राजनांदगांव

शिक्षा क्षेत्र के दैदीप्यमान नक्षत्र हैं लाल शंकर बहादुर सिंह
13-Aug-2021 3:23 PM
शिक्षा क्षेत्र के दैदीप्यमान नक्षत्र हैं लाल शंकर बहादुर सिंह

 

मनाया जाएगा 94वां जन्मदिन

राजनांदगांव, 13 अगस्त। कला, साहित्य, संगीत, व खेल के क्षेत्र में संस्कारधानी नगरी का नाम दूर-दूर तक विख्यात है। इसी तरह संस्कारिक धरा इसमें शिक्षा के क्षेत्र को आगे बढ़ाने का जो काम किया है। उनमें से एक जिंदादिल इंसान व रॉयल किड्स शिक्षा संस्थान के पितृ पुरूष लाल शंकर बहादुर सिंह है।

श्रीलाल शंकर बहादुर सिंह का जन्म खैरागढ़ राज परिवार में खैरागढ़ राज महल में जो अब इंदिराकला संगीत विश्वविद्यालय है, वहां 14 अगस्त 1928 को हुआ था। इनके पिता राजकुमार चंद्र बहादुर सिंह,  राजा बहादुर बिरेन्द्र सिंह के सगे चाचा थे। इनकी प्राथमिक शिक्षा राजकुमार कॉलेज रायपुर में हुई। इसके पश्चात इन्होंने विक्टोरिया हाई स्कूल खैरागढ़ से 1946 में मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। उस समय खैरागढ़ राजा के शासनकाल में था। मैट्रिक में इनके कक्षा शिक्षक प्रसिद्ध साहित्यकार पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी थे। वह इन्हें ट्यूशन में अंग्रेजी, हिंदी एवं संस्कृत की शिक्षा देते थे। इसके बाद नागपुर महाविद्यालय से बीए की परीक्षा उत्तीर्ण किए। उस समय इनके सहपाठी विद्याचरण शुक्ल थे, जो बाद में केंद्रीय मंत्री भी बने। इसके बाद इन्होंने एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की।

1950 में नागपुर विश्वविद्यालय का टेनिस एवं फुटबॉल में प्रतिनिधित्व किया। राष्ट्रीय स्तर के अनेक मैचों के अलावा श्रीलंका में भी देश का प्रतिनिधित्व किया। नागपुर विश्वविद्यालय के टेनिस चैम्पियन रहे। इनकी शादी 1950 में अन्नपूर्णा देवी विक्रमपुर जमींदार की सुपुत्री से हुई, जो प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश में स्थित है, जहां से राजा मांडा विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री रहे। 1950 से 1955 तक खैरागढ़ में निवासरत रहे परिवार में इनके ज्येष्ठ पुत्री श्रीमती प्रीति सिंह,  ज्येष्ठ पुत्र जयंत बहादुर सिंह, पुत्री श्रीमती भारती सिंह, पुत्री श्रीमती आरती सिंह, पुत्र संजय बहादुर सिंह एवं पुत्री श्रीमती जागृति सिंह है।

ज्ञात हो कि रॉयल किड्स एवं कॉलेज के संस्थापक लाल शंकर बहादुर सिंह के पुत्र जेबी सिंह राजकुमार कॉलेज (रायपुर) के प्रिंसिपल रहते हुए शिक्षा जगत में खूब नाम कमाया। वर्ष 1986 में जिला पंचायत अधिकारी : डिप्टी डायरेक्टर पद से सेवानिवृत्त होकर तथा 1986 से 1988 तक तत्कालीन सांसद स्व. शिवेन्द्र बहादुर सिंह के जिला प्रतिनिधि रहकर लाल शंकर बहादुर सिंह ने सेवा भावना का परिचय दिया है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में न केवल राजनांदगांव शहर अपितु छुरिया जैसे ग्रामीण कस्बे में शिक्षा का अलख जगाया। एक नयी परिभाषा गढ़ रहे रॉयल किड्स व रॉयल कॉलेज शिक्षा संस्थान स्कूल स्टाफ  सहित व इनसे जुड़े सेवाभावी लोगों सहित यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों व पालकों का विश्वास व प्यार हासिल करते संस्थापक लाल शंकर बहादुर सिंह 94वां जन्मदिवस मनाएंगे। समस्त रॉयल किड्स परिवार ने अपने स्कूल के भीष्म पुरूष लाल शंकर बहादुर सिंह सहित उनकी धर्मपत्नी अन्नपूर्णा देवी को कोटिश: बधाई एवं शुभकामनाएं दी है तथा दोनों के दीर्घायु होने की कामना की है।

इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष डॉ. सविता सिंह, उपाध्यक्ष अशोक चौधरी, वरिष्ठ सदस्य सावंत बहादुर सिंह, आनंद बहादुर सिंह, उपप्रशासक संजय बहादुर सिंह, श्रेयांश बहादुर सिंह, जन्मेजय बहादुर सिंह, प्राचार्य  आईसीएसई बोर्ड अभिषेक खंडेलवाल, सीजी बोर्ड प्राचार्य डॉ. रश्मि साव, कॉलेज प्राध्यापकगण, आईके वैष्णव बरसर, गोपाल साहू उप प्राचार्य, ममता मिश्रा, सुषमा शुक्ला, एचएम सरिता सिंह, तृप्ति मेश्राम, अपर्णा वर्मा एवं शिक्षकगण ने शतायु होने की कामना एवं हम सभी को पापा जी एवं मां जी का आशीर्वाद सदैव मिलता रहे, यह मंगल कामना की।

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