राजनांदगांव
दशहरा के मंच से पूर्व सीएम ने इशारों से भूपेश सरकार पर चलाए सियासी तीर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अक्टूबर। शहर में दशहरा पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रावण दहन के बाद मौजूद लोगों को संबोधित करते अपने उद्बोधन में कवर्धा दंगे का जिक्र छेड़ दिया। उन्होंने अपने गृह शहर कवर्धा में हुए साम्प्रदायिक तनाव के बाद भाजपा और अन्य दल के लोगों को जेल भेजने के सरकार के फैसले का विरोध करते कहा कि उनके पार्टी के कार्यकर्ता जब से जेल में है, उन्हें नींद नहीं आती।
पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि जनता में आतंक मचाने के दुष्परिणाम निश्चितौर पर सामने आएंगे। उन्होंने इशारो-इशारों में भूपेश सरकार पर सियासी तीर साधते कहा कि दंभ और घमंड से हमेशा नाश होता है। रावण का उदाहरण देते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि सर्वशक्तिमान होने के बावजूद राम और वानर सेना के सामने रावण का अस्तित्व बच नहीं पाया। दरअसर उनका यह इशारा कवर्धा में हुए दंगे को लेकर भूपेश सरकार को घेरने की ओर था।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि कबीरधाम की घटना में हमारे 70 युवा जो जेल में है। रावण का वध करना जरूरी है तो मैं आउंगा। रावण को छोड़ देने से काम नहीं चलेगा। रावण के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। मेरे जन्मदिन को सेलिब्रेड नहीं करने का निर्णय इसलिए किया हमारे कार्यकर्ता जेल में है। हमारे कार्यकर्ता बड़ी तााकत है, जब तक वह बाहर नहीं आएगा मैं रात को सो नहीं पाउंगा। कार्यकर्ताओं की तकलीफ हमारी तकलीफ है। छत्तीसगढ़़ में इस प्रकार की कहीं घटना होती है तो हम उस ताकतों के खिलाफ संघर्ष करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि हर रावण को भ्रम हो जाता है कि वह सर्वशक्तिमान है, जो-जो आतंक करेगा छत्तीसगढ़ में, शोषण करेगा और लूट करेगा उसको छत्तीसगढ़ से जाना है, यह प्रक्रिया का हिस्सा है। उसका प्रतीक रावण है, जिसके पास कौन सा साधन, शक्ति व संसाधन नहीं था, वह पराजित किससे हुआ, भगवान राम और वानर की सेना से। जनता जब सामने आ जाती है तो बड़े-बडे रावण का अंत होता है। जनता की ताकत भगवान राम ने प्रतीक के रूप में बता दिया कि सबसे बड़ी ताकत जनता की ताकत है। कुछ दिनों के लिए विजयी हासिल कर सकता, लेकिन स्थाई रूप से लोगों के दिलों में विजयी व जगह नहीं बना सकता है। स्थाई रूप से जगह बनाने के लिए भगवान राम का स्वरूप व चरित्र चाहिए।
इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, संतोष अग्रवाल, सचिन बघेल, किशुन यदु, सौरभ कोठारी, देवशरण सेन, प्रखर श्रीवास्तव, प्रमोद गुप्ता, गोलू गुप्ता, सुमित भाटिया, राजेश यादव, आकाश चोपड़ा, आशीष डोंगरे समेत अन्य लोग मौजूद थे।