कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 1 अगस्त। भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने विज्ञप्ति जारी कर राज्य शासन और जिला प्रशासन पर मक्का कृषकों और शेयर धारकों से छलावा करने का आरोप लगाते हुए कहा, जिले में शुष्क पथरीली
भूमि एवं सिंचाई की व्यवस्था न होने से धान की ग्रीष्म कालीन फसलें अधिक उत्पादक नहीं होती है, परन्तु यहां मक्के के उत्पादन के लिए अनुकूल दशाएं प्राप्त है। जिससे ग्रीष्मकाल में भी कृषक अच्छी आमदनी कर सकते हैं। जिले में मक्का उत्पादन की बेहतर संभावनाओं को तलाशते हुए राज्य सरकार द्वारा जिले के ग्राम कोकोड़ी में मां दंतेश्वरी मक्का प्रोसेसिंग इकाई की स्थापना की जा रही थी जिससे क्षेत्र के मक्का उत्पादक किसानों को अपनी फसल का बेहतर लाभ मिल सके। मां दंतेश्वरी मक्का प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी समिति मर्यादित कोण्डागांव के अंतर्गत इस इकाई का निर्माण 2022 तक पूरा हो जाना था। किंतु छत्तीसगढ़ शासन सहकारिता विभाग द्वारा आदेश जारी कर प्रक्रियाधीन संयंत्र में मक्के से स्टार्च उत्पादन के स्थान पर इथेनॉल उत्पादन संयंत्र की स्थापना करने के लिए राज्य शासन द्वारा कोर कमेटी का गठन किया गया। इस प्रकार से यू टर्न लेते हुए किसानों और शेयर धारकों की सहमति के बिना ही अपना फैसला बदल दिया।
सरकार ने हजारों किसानों से शेयर के रूप में कुल 6.80 करोड राशि जमा करवा ली। राशि जमा हुए 1 साल से अधिक हो गया है किंतु किसानों को कोई लाभांश नहीं दिया गया है, यह किसानों से किया गया छलावा है।