दन्तेवाड़ा

एनएमडीसी पर वन विभाग का 144 करोड़ बकाया
24-Dec-2022 9:09 PM
एनएमडीसी पर वन विभाग का 144 करोड़ बकाया

4 दिन से थमे हैं सैकड़ों ट्रकों के पहिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
बचेली, 24 दिसंबर।
वन विभाग और एनएमडीसी के बीच खनन क्षेत्र का ट्रांसपोर्टिंग परिवहन का बकाया को लेकर विवाद ने तूल पकड़ लिया है। लगभग 144 करोड़ रुपए की टीपी एनएमडीसी द्वारा वन विभाग को खनन क्षेत्र से लौह अयस्क परिवहन के एवज में नहीं दी गई है । जिसके फलस्वरूप वन विभाग टी.पी जारी नहीं कर रहा है।

 दंतेवाड़ा जिला के बैलाडीला खदान से लौह अयस्क का परिवहन बीते मंगलवार से सडक़ मार्ग से पूरी तरह से बंद है। इसके चलते सैकड़ों ट्रक बचेली और किरन्दुल बीटीओए कार्यालय के नजदीक सडक़ पर लाइन से खड़े हंै। शुक्रवार को वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 रैक लौह अयस्क भरी ट्रेन को रोकते हुए 4 टीपी बुक भी जब्त करने की खबर है।

वन विभाग और एनएमडीसी के बीच खनन क्षेत्र की टीपी (ट्रांसपोटिंग परिवहन ) पिछले समय का बकाया को लेकर यह पूरा विवाद उठा है। वन विभाग का कहना है कि लगभग 144 करोड़ रुपए की टीपी एनएमडीसी द्वारा विभाग को खनन क्षेत्र से लौह अयस्क परिवहन के एवज में एनएमडीसी द्वारा नहीं दी गई है, जिसके चलते वन विभाग ने अब ट्रकों और रेल से लोह अयस्क परिवहन के लिए टीपी (अनुज्ञा पत्र) जारी करना बंद कर दिया है। इधर परिवहन की टीपी बन्द होते ही एनएमडीसी में अफरा तफरी मच गई। एनएमडीसी के कर्मचारी वन विभाग बचेली दफ्तर पहुंचकर मामले को संभालने में जुटे हैं।

23 से 24 दिसम्बर का रेल टीपी 7-8 रेक का मिला है कल 4 रेक और आज 4 रेक ही जा प रही है स्टेशन मास्टर के अनुसार जब तक अनुज्ञा पत्र ( टी.पी.) नही मिलती है तब तक हम रेक को रवाना नही करते ना ही सुपुर्दगी लेते हैं।

एनएमडीसी को रोजना करोड़ों का आर्थिक नुकसान
यहां से प्रतिदिन लगभग 200 ट्रक सडक़ मार्ग से लोह अयस्क भरकर ट्रांसपोटिंग होती हैं, तो रोजाना लगभग 15 से 18 रैक ट्रेन मालगाड़ी से बचेली और किरंदुल परियोजना से मिलाकर लौह अयस्क भरकर विशाखापटनम जाती है। अगर परिवहन पूरी तरह रुकता है तो एनएमडीसी को रोजना करोड़ों रुपए लगातार आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। 

इधर वन विभाग दंतेवाड़ा के एसडीओ अशोक सोनवानी वन अमले के साथ एनएमडीसी किरंदुल कार्रवाई के लिए पहुंचे थे, तो एनएमडीसी के कर्मचारी दस्तावेजों का पुलिदा पकडक़र वनपरिक्षेत्र बचेली ऑफिस पहुंचा थे। पर, इस मामले में विभागीय तौर पर आधिकारिक बयान हेतु वन विभाग दंतेवाड़ा या एनएमडीसी के अधिकारियों की तरफ से कोई कुछ बोल रहा है, वन विभाग फोन तक  नहीं उठा रहे हैं।

जल्द सुलझे मसला
इस संबंध में बीटीओए अध्यक्ष ए अनिल ने बताया कि मंगलवार से लोहा की गिट्टी की ढुलाई बन्द है, जिसके चलते ऐ ट्रक मालिकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। जल्द  मामले में कोई रास्ता निकलना चाहिए। 

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