राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 सितंबर। कलेक्टर डोमन सिंह ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुराजी गांव योजना एवं गोधन न्याय योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सुराजी गांव योजना शासन की फ्लैगशिप योजना है। सभी अधिकारी इसे प्राथमिकता देते कार्य करें और जनसामान्य की आय बढ़ाने की दिशा में कार्य करें। ग्रामीण क्षेत्रों में जनता एवं स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक दृष्टि से सशक्त बनाने यह योजना महत्वपूर्ण है। गौठानों में आजीविका मूलक गतिविधियों को बढ़ावा देते मल्टीएक्टीविटी सेंटर के रूप में स्थापित करना है। सभी ग्राम पंचायतों में गौठान निर्माण के कार्य पर ध्यान केन्द्रित करते कार्य करें। उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट निर्माण एवं बिक्री के संबंध में जानकारी ली। सभी गौठानों में अनिवार्य रूप से 3 गतिविधियां प्रारंभ करना है। गौठानों के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित होने पर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति बढ़ेगी। चारागाह विकास के लिए नेपियर रूट लगाने पर विशेष ध्यान देते कार्य करें। उन्होंने कहा कि राजगामी संपदा न्यास द्वारा समूह की महिलाओं को सिलाई मशीन दिया जा रहा है। इसका लाभ समूह की महिलाओं को मिलेगा और उनके आय में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने सिलाई मशीन वितरण कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि गौठानों में मत्स्यपालन, मुर्गीपालन, पशुपालन एवं सब्जी बाड़ी जैसी गतिविधियों से समूह की महिलाओं की आय में वृद्धि हुई है।
गौठानों में मछली पालन की जानकारी, गौठानों में मछली पालन हेतु तालाब, डबरी की जानकारी, गौठानों में निर्मित बायोफ्लॉक टैंक में मछलीपालन गतिविधि, गौठानों में निर्माण हेतु प्रस्तावित बायोफ्लॉक टैंक में मछलीपालन गतिविधि जानकारी ली।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ गजेन्द्र ठाकुर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, इंदिरा देवहारी, खेमलाल वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम अरूण वर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ गिरीश रामटेके, एसडीएम डोंगरगांव सुनील नायक सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सभी एसडीएम, जनपद सीईओ एवं अन्य अधिकारी जुड़े रहे।