दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 15 अप्रैल। दंतेवाड़ा वन मंडल अंतर्गत पहाडिय़ों और महुआ के पेड़ के नीचे प्रतिवर्ष ग्रामीणों द्वारा आग लगाई जाती है। जिससे बड़ी संख्या में वनस्पतियां और वन्य जीवोंं की क्षति होती है।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों में ऐसी मान्यता है कि महुआ के पेड़ के नीचे आग जलाने से बहुए के पतन की दर तेज हो जाती है इस मन तक के फल स्वरूप मान्यता के फल स्वरुप ग्रामीणों द्वारा महुआ के पेड़ के नीचे आग लगाई जाती है उक्त आग कभी-कभी जंगल में दूर तक फैल जाती है जिससे छोटे पौधे नष्ट हो जाते हैं इसके साथ ही वन्य जीव जंतुओं की जीवन हानि भी होती है।
आग में कमी-डीएफओ
इस गंभीर मुद्दे पर वन मंडल अधिकारी संदीप बल गा नेंं छत्तीसगढ़ को बताया कि महुआ के पतन की दर को तीव्र करने हेतु ग्रामीणों द्वारा आग लगाई जाती है इस वर्ष विगत वर्ष की तुलना में आग के मामलों में कमी दर्ज की गई है। ग्रामीणों की जन जागरूकता से ही वनों में आग की समस्या में कमी आएगी।