नारायणपुर

पुलिस ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर (बस्तर), 1 जून। पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए एक परिवार और उनके साथ ग्रामीणों ने आज जिले के भरंडा थाने के सामने मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। दूसरी ओर पुलिस ने कहा है कि आरोपी का पहले माओवादी संपर्क रहा है। मारपीट की बात बेबुनियाद है। उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार नारायणपुर के रावघाट माइंस इलाके में रहने वाले सोमनाथ दुग्गा को पुलिस ने बीती रात घर से उठा लिया था। परिवार के लोगों ने जब इसका विरोध किया तो उनसे पुलिस ने मारपीट की। इसके बाद थाने में सोमनाथ दुग्गा की इतनी पिटाई की गई कि वह बेहोश हो गया। पुलिस ने सुबह उसे छोड़ा तो उसे अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कराया गया।
इसके विरोध में ग्रामीणों ने भरंडा थाने के सामने रास्ता रोककर सड़क जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। धरने में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
इस बारे में नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार का कहना है कि उक्त ग्रामीण का माओवादी संगठनों के साथ पहले से संपर्क रहा है। उसे ऐसे एक मामले में जेल भी भेजा जा चुका है। पुलिस को अभी पता चला था कि हाल ही में माओवादियों के साथ उसकी मीटिंग हुई है, जिसके चलते उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। उसके साथ मारपीट की बात बेबुनियाद है। अस्तपाल में वह पिटाई के कारण नहीं बल्कि तबीयत खराब होने के कारण भर्ती है। ग्रामीणों को समझा-बुझाकर रास्ता खाली करा लिया गया है।