राजनांदगांव
अविश्वास प्रस्ताव के बजाय अब इस्तीफे की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 दिसंबर। राजनांदगांव जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतीक्षा भंडारी को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये पदच्युत करने की मुहिम अब इस्तीफे के रूप में बदल गई है। इसके पीछे कारण है कि अविश्वास प्रस्ताव की मुहिम में शामिल कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्यों ने अपने पैर खींच लिए हैं। इसके बाद भी भाजपा समर्थित जनपद अध्यक्ष प्रतीक्षा भंडारी के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं।
भाजपा के लिए जनपद अध्यक्ष को पद से हटाने के अभियान को रोकना एक बड़ी चुनौती है। जनपद सदस्यों ने खुले तौर पर अध्यक्ष और उनके पति पर कमीशनखोरी तथा अनावश्यक दखंलदाजी करने का आरोप लगाया था। भाजपा के सदस्य पूरे मामले को लेकर जिला संगठन के साथ बैठक भी कर चुके हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव के लिए कांग्रेस सदस्यों ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। 23 सदस्यों ने मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की रणनीति बनाई थी, लेकिन अब 8 भाजपा सदस्य के बीच पूरा मामला टिक गया है। कांग्रेसी सदस्यों के मुहिम से अलग होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया है। भाजपा सदस्यों ने अपनी रणनीति बदलते हुए अध्यक्ष से इस्तीफा देकर कुर्सी छोडऩे की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक काफी समय से अध्यक्ष के कामकाज को लेकर सदस्यों में नाराजगी थी। दो साल की कार्यवधि पूर्ण होने की कगार पहुंचते ही अध्यक्ष के खिलाफ सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा लगातार अंतर्कलह से जूझ रही है। जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव के लिए रोजाना नई परेशानियां खड़ी हो गई है। चर्चा है िजिला संगठन भी श्रीमती भंडारी को हटाने पर सहमत है। उन्हें स्वत: इस्तीफा देने को भी कहा गया है।