राजनांदगांव
जिले में तेजी से चारागाह किए जा रहे विकसित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 अगस्त। जब विकास की रोशनी दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचती है, तब सफलता के नए आयाम खुलने लगते हैं। इसकी एक बानगी है मोहला विकासखंड के जय श्रीराम स्वसहायता समूह ग्राम मोहला गौठान की महिलाएं। शासन की सुराजी गांव योजना के तहत मवेशियों की सुरक्षा और चारा-पानी के लिए गौठान में ही चारागाह विकसित किए जा रहे हैं।
नेपियर एवं मक्के की फसल ली जा रही है। चारागाह के महत्व को समझकर जब मोहला गौठान के समूह की महिलाओं ने व्यापक पैमाने पर नेपियर घास लगाया तो उनके आमदनी के लिए एक नई राह बनी। समूह की महिलाओं ने नेपियर रूट्स का विक्रय किया। जिससे उन्हें लगभग एक लाख 50 हजार रुपए की आय हुई। पशुओं के लिए नेपियर घास की खासी डिमांड है और यही समूह की महिलाओं के लिए आय बढ़ाने का जरिया बना। शासन द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिले के गौठान में प्राथमिकता से चारागाह विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने सभी गौठान में चारागाह में नेपियर एवं मक्का लगाने कहा है। नेपियर घास संरक्षित कर रखा जा सकता है और चारे के लिए कभी भी मवेशियों को दिया जा सकता है। जिले में तेजी से चारागाह विकसित किए जा रहे हैं।