राजनांदगांव

10 को बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि नाशक दवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने शनिवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। कलेक्टर सिंह ने कहा कि तम्बाकू नियंत्रण एवं नशा उन्मूलन के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें। जनसामान्य में नशे के दुष्परिणाम के प्रति जागरूकता लाने हर ग्राम पंचायत में टीम ले जाएं और व्यापक स्तर पर अभियान चलाकर यह कार्य करें। जिन क्षेत्रों में नशा करने वालों की संख्या अधिक है, उन स्थानों को चिन्हांकित करें तथा वहां पहले कार्य करें। विशेषकर स्कूलों में ध्यान केन्द्रित करते हुए तम्बाकू एवं गुटका के दुष्परिणाम के प्रति जागरूकता लाने की जरूरत है। नशे की लत के चंगुल से निकालने उन्हें उपाय बताएं। कलेक्टर ने साथ ही नशा करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन की समीक्षा के दौरान सभी बीएमओ से कहा कि इसके लिए टेस्टिंग बढ़ाएं। उन्होंने छुरिया एवं घुमका ब्लॉक में धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में कुपोषित बच्चों के पोषण पर स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग को इस दिशा में युद्ध स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। गंभीर कुपोषित कच्चों का चिन्हांकन करते हुए उनके स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार लाने के लिए विशेष रूप से कार्य करने की आवश्यकता है। सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर कुपोषित बच्चों के ईलाज पर ध्यान देते हुए पोषण आहार देने की दिशा में कार्य करना है। पोषण के प्रति जनसामान्य में जागरूकता लाते हुए जनसहभागिता से यह कार्य करना है। बच्चों को दो बार भोजन तथा तीन बार नाश्ता देने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कुपोषण को दूर करना एक चुनौती है। इसके लिए सभी आपसी समन्वय एवं सहयोग से कार्य करें।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में अंधत्व निवारण महाभियान के लिए उदयाचल संस्थान के साथ कार्य करना है। इसके लिए सभी बीएमओ मानिटरिंग करें तथा योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें। फरवरी के अंतिम सप्ताह तक अंधत्व के प्रकरण समाप्त करने के लिए कार्य करें। 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों, किशोर और किशोरियों को अल्बेन्डाजोल की गोली खिलाने के लिए तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते ऐसे उप स्वास्थ्य केन्द्र जहां कार्य में प्रगति नहीं है, वहां कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नीति आयोग के इंडिकेटर्स की भी समीक्षा की।
कलेक्टर सिंह ने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, धनवंतरी मेडिकल स्टोर, सी-मार्ट से खरीदी की जानकारी, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत लाभांवित हितग्राहियों, मलेरिया व डेंगु प्रकरण की स्थिति के संबंध में जानकारी ली।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके बसोड़ ने कहा कि सुघ्घर बुधवार कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों का ग्रोथ चार्ट बनाएं तथा उनके ऊंचाई एवं वजन की माप नियमित रूप से करता है। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती गुरप्रीत कौर ने कहा कि जिले में कुपोषण को दूर करने के लिए लगातर कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग तथा जनसहभागिता से इसके लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बच्चों को पौष्टिक भोजन देने के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला नोडल अधिकारी राष्ट्रीय कार्यक्रम एवं सलाहकार डॉ. अल्पना लुनिया, डीपीएम भूमिका उपस्थित रहे। सभी विकासखंड से बीएमओ और बीपीएम तथा विकासखंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी वीडियो कान्फे्रंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।