बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 16 जनवरी। रविवार सुबह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रेस वार्ता के माध्यम से प्रदेश सरकार को रासुका विषय को लेकर घेरा था और अपनी सरकार आने पर धर्मांतरण के लिए कानून बनाने की बात कही थी, वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को बालोद जिले के कल्याणपुर में कलार प्रांतीय महोत्सव में शामिल हुए उन्होंने रासुका को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि भाजपा और डॉ रमन सिंह ने मूर्खता की पराकाष्ठा को पार कर लिया है वह लोगों को गुमराह करने में लगे हुए हैं और धर्मांतरण से जोडक़र पूरे विषय को देख रहे हैं।
15 साल सीएम रहे, अरुण साव हाईकोर्ट के वकील
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रासुका को हर 3 महीने में नोटिफिकेशन करने का प्रावधान है पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के समय में भी यहां नोटिफिकेशन किया जाता था उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे और उनके प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव हाई कोर्ट के वकील रहे हैं और उन्हें इस बात को समझना चाहिए कि हमने केवल एक प्रक्रिया की है और उन्होंने मानसिक दिवालिया होने की बात भी कह डाली।
लोगों को कर रहे गुमराह
भूपेश बघेल ने कहा कि यह लोगों को गुमराह कर रहे हैं और इनके पास कोई मुद्दा नहीं है धर्मांतरण के विषय को लेकर भी है लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं मानसिक दिवालिया होने की स्थिति में भारतीय जनता पार्टी पहुंच चुकी है इन सब एबी पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून जो कि राष्ट्रीय कानून है इससे हमने किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं किया है उन्हें इस बात को समझना चाहिए हम राज्य में इस कानून को न बना सकते हैं ना बदल सकते हैं।