नारायणपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 23 अप्रैल। मंगलवार को जिले के पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय में जिला स्तरीय प्रेरणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परियोजना अधिकारी महेंद्र देहारी थे। कार्यक्रम समन्वयक व नोडल अधिकारी जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार मंडल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर प्रारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रेरणा कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पूरे देश में आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में जिले के 35 विद्यालयों के 102 विद्यार्थी ने भाग लिया। विद्यार्थियों का चयन निबंध लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता एवं साक्षात्कार के माध्यम से किया गया। जिसमें दो विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य एवं कार्यक्रम समन्वयक व नोडल अधिकारी संजय कुमार मंडल ने अपने उद्बोधन में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने प्रेरणा अनुभव पर आधारित एक शिक्षा कार्यक्रम की शुरूआत की है, जिसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को एक सार्थक, अद्वितीय और प्रेरणादायक अनुभव प्रदान करना है, जिससे उन्हें नेतृत्व के गुणों के साथ सशक्त बनाया जा सके। प्रेरणा नौवीं से बारहवीं कक्षा के चयनित छात्रों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला आवासीय कार्यक्रम है।
यह सर्वोत्तम श्रेणी की तकनीक के साथ छात्रों के लिए एक अनुभवात्मक और प्रेरणादायक शिक्षण कार्यक्रम है जहां विरासत और नवाचार का मिलन होता है। देश के विभिन्न हिस्सों से हर सप्ताह 20 चयनित छात्रों (10 लडक़े और 10 लड़कियां) का एक बैच इस कार्यक्रम में भाग लेगा। प्रेरणा कार्यक्रम भारत के सबसे पुराने शहरों में से 1888 में गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में स्थापित वर्नाक्युलर स्कूल से शुरू होगा।
इस अवसर पर राजीव गांधी शिक्षा मिशन उमेश रावत, मुख्यमंत्री डीएवी पब्लिक स्कूल पी राव, प्रभारी प्राचार्य एडका जितेंद्र देवांगन, प्रभारी प्राचार्य पीएम केंद्रीय विद्यालय विश्वा नंद चंद्रा, यतींद्र कुमार नाग, आकाश पटेल, राजेश्वर पैकरा एवं विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के समापन में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए विश्वा नंद चंद्रा ने प्रेरणा कार्यक्रम के विषय में कहा कि प्रेरणा भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों और मूल्य-आधारित शिक्षा के दर्शन के प्रति एक मजबूत प्रतिबद्धता से प्रेरित है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की आधारशिला है।
यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविध परंपराओं के प्रति सम्मान और वसुधैव कुटुंबकम (दुनिया एक परिवार है) की भावना को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम का संचालन अनिल कुमार शर्मा ने किया।