महासमुन्द
उम्मीद है कि हमारे मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिल जाएगी- डॉ. निगम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 14 अक्टूबर। बुधवार को दोपहर 12 बजे अचानक ही नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की टीम का ऑनलाइन इंस्पैक्शन मेल मेडिकल कॉलेज को मिला कि घंटे भर बाद ऑनलाइन रहें, क्योंकि सरप्राइज चेकिंग की जाएगी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने ऑनलाइन इंस्पैक्शन की तैयारी की। करीब 1 बजे से एनएमसी की ओर से मेडिकल कॉलेज का इंस्पैक्शन शुरू किया गया। निरीक्षण के लिए अधिकारी लैपटाप और वेबकैम लेकर पहुंचे थे। दो घंटे तक चले इस इंस्पैक्शन में एनएमसी की टीम ने उन तैयारियों को वैरीफ ाई किया, जिसे दूर करने के लिए 21 दिन पहले मेडिकल कॉलेज को पत्र भेजा गया था।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ पीके निगम के मुताबिक बुधवार को दोपहर 12 बजे एनएमसी की टीम के ऑनलाइन इंस्पैक्शन के संबंध में मेल आया। टीम ने अपने इंस्पैक्शन के दौरान पूर्व में बताई गई कमियों को दूर करने के बाद की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान एनएमसी की टीम संतुष्ट नजर आई। उन्होंने हमारे पास उपलब्ध सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की। पूर्व में जो कमियां थी, उस पर बिंदुवार चर्चा हुई। अगले 8 से 10 दिनों में इस इंस्पैक्शन के संबंध में जानकारी आएगी। उम्मीद है कि हमारे मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिल जाएगी।
टीम ने ऑनलाइन इंस्पैक्शन में फैकल्टी के बारे में जानकारी ली, साथ ही मेडिकल कॉलेज द्वारा फैकल्टी के बारे में भेजी गई जानकारी को क्रॉस चेक करने के लिए अचानक ही उनका नाम पुकारा और वे मौके पर मौजूद हैं या नहीं यह देखा। इसके साथ ही टीम ने वर्चुअल माध्यम से बिल्डिंग, मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग डिपार्टमेंट, लैब, एग्जामिनेशन हॉल, छात्रावास को भी देखा और उससे संबंधित जानकारी ली।
इस वर्चुअल इंस्पेक्शन के दौरान एनाटॉमी डिपार्टमेंट से डॉ जागृति अग्रवाल हाजिर नहीं थी। जानकारी के अनुसार कोई भी मेडिकल कॉल्ेज शुरू करने के लिए तीन डिपार्टमेंट सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। इसमें एनाटॉमी, बायो केमिस्ट्री और फिजियोलॉजी शामिल हैं। इन तीनों डिपार्टमेंट में कुल 7.7 प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसर्स होने चाहिए। महासमुंद मेडिकल कॉलेज में यह पूरा हो चुका है। बुधवार को एनाटॉमी की एक प्रोफेसर को छोडक़र अन्य 20 सदस्यों से एनएमसी की टीम ने बात की।
इंस्पेक्शन के दौरान एनएमसी की टीम ने लैब में मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान डीन डॉ पीके निगम ने लैब में मौजून मनीकिंस के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए मेडिकल कॉलेज में महासमुंद ऐसा कॉलेज है, जहां एडल्ट और चाइल्ड मनीकिंस मौजूद हैं। ये पूरी तरह से हाईटेक और कम्प्यूटराइज्ड मनीकिंस है। इसमें इंजेक्शन लगाया जा सकता है ऑक्सीजन दी जा सकती है। गौरतलब है कि मनीकिंस एक प्रकार का मानव पुतला है, जिसके जरिए प्रैक्टिकल किया जाता है। इसमें मानव शरीर के सभी ऑर्गन्स मौजूद होते हैं। इसका ऑपरेशन तक किया जा सकता है।