कोण्डागांव
पंचायत सचिव की एक वेतन वृद्धि रूकी
कोण्डागांव, 20 फरवरी। जीवित को मृत बताने से महिला को पेंशन से वंचित होना पड़ा। काम में लापरवाही बरतने के कारण जोबा के तत्कालीन पंचायत सचिव केजूराम गंजोरिया की एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से स्थगित की गई। कलेक्टर ने जनदर्शन में मिली शिकायत पर संज्ञान लेकर की त्वरित कार्रवाई की।
कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा जनदर्शन में कोण्डागांव तहसील के जोबा निवासी माहंगी बाई से प्राप्त आवेदन पत्र की शिकायत पर संज्ञान लेकर माहंगीबाई को पेंशन प्रदान नहीं करने हेतु जोबा के तत्कालीन पंचायत सचिव केजूराम गंजोरिया के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये गये थे। उक्त निर्देश के परिपालन में सीईओ जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा द्वारा कर्तव्य में लापरवाही बरतने के कारण जोबा के तत्कालीन पंचायत सचिव केजूराम गंजोरिया के विरूद्ध लघु शास्ति अधिरोपित करते हुए छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा अनुशासन एवं अपील नियम 1999 के तहत उनकी आगामी एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने का आदेश जारी किया गया है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत जोबा के तत्कालीन पंचायत सचिव केजूराम गंजोरिया द्वारा ग्रामसभा प्रस्ताव में माहंगीबाई पति स्वर्गीय सोनसूराम की मृत्यु का प्रस्ताव पारित कर जनपद पंचायत कोण्डागांव को प्रस्ताव प्रेषित किया गया था, जबकि माहंगीबाई जीवित हैं और उन्हें पेंशन से वंचित होना पड़ा। अतएव बगैर भौतिक सत्यापन के माहंगीबाई को मृत होने का प्रस्ताव पारित कर कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने के फलस्वरूप संबधित पंचायत सचिव केजूराम गंजोरिया के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
वहीं माहंगीबाई को नियमानुसार पेंशन प्रदाय करने हेतु प्रक्रिया पूर्ण की गयी है और अब संबंधित को पेंशन प्रदाय सुनिश्चित हो रहा है।