डॉ. एनके मंडपे ने बताया कि मार्च 2020 के बाद से अस्पताल में ओपीडी की संख्या बहुत कम हो गई है। कुछ.कुछ महीनों में मौसम में हुए बदलाव के कारण ओपीडी में बढ़ोतरी जरूर होते रही है लेकिन यह पहले की अपेक्षाकृत कम ही है। लोग अपने स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को नजरअंदाज न करें। उनके उपचार में देरी न हो जाएं। किसी भी समस्या में वे तुरंत जिला अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर अपना इलाज करा सकते हैं। कोविड.19 के संक्रमण से बचने के लिए सभी दिशा.निर्देंशों का पालन करें।
मालूम हो कि जिला अस्पताल में गत 2020 के अप्रैल माह में 4392 ओपीडी, मई माह में 5395 ओपीडी, जून में 5015 ओपीडी, अगस्त में 3057 ओपीडी, सितंबर में 3470 ओपीडी, अक्टूबर में 3034 ओपीडी, नवंबर में 2707 ओपीडी, दिसंबर में 3552 ओपीडी आए। वहीं 2021 जनवरी में 3113 ओपीडी व फरवरी माह में 3187 ओपीडी के केस आए हैं। वहीं मार्च माह में इसी प्रकार की ही ओपीडी आ रही है। इन 11 महीनों में सिर्फ मई माह व जून माह में 5 हजार से अधिक की संख्या में ओपीडी केस आए थे। इसके बाद सभी ओपीडी केसेस 3 हजार के आसपास ही रहे। वहीं गत फरवरी माह में ही 31 सौ से अधिक केसेस आए थे। इस मामले में डा. मंडपे कहते हैं कि कोरोना से पहले मासिक ओपीडी ही 8 से 10 हजार तक होती थी, जिसका वर्तमान में आधा भी ओपीडी केस नहीं हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा जिला महासमुन्द के नवगठित जिला कार्यकारिणी की प्रथम बैठक परसों शुक्रवार को जिला मुख्यालय में आयोजित हुई।
बैठक में मोर्चा के नवनियुक्त अध्यक्ष दुबेलाल साहू ने कार्यक र्ताओं से कहा कि पद.प्रतिष्ठा की लालसा से ऊपर उठ कर संगठन से प्राप्त निर्देशों पर किसान हित के लिए कार्य करें। मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने नए पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए किसानों के हर मुद्दे पर कार्य व उनके लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विमल चोपड़ा, जिला महामंत्री प्रदीप चन्द्राकर, किसान मोर्चा प्रदेश पदाधिकारी लोचन पटेल, प्रेम चन्द्राकर, धर्मेंद्र शुक्ला, अम्बिका वर्मा, किसान मोर्चा जिला प्रभारी ओमप्रकाश चौधरी, मूलचंद साहू, नरेंद्र वर्मा, महेंद्र जैन, राकेश चन्द्राकर, अरुण साहू के साथ उपाध्यक्ष संजय मालवे, मथामणि बढ़ई, हेमलाल चन्द्राकर, भुवन साहू, कृष्णकुमार नायक, दिग्विजय साहू, निर्भय नायक, उग्रसेन पटेल व रमेश पटेल के साथ अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने अपने अनुभव साझा किया और किसान हित में सभी को खड़े रहने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री युधिष्ठिर चंद्राकर ने केंद्र सरकार की किसान हित की योजनाओं के बारे में बताया। साथ में जिला प्रभारी ओमप्रकाश चंद्रवंशी ने संगठनात्मक परिचय दिया। जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी ने किसान मोर्चा के विशेष महत्व को बताया और कहा कि मोर्चा के सदस्यों को गांवों में किसानों के बीच जाकर जागरूक करना होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। डोंगरगढ़ वन परिक्षेत्र में सागौन की अवैध तस्करी करते हुए वन विभाग के मैदानी अमले ने आधा दर्जन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है। साइकिल से तस्करी करते हुए आरोपियों के पास से करीब 12 नग सागौन की सिल्लियां भी बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि भैंसरा, कलकसा क्षेत्र में वन विभाग ने रंगे हाथ करीब 7 लोगों को धरदबोचा है।
इस संबंध में प्रभारी वन एसडीओ अमृतलाल खूंंटे ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि रात के अंधेरे में तस्करी करते हुए 7 ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि उडऩदस्ता टीम ने सभी को जंगल से सागौन लाते हुए देखा और उसके बाद कार्रवाई की है। ग्रामीण इलाकों में पिछले कुछ दिनों से सागौन की तस्करी के मामले आते रहे हैं। वन अफसरों का कहना है कि आरोपियों से कड़ी पूछताछ भी की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 21 मार्च। राजनांदगांव जिले के गंडई थाना के एक गांव में एक पड़ोसी युवक ने तीन साल की अबोध बालिका के साथ रेप किया। आरोपी ने रेप के बाद बालिका को मृत समझकर वहीं छोड़ दिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गंडई थाना क्षेत्र के एक गांव में तीन वर्षीय मासूम बच्ची को उसके पड़ोसी अमित नेताम (21 वर्ष) द्वारा खाने का सामान दिलाने का झांसा देकर घर से ले गया। इससे पहले भी उक्त युवक ने बालिका को सामान दिया था। लिहाजा भरोसे में आकर परिजनों ने बालिका को उसके साथ भेज दिया। इसके बाद बच्ची के साथ आरोपी ने रेप किया। काफी देर के बाद आरोपी अकेले घर लौटा, तब परिजनों ने उससे पूछताछ की।
पूछताछ में आरोपी बालिका को काफी पहले छोड़ देने का झूठी कहानी बनाने लगा। अंत में पता चला गांव के ही एक बयारा में बच्ची बेहोश पड़ी है। परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, तब मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि हुई। आरोपी ने रेप के बाद बालिका को जान से मारने की भी कोशिश की, जिसमें गला दबाने और खरोच के निशान भी मिले हैं। पुलिस ने पूछताछ करते हुए आरोपी को रेप करने आरोपी मानकर गिरफ्तार कर लिया है
72 साल के वृद्ध ने किया रेप
जिले के चिल्हाटी क्षेत्र में एक 72 साल के वृद्ध द्वारा रेप करने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने महज 11 साल की एक बालिका को अपने हवस का शिकार बनाया। पुलिस का कहना है कि नाबालिग के माता-पिता मजदूरी करने के लिए घर से बाहर गए थे, जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने बलात्कार।
मिली जानकारी के मुताबिक 72 साल के मुकुंदराव सरजारे नामक वृद्ध व्यक्ति ने घर के बाहर खड़ी एक बालिका को अपने पास बुलाया। थोड़ी देर बातचीत करने के बाद जबरन हाथ पकडक़र आरोपी उसे उठाकर मकान के अंदर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। अपने साथ हुए दुराचार की घटना से बालिका ने परिजनों को अवगत कराया। इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते आरोपी को गिरफ्तार किया।
जीतू ने सीएम को गिनाई प्रोजेक्ट की खामियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। धीरी नल-जल योजना में कथित रूप से हुए करोड़ों रुपए की हेराफेरी का मामला सीएम तक पहुंच गया है। धीरी-ईरा क्षेत्र में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में हुए करीब 28 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले को लेकर कांग्रेस नेता जितेन्द्र मुदलियार ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लिखित में शिकायत की है। उन्होंने कल एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री से घोटाले के दस्तावेज का एक पुलिंदा भी सीएम को सौंपा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की प्रशासकीय जांच करने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री को शिकायत के दौरान जितेन्द्र मुदलियार ने बताया कि 48 गांव के लोग इस प्रोजेक्ट के तैयार होने के बावजूद प्यासे हैं, क्योंकि भाजपा नेताओं और अफसरों की मिलीभगत से प्रोजेक्ट की राशि पानी की तरह बह गई, लेकिन लोगों की समस्याएं जस की तस रही।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री से लिखित शिकायती आवेदन में बताया कि स्टापडेम और इंटकवेल की दूरी में अफसरों ने बड़ा खेल किया है। स्टापडेम के बजाय इंटकवेल को एक किमी दूर खड़ा किया गया। वहीं स्टापडेम की ऊंचाई कम कर दी गई और इंटकवेल की ऊंचाई बढ़ा दी गई। इस दौरान एक अतिरिक्त स्टापडेम भी नदी में बनाया गया। नींव मजबूत नहीं होने के कारण डेम पानी में बह गया।
कांग्रेस नेता मुदलियार ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि लगातार आंदोलन करने के बाद अब खरखरा और मोंगरा जलाशय से क्षेत्र के लोगों के लिए पानी मुहैया कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले को काफी गंभीरता से लिया है। माना जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में हुए गड़बड़ी को लेकर मुख्यमंत्री जल्द ही जांच के निर्देश जारी कर सकते हैं।
लोधी समाज के कार्यक्रम में समर्थन मूल्य की खरीदी पर भूपेश ने रखा सरकार का पक्ष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धान के समर्थन मूल्य पर विपक्षी भाजपा द्वारा सरकार पर लगातार सियासी वार का जवाब कल आखिरकार उस वक्त मौका मिल गया, जब लोधी समाज के सामाजिक कार्यक्रम में भाजपा और कांग्रेस से जुड़े समाज प्रमुखों द्वारा भरी सभा में कांग्रेस सरकार के धान खरीदी को लेकर भ्रामक बातें कही।
मुख्यमंत्री ने मंच से संबोधित करने का अवसर आने के बाद समाज प्रमुखों कमलेश्वर वर्मा, भरत वर्मा और कोमल जंघेल के नाम का जिक्र कर सरकार की धान खरीदी की स्पष्ट नीति को सामने रखा। मुख्यमंत्री ने 2500 समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के बजाय लोगों को यह स्पष्ट किया कि 1835 रुपए पर ही खरीदी सरकार द्वारा की जा रही है। दरअसल लोधी समाज के प्रमुख कमलेश्वर वर्मा ने कांग्रेस सरकार की धान खरीदी की वाहवाही करने के दौरान अपने उद्बोधन में यह कह दिया कि मुख्यमंत्री बघेल की सरकार ने 2500 रुपए की कीमत पर धान खरीदी की।
मुख्यमंत्री ने जब लोगों को संबोधित किया तो उन्होंने कमलेश्वर वर्मा के संबोधन पर चुटकी लेते कहा कि कमलेश्वर भी रमन सिंह की बोली बोल रहे हैं। उन्होंने मंच पर मौजूद सामाजिक प्रमुख नेता भरत वर्मा और कोमल जंघेल के नाम का जिक्र किया। उन्होंने दोनों से धान खरीदी की राशि के संबंध में बात की। मुख्यमंत्री के भाषण को सुनकर कुछ देर तक वहां ठहाके भी लगे। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर लगातार भाजपा ने समूचे राज्य में सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह इस मामले में काफी तल्ख रहे हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने पूर्व में कहे अपने बयानों पर अडिग रहने का भरोसा देते राज्यभर के किसानों को बोनस और अन्य आर्थिक लाभ दिए जाने का ऐलान किया है। कल सामाजिक कार्यक्रम के मंच पर भाजपा और कांग्रेस से जुड़े कई नेताओं ने मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा किया। मुख्यमंत्री बघेल के लिए भी लोधी समाज के कार्यक्रम में शामिल होने का पहला अवसर था। लिहाजा उन्होंने सामाजिक कार्यक्रम के जरिये किसानों को बरगलाने से बाज आने भाजपा को एक तरह से नसीहत दी।
नांदगांव विस के तीन गांवों में पहुंचे पूर्व सीएम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह शनिवार को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपने विधानसभा के तीन गांव परमालकसा, ठेकवा और ग्राम अंजोरा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। डॉ. रमन सिंह ग्राम परमालकसा में देवी जस गायन प्रतियोगिता में पूजा-अर्चना कर कहा कि आप सभी के सहयोग से भगवान राम के जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपए की राशि एकत्रित हुआ है। उन्होंने ग्राम की समस्याओं और मांगों को शीघ्र निराकरण कर पूरा किए जाने का आश्वासन दिया। तत्पश्चात ग्राम ठेकवा में निर्मित नवीन पंचायत भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। इस दौरान ग्राम पंचायत ठेकवा सरपंच गुंजा साहू ने बाउंड्रीवाल एवं अन्य मांग की। इस पर डॉ. सिंह ने पंचायत बाउंड्रीवॉल निर्माण की घोषणा कर मंजूरी प्रदान की।
ग्राम पंचायत ठाकुरटोला सरपंच सपना देवसरे ने भाजपा प्रवेश किया। डॉ. सिंह ने गमछा भेंटकर उनका स्वागत अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री का स्वागत पंचायत प्रतिनिधियों ने किया।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे बड़े लबरा हैं तो वह है छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल। लबारी बोल के सत्ता में आ गई, ठगेश सरकार हैं। बेरोजगारों को झूठ बोलकर नवयुवकों को 5 लाख लोगों को प्रतिमाह ढाई हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देने रोजगार देने का वादा किया था।
गंगाजल और गीता का कसम खाकर कहा था कि सत्ता में आएंगे तो शराबबंदी कर देंगे, लेकिन घर की पत्नी को भी पता नहीं चलता इस तरह से ऑनलाइन घर-घर पहुंचा कर शराब दे रही है। केंद्र सरकार ने 6 लाख गरीब परिवारों के लिए आवास योजना लाई थी, लेकिन भूपेश सरकार ने एक भी गरीब परिवारों का मकान नहीं बनाया योजना को बंद कर दिया है। ढाई साल में विकास कार्यों पर पूरा ब्रेक लगा दिया है। नदियों की धार की दिशा बदल गई हैं। इतनी ज्यादा रेत बेच रही हैं। जिससे जमीन का जल स्तर नीचे चला गया हैं।
इस अवसर पर भाजपा नेता आरपी द्विवेदी, सरपंच खेमदास साहू, दिनेश शर्मा, बच्चन देशमुख, चंदन कश्यप, हरिशंकर देशमुख, गोविंद, नील निर्मलकर, हेमदीप साहू , सरपंच शालिनी टोप्पो, सरपंच गुंजा साहू, सरपंच अंजू साहू, सरपंच लता यादव, सरपंच कनक रुपेंद्र दुबे, रमेश चंद्राकर, योगेश खत्री, किशोर कन्नौजे, डेहर साहू, खिलेश्वर साहू समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने लोधी समाज के कार्यक्रम में विकास कार्यों के लिए दी सौगात
राजनांदगांव, 21 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को राजनांदगांव विकासखंड के जोगी दल्ली में आयोजित वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी बलिदान दिवस कार्यक्रम में शामिल होकर समाज के विकास कार्यों के लिए सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा का अनावरण किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी ने अंग्रेजों से युद्ध किया और देश की आजादी में अपना योगदान दिया। देश के हित में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले विभूति किसी एक समाज एवं धर्म के नहीं होते, बल्कि संपूर्ण समाज के लिए आदरणीय होते हैं। मुख्यमंत्री ने शीतला तालाब सौंदर्यीकरण, सामुदायिक भवन निर्माण, नवीन पंचायत भवन निर्माण, शमशानघाट में सडक़ निर्माण की घोषणा की तथा सर्व समाज के लिए 10 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। उन्होंने लाल बहादुर नगर में 15 लाख रुपए की लागत से समाज के लिए भवन निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत 44 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई। उन्होंने कहा कि आंकड़ों से पता चला कि प्रदेश में 44 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी है। हमारी बेटियों एवं बहनों में शारीरिक कमजोरी नहीं होना चाहिए। सशक्त छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए विभिन्न अभियान के तहत 99 हजार बच्चों को कुपोषण मुक्त किया गया तथा 20 हजार महिलाओं में रक्त की कमी दूर हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रदेश के सभी विकासखंडों में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल आरंभ किया जा रहा है। शिक्षा के लिए सामाजिक आंदोलन के रूप में कार्य करना है और इसमें सबकी सहभागिता होनी चाहिए।
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। छत्तीसगढ़ के किसान, अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं सभी वर्गों के विकास के लिए शासन की ओर से कार्य किया जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रानी अवन्ती बाई ने जिस शौर्य एवं पराक्रम से समाज को आगे बढ़ाया है, ऐसे ही आगे बढ़ाएं। कार्यक्रम में डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल, दलेश्वर साहू, धनेश पाटिला, राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक, पदम कोठारी एवं जनप्रतिनिधि सहित कलेक्टर टीके वर्मा, एसपी डी. श्रवण, एसडीएम मुकेश रावटे तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में लोधी समाज के अध्यक्ष कमलेश्वर वर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया।
पीड़िता की शिकायत के चार घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 मार्च। शादी का झूठा आश्वासन देकर सालभर तक शारीरिक संबंध बनाने के बाद आरोपी मुकर गया। इस दौरान नाबालिग लड़की दो बार गर्भवती भी हो गई। आरोपी ने दवायें खिलाकर उसका एक बार गर्भपात भी करा दिया था। पीड़िता की शिकायत पर सिरगिट्टी पुलिस ने घर से फरार आरोपी पवन कौशिक को चार घंटे के भीतर एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया।
सिरगिट्टी थाने में अपनी मां, भाई और मामा के साथ पहुंचकर पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई कि वह दोना पत्तल बनाने की एक दुकान में काम करती थी। आरोपी भी वहीं काम करता था। उसके साथ जुलाई 2019 में परिचय बढ़ने के बाद दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। आरोपी ने पिछले साल होली के बाद 29 मार्च 2020 को अपने प्लाट में बुलाया और शादी का भरोसा देते हुए शारीरिक सम्बन्ध बनाया। फिर वे लगातार मिलने लगे, जिससे किशोरी, गर्भवती हो गई। आरोपी ने तब कहा कि शादी से पहले बच्चे का पैदा होना ठीक नहीं रहेगा। उसने उसे कुछ दवाईयां खाने को दी, जिससे उसका गर्भपात हो गया। इसके बाद वह फिर सम्बन्ध बनाने लगा। जनवरी माह में वह फिर गर्भवती हो गई। आरोपी तब अपनी बात से मुकर गया और कहा कि वह अपने समाज में ही किसी से शादी करने के लिये लड़की की तलाश कर रहा है। पीड़िता ने यह बात अपने घर में बताई। इसके बाद उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपी के विरुद्ध धारा 376 (2) ढ, 313 आईपीसी तथा धारा 4, 6 पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया। थाना प्रभारी फैजूल होदा शाह ने एक टीम को आरोपी के गांव रवाना किया। वह घर से गायब था। पता चला कि वह जांजगीर में अपने एक रिश्तेदार के घर पर रुका है। टीम ने एफआईआर दर्ज होने के चार घंटे के भीतर उसे गिरफ्तार कर लिया। इस टीम में एएसआई जीवन जायसवाल, सीता साहू, प्रधान आरक्षक प्रवीण पांडेय व अन्य शामिल थे।
बिलासपुर, 20 मार्च। बिलासपुर की प्रगति में योगदान देने वाले विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को आज एक होटल में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने न्यायधानी गौरव सम्मान प्रदान किया। यह कार्यक्रम एक निजी न्यूज चैनल की ओर से रखा गया था।
मुख्यमंत्री के हाथों इस अवसर पर फाउन्डेशन क्रिकेट अकादमी के चेयरमेन प्रिंस भाटिया को भी सम्मानित किया गया।
पिस्टल-आईईडी भी जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 20 मार्च। दंतेवाड़ा के कुआकोण्डा थाना अंतर्गत बड़ेगुडरा के जंगलों में शनिवार दोपहर को पुलिस और नक्सलियों के मध्य मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गये।
देर शाम मृतक नक्सलियों के शव को दंतेवाड़ा लाया गया। इसके साथ ही एक नग 9 एमएम पिस्टल, 5 किलोग्राम आईईडी, काली वर्दी और नक्सली पि_ू भी पुलिस के हाथ लगे हैं।