कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 15 मई। जिला मुख्यालय स्थित जिला व सत्र न्यायालय में 14 मई को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। ऐसा पहली बार हुआ जब नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ जिला न्यायाधीश उत्तम कुमार कश्यप के हाथों नारियल फोडक़र किया गया। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश के अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायालय के अधीनस्थ समस्त न्यायाधीश मौजूद रहे।
यहां 38 अपराधिक मामलों और राजस्व के 628 मामलों का आपसी राजीनामा से निराकरण किया गया। राजस्व के 628 मामलों में 44 लाख रुपए से अधिक का अवार्ड पारित किया गया।
जानकारी अनुसार, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तरा कुमार कश्यप, अपर जिला व सत्र न्यायाधीश पी. पॉल होरो, अपर सत्र न्यायाधीश (एफटीसी) कमलेश कुमार जुर्री, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मोना चौहान, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भूपेश कुमार बसंत जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में मौजूद रहे। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए नेशनल लोक अदालत में राजीनामा के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिला न्यायालय में एनआई एक्ट के 2 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
इसी तरह मेट्रोमुनियम के 4, अदर सिविल के 3, ट्रैफिक चालान में 9, आपराधिक प्रकरण के 38, प्री-लिटिगेशन के 7, राजस्व न्यायालय के 628 प्रकरण निराकृत किए किए, जिसमें 44 लाख 62 हजार 350 रुपए का अवार्ड पारित किया गया।