बिलासपुर
मंच पर सीट सबसे किनारे दी गई थी, हुए नाराज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। किसानों को बोनस राशि वितरण के लिए आज रखे गए कार्यक्रम से शहर विधायक शैलेश पांडे बीच में ही बाहर निकल आए। उन्होंने कहा कि किसी कार्यक्रम में बुलाया जाता है तो व्यवस्था सम्मानजनक होनी चाहिए। जनप्रतिनिधि अपमानित होकर किसी कार्यक्रम में कैसे रह सकता है?
जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा भवन में आज किसानों को बोनस राशि वितरित करने का कार्यक्रम रखा गया था। इसमें जिले के विधायक सांसद के अलावा कांग्रेस के पदाधिकारी भी आमंत्रित किए गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य कार्यक्रम का यहां से ऑनलाइन प्रसारण किया जा रहा था।
मंच पर मुख्य अतिथि अपेक्स बैंक के चेयरमैन बैजनाथ चंद्राकर बीच में बिठाए गए थे। उनके एक ओर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडे तो दूसरी ओर संसदीय सचिव रश्मि सिंह को बिठाया गया था। इसके बाद दोनों ओर सीटों में जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान व जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक तथा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केसरवानी बैठे हुए थे। उनके बाद कलेक्टर सारांश मित्तर की सीट थी। बाईं ओर सबसे कोने में शहर के विधायक शैलेश पांडे को बैठने की जगह दी गई।
विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के बावजूद उनका जिला प्रशासन लगातार अपमान करता है। मैं अपमानित होकर कार्यक्रम में भला कैसे रह सकता हूं, इसलिए मैं अपनी बात कहकर कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर वापस लौट रहा हूं। ऐसा कहकर वे बाहर अपनी गाड़ी में बैठे और किसी दूसरे कार्यक्रम के लिए निकल गए।
ज्ञात हो कि पूर्व में भी कई बार विधायक शैलेश पांडे जिला प्रशासन पर उपेक्षा और अपमानित करने का आरोप लगा चुके हैं। पिछले वर्ष राज्य उत्सव के कार्यक्रम में उनको आमंत्रित भी नहीं किया गया था। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपनी तीखी नाराजगी भी जताई थी। उन्होंने तब कलेक्टर पर देशद्रोह का अपराध दर्ज करने की भी मांग की थी।