गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 19 फरवरी। छत्तीसगढ की प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम राजिम मेला का दृष्य अत्यंत सुहावना हो गया है। राजिम पुल से लेकर बेलाही घाट पुल एवं चौबेबांधा पुल तक लाइटों की रोशनी से जगमग दिख रहा है। आने वाले श्रद्धालुओं को तकलीफ न हो इस बात ध्यान रखते हुए मेला प्रशासन ने सडक़ो पर लाइट लगाकर व्यस्थित कर दिया है।
दूसरी ओर नदी की रेत पर तकरीबन पांच किलोमीटर की दूरी तक अस्थाई शहर बसा हुआ है। प्रयाग नगरी के प्रथम दर्शन मामा-भांचा मंदिर से लेकर सीधे कुलेश्वरनाथ महादेव एवं लोमष ऋषि आश्रम के पिछला भाग से होते हुए नेहरू घाट नवापारा से अटल घाट राजिम तक अस्थाई रेत की सडक़ें बनाई गई है।
वाहनों के लिए पत्थर बिछाकर आवागमन को व्यस्थित किया गया है इस बार सडक़ो की चौड़ाई 12 की जगह 15 फीट कर दी गई है इससे श्रध्दालुओ को घुमने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है। प्रदेश शासन की सोच एवं जिम्मेदार अधिकारियों की मेहनत स्पष्ट रूप से दिखायी दे रही है। मेला इस वर्ष पुरानी जगह लगा हुआ है। प्रतिदिन हजारो श्रध्दालु दर्शन भ्रमण के उपस्थित हो रहे है।