रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 दिसंबर। महिला थाना पुलिस ने कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शैलैंद्र खंडेलवाल को पूछताछ के लिए महिला थाना बुलाया गया । उनके के विरुद्ध शुक्रवार को ही अपनी ही छात्रा से अश्लील छेडख़ानी का मामला धारा 354 के तहत दर्ज किया गया था।
प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी की छात्रा को बंद कमरे में बुला कर उससे अश्लील हरकत की।और बैड टच किया था। प्रोफेसर ने यह कुदृष्टि नवंबर में डाला था। इस प्रोफ़ेसर ने अपनी च्करतूत की जानकारी किसी को देने पर फैल करने व कैरियर खराब करने की धमकी दी। पुलिस ने शनिवार सुबह 10 बजे प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाया था। किंतु नहीं पहुंचे थे। ऐसा ही सोमवार को भी हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार घटना नवंबर की है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय में एपीआर डिपार्टमेंट में प्रोफेसर शैलेन्द्र खंडेलवाल पदस्थ है। उनके ऊपर यूनिवर्सिटी की ही एक छात्रा ने महिला थाना में छेड़छाड़ की शिकायत करते हुए एफआईआर करवाई है। छात्रा की शिकायत के अनुसार यूनिवर्सिटी परिसर में स्थित प्रोफेसर के कमरे में छात्रा को प्रोफेसर शैलेन्द्र खंडेलवाल ने बुलाया। छात्रा के नहीं जाने पर काम का बहाना करते हुए दबाव डालकर कमरे में छात्रा को आने के लिए मजबूर किया गया। जब छात्रा कमरे में पहुँची तो प्रोफेसर ने उन्हें गंदी नियत से पकड़ लिया और उसके साथ अश्लील हरकत करते हुए शरीर मे यहां वहां हाथ लगाने लगे। किसी तरह छात्रा प्रोफेसर के चंगुल से छूट कर वहां से भागी। कुछ दिनों तक छात्रा इस घटने से सदमें में थी और डरी सहमी रही।
कुछ दिनों बाद किसी तरह हिम्मत जुटा कर जब छात्रा ने शिकायत करने की सोची तो उसे प्रोफेसर शैलेन्द्र धमकाने लगा और कहने लगा कि यदि उसने घटना की जानकारी किसी को दी तो वह छात्रा को फैल कर देगा और उसका कैरियर खराब कर देता। छात्रा जिससे डर गई और घर मे भी डरी सहमी रहने लगी। जब घर वालों ने छात्रा से इसका कारण पूछा तो उसने किसी तरह हिम्मत जुटा कर परिजनों को प्रोफेसर के करतूतों की जानकारी दी। फिर घर वालों की सलाह और हौसला बंधाने पर छात्रा ने महिला थाना पहुँच कर इसकी शिकायत की। पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर शैलेन्द्र खंडेलवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। इधर इनके खिलाफ एक और एफ आई आर मुजगहन थाने में भी दर्ज किए जाने की सूचना है। शैलेन्द्र के खिलाफ धारा 354,376 का मामला दर्ज है। महिला थानाप्रभारी ने बताया कि इस मामले में पुलिस टीम तीन दिनों से विवि जा रही है लेकिन आरोपी प्रोफेसर न विवि में मिल रहे न बयान के लिए थाने आ रहे। अब उन्हें नोटिस भेजा जा रहा है।
महिला थाना सूत्रों ने बताया कि प्रोफेसर के एक पूर्व सांसद से निकटता का परिचय की खबर है टीम वहां भी भेजी जाएगी।
दो थानों में मामला दर्ज, विवि ने भी बनाई जांच कमेटी
इधर विवि के छात्र छात्राओं ने सोमवार को प्रोफेसर को निलंबित करने की मांग को लेकर कुलपति कार्यालय के सामने नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा। विवि प्रशासन ने इस मामले की पड़ताल के लिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ से संबंधित समिति को अधिकृत कर दिया है। यहां बता दें कि विवि स्थापना काल से ही विवादों में रहा है। पहले कुलपतियों तक कुलसचिवों,और प्रोफेसरों के खिलाफ हाईकोर्ट तक ने फैसले दिए हैं। कुलाधिपति अनुसुइया उइके ने तो कुलसचिव को हटाने तक की नोटशीट भेज चुकी है लेकिन उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।