गरियाबंद
हास्य कलाकार कौशिक से चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 25 फरवरी। कलाकारों का कुंभ है राजिम का यह सांस्कृतिक मंच। जिसमें डूबकी लगाकर सफलता के ऊंचे मुकाम पर पहुंचने और छत्तीसगढ़ के लोक गीत, परंपरा, संस्कृति को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान कर रही है। उक्त बातें मीडिया सेंटर में पहुंचे दुर्ग से आए राग-अनुराग कला मंच के संचालक हेमलाल कौशिक ने कहा। उन्होने बताया कि 2019 में संस्था आरंभ किये जिसमें अब तक 76 से अधिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में दे चुके है। हास्य कलाकार के रूप में पहचान बना चुके है और अब तक छत्तीसगढ़ी, भोजपुरी और उडिय़ा में लगभग 100 से भी अधिक फिल्मों में काम कर चुके है। बॉलीवुड फिल्मों में प्रयास के जवाब में कहा कि छत्तीसगढ़ की भाषा, बोली, वेशभूषा से बेहद लगाव है, छत्तीसगढ़ में कला के बीज है।
इसलिए छत्तीसगढ़ी कलाकार के रूप में कार्य करना ही अधिक पसंद है। सुपरहिट फिल्म हस झन पगली फंस जबे मेरी सुपरहिट फिल्म है। आने वाली फिल्म बुलंद अमेज, इश्क में रिस्क, मिस्टर मंजनू, लव लेटर, चल हट कोई देख लेही। उम्मीद है कि इसे भी दर्शक खूब पसंद करेंगे। हास्य कलाकार के रूप में झुकाव के बारे में बताते हुए कहा कि पहले मैं बहुत ही नटखट था, गांव से जुड़ा था मेला, मड़ई और गांव के छ_ी, विवाह कार्यक्रमों में लोगों को हँसाया करता था यह धीरे-धीरे आदत बन गया।
सोचा क्यों न इसमें ही अपना भाग्य अजमाया जाए। तब से लेकर आज तक हर मंच में हास्य कलाकार के रूप में दर्शकों का काफी प्यार, दुलार और आशीर्वाद मिल रहा है। उन्होंने जानकारी दिया कि परिवार में कोई भी कलाकार नहीं है वह एक अपवाद के रूप में है जो उनके लिए ईश्वरीय देन है। छत्तीसगढ़ महतारी के लिए फिल्मों में आप क्या विशेष करते है जिससे छत्तीसगढ़ की गरिमा बनी रही पर कहा कि सबसे पहले अश्लीलता का प्रवेश फिल्मों में हम नहीं करते जो मूल चीजें है उसे ही दर्शानें का प्रयास करते है, अनर्गल बातें नहीं परोसते।
ऐसे कार्यक्रम का समावेश करते है जिसे परिवार में बैठकर लोग एक साथ देख सके।
उन्होंने नये कलाकारों से कहा कि छत्तीसगढ़ की महिमा का बखान करते हुए यह रामचंद्र की माता कौशिल्या की जन्मभूमि है। राजिम माघी पुन्नी मेला में प्रस्तुति देकर वे बहुत ही प्रसन्न हुए कहा कि यहां पहले से बेहतर व्यवस्था छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया गया है। कलाकार खूब मेहनत करे छश्रीसगढ़ में छश्रीसगढ़ी फिल्मों का स्कोप है। आने वाला समय पूरा देष छश्रीसगढिय़ा रंग मे रंगा होगा।