महासमुन्द

जिले में तेंदूपत्ता तोड़ाई का लक्ष्य इस साल भी 95 हजार 400 मानक बोरा
23-May-2022 3:56 PM
जिले में तेंदूपत्ता तोड़ाई का लक्ष्य इस साल भी 95 हजार 400 मानक बोरा

संग्रहण का 80 फीसदी काम पूरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23 मई।
तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य जिले में 4 मई से शुरू हो गया है। वनांचल क्षेत्रों में संग्राहक तेंदूपत्ता तोडऩे प्रतिदिन सुबह जंगल जा रहे हैं और इसे एकत्रित कर रहे हैं। पिछले दो सालों से लगातार तेंदूपत्ता के दाम बढऩे के कारण संग्राहकों में रूचि बढ़ी है।

पिछले दो सालों में संग्राहकों की संख्या करीब साढ़े पांच हजार बढ़ गई है। इनमें से करीब 4 हजार तो इसी साल बढ़े हैं। कहा जा रहा है कि मानक बोरा के दाम बढऩे के कारण संग्राहकों की संख्या बढ़ी है। इस साल भी 95 हजार 400 मानक बोरा तेंदूपत्ता तोड़ाई का लक्ष्य विभाग ने महासमुंद जिले में रखा है।

इस साल जिले के 1 लाख 5 हजार 247 संग्राहक तेंदूपत्ता तोड़ाई के कार्य में लगे हुए हैं। पूरे माह में यह परिवार लगभग 95 हजार 400 मानक बोरा तेंदूपत्ते की तोड़ाई करेंगे। वनोपज से जुड़े इस सभी परिवारों को एक माह में लगभग 32 करोड़ से अधिक रुपए का लाभ मिलेगा। तेंदूपत्ता संग्राहकों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए प्रति मानक बोरा 2500 रुपए से बढ़ाकर 4 हजार रुपए कर दिया गया है।

तेंदूपत्ता संग्राहकों को पहले 2500 रुपए प्रति मानक बोरा मिलता था। वर्ष 2019 से संग्राहकों को 4000 रुपए प्रति मानक बोरा दिया जा रहा है। राशि बढऩे से संग्रहण के कार्य की स्थिति सुधरी है। क्योंकि 2018 में 96054 संग्राहक थे। जैसे ही मानक बोरा बढ़ा, हर साल संग्राहकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

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