बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 30 नवंबर। मंगलवार को बुरजी गांव पहुंचे जेसीसी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि राज्य सरकार को एड़समेटा गोलीकांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट को विधानसभा में सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके विधायक इस मामले को विधानसभा में रखकर काम रोके प्रस्ताव लाएंगे।
यहां अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे जेसीसी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी पहले दिन सोमवार को वे सिलगेर गए। वहां सात महीने से आंदोलन कर रहे ग्रामीणों से मिलकर बात की। मंगलवार को जोगी बुरजी गांव पहुंचे, यहां दो महीने से ग्रामीण कैम्प व सडक़ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हंै।
अमित जोगी ने बुरजी के ग्रामीणों से पूरे घटनाक्रम की सिलसिलेवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामों में किसी भी काम के लिए ग्राम सभा का प्रस्ताव होना चाहिए, लेकिन यहां बिना ग्रामसभा के काम हो रहा है। अमित जोगी ने एड़समेटा घटना की भी बारीकी से जानकारी ग्रामीणों से ली। उन्होंने घटना में घायल हुए लोगों से बात की और घटना पर दुख जताया।
उन्होंने कहा कि एड़समेटा गोलीकांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट को विधानसभा में सार्वजनिक करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार पेशा कानून के अधिकारों को कुचलना बंद कर ग्राम पंचायतों के ग्राम सभाओं का विधिवत फैसलों का सम्मान करें।
बुरजी में दो माह से आंदोलनरत मूलवासी मंच के ग्रामीणों से मिलकर चर्चा करते हुए अमित जोगी ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल लखीमपुर खीरी पीडि़तों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देते हैं और अपने प्रदेश के आदिवासी ग्रामीणों को कुछ नहीं देते। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को शायद यहां के आदिवासियों की जान की कोई चिंता नहीं है।
डेढ़ किमी पैदल चले जोगी
गंगालूर से बुरजी के बीच कई जगहों पर सडक़ कटा हुआ है और उस पर पेड़ गिरे पड़े हैं। गाडिय़ां कुछ दूर जाकर रुक जाती है। मंगलवार को जब अमित जोगी बुरजी जाने के लिए निकले तो गंगालूर के आगे से उन्हें सडक़ कटा हुआ मिला।
उन्होंने जंगल में ही गाड़ी खड़ी करवाकर करीब डेढ़ किमी पैदल चलकर ग्रामीणों के प्रदर्शन स्थल तक पहुंचे। इस अवसर पर सकनी चन्द्रिया, जमुना सकनी, टंकेश्वर भारद्वाज, अमित पांडेय, नवनीत चांद, रौशन झाड़ी मौजूद रहे।