बीजापुर
फेडरेशन के प्रांतीय आव्हान पर किया गया आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। अपनी लंबित एक सूत्रीय मांग प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के झंडे तले न्याय पदयात्रा निकाली गई। जिसमें जिले भर से आये करीब 1000 शिक्षकों ने इस पदयात्रा में हिस्सा लिया और सीएम के नाम तहसीलदार को मांग पत्र सौंपा गया।
बुधवार को यहां जिला मुख्यालय में फेडरेशन ने प्रांतीय आव्हान पर एक दिवसीय न्याय पदयात्रा का आयोजन किया था। इस पदयात्रा में शामिल होने आये फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि सहायक समग्र शिक्षक फेडरेशन संविलियन समय से हो वेतन विसंगति की मांग को लेकर लगातार संघर्षरत हैं। इसे लेकर हमेशा आश्वासन मिला हैं। वर्तमान मुख्यमंत्री ने चुनाव से पहले वर्ग 3 के साथ धोखा व 1 व 2 को लाभ कहकर 10 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर क्रमोन्नति वेतनमान का उल्लेख अपने घोषणापत्र में कर वेतन विसंगति दूर करने का आश्वासन दिया था। वही 5 सितंबर 2021 को वादा निभाओ रैली कर विधानसभा घेराव के दिन सीएम ने ट्वीट अकाउंट में कमेटी बनाकर 3 माह के भीतर वेतन विसंगति दूर करने की घोषणा की थी।
इसी तरह अनिश्चित कालीन आंदोलन 2021 में मुख्यमंत्री द्वारा फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर कहा था, आप बच्चों की चिंता करो, और आप लोगों की चिंता मैं करता हूँ। कहकर शीघ्र ही मांगों का निराकरण करने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा समय समय पर आंदोलन ज्ञापन व मुख्यमंत्री व मंत्रियों से चर्चा व समर्थन पत्र के माध्यम से वेतन विसंगती दूर करने की मांग की गई। जिसमें सरकार द्वारा वादों को शीघ्र ही पूरा करने का आश्वासन ही मिला।
उन्होंने बताया कि चूंकि अब सरकार का अंतिम बजट पेश होने वाला हैं। बावजूद अब तक मांग पूरा नहीं हुआ हैं। वही प्रदर्शन के दौरान प्रान्त उपाध्यक्ष सहित जिलाध्यक्ष पुरूषोत्तम झाड़ी, संगठन मंत्री महेश शेट्टी, रामकृष्ण साहू, कार्यकरणी जिलाध्यक्ष रमन झा ने अपने विचार व्यक्त किये। वहीं कार्यक्रम अंत में प्रांतीय पदाधिकारियों को बस्तर की कलाकृति भेंट की गईं। इस अवसर पर राकेश गिरी, इकबाल खान, बाबूलाल गांधरला, मोहसीन खान, शांतिलाल वर्मा, शेखर अप्पा जी, कमल नारायण कुंजाम, महेश यालम, शेख आसम, राजन्ना अनाकारी, अनिल झाड़ी आदि उपस्थित रहे।