गरियाबंद
कुलेश्वर नाथ महादेव के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 8 नवंबर। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा पर राजिम त्रिवेणी संगम में स्नान करने सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। स्नान पश्चात श्रद्धालुओं ने दीप दान कर रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा किए।
इधर संगम बीच लगने वाला मड़ई मेला चंद्रग्रहण होने के कारण एक दिन पूर्व सोमवार को आयोजित किया गया। इस नदिया मड़ई में जनसैलाब उमड़ पड़ा। दोनों शहरों के बीच नदी में पूरा दिन लोगों का तांता लगा रहा। जानकारी के अनुसार राजिम क्षेत्र में मड़ई-मेले की शुरुआत नदिया मड़ई से ही होती है।
पौराणिक मान्यतानुसार यहां पर भगवान राम के वनवास गमन के समय माता सीता ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा-अर्चना की थी, तब से यह परम्परा चली आ रही है। इस परंपरा को श्रद्धालुजन एवं भोलेनाथ के भक्त बखूबी निभाते आ रहे हैं।
इस अवसर पर अवसर पर नदिया मड़ई में राजिम और नवापारा शहर के अलावा तीनों जिले गरियाबंद, धमतरी और रायपुर जिले के आसपास के पचासों गांव के लोग यहां आए हुए थे।
मड़ई मेला के चलते नदी के भीतर सुखी रेत में तरह-तरह की दुकाने जैसे फैंसी, पूजा पाठ के सामान, गन्ना की दुकान, उखरा, खिलौने, कपड़े, नस्ता ठेला सहित अन्य छत्तीसगढ़ी व्यंजन से सराबोर दुकाने सजी हुई है, जहां ग्रामीण परिवार के साथ पहुंचकर जमकर मजा लिए। शाम को नगर के यादव समाज व राजीव लोचन मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में धूमधाम से मड़ई लेकर निकले नाचते-गाते यादव बंधुओं ने कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना किए।