गरियाबंद
![अंबेडकर को किया याद अंबेडकर को किया याद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1681549735305.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 15 अप्रैल। अंचल के प्रतिष्ठित हरिहर शासकीय उत्कृष्ठ विद्यालय में डॉ. भीमराव बाबा साहब अम्बेडकर की 132वीं जयंती के अवसर पर संस्था प्राचार्य संध्या शर्मा व्दारा दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर संबोधित करते हुए उनके जीवन संघर्ष की गाथा का बखान किया।
उन्होंने कहा कि वह दुनिया के महानतम पढ़े लिखे व्यक्तियों में से एक थे, उस समय शिक्षा का उतना प्रचार-प्रसार नहीं था। तब भी उन्होंने 32 डिग्रियंा प्राप्त कर ली थी। उन्होंने कलम और शिक्षा को दुनिया का सबसे ताकतवर हथियार बताया और वे मूर्त रूप में प्रकाशपुंज हैं। बाबा साहब विश्व रत्न, भारत रत्न, शोषित, पीडि़त मजलूमों के मसीहा, नारी समाज के मुक्तिदाता, महान समाज सुधारक, महान अर्थशास्त्री, विश्व के सबसे बड़े लिखित जनकल्याणकारी संविधान के निर्माता, परमपूज्य बोधीसत्व, समानता मूलक समाज की स्थापना की सोच रखने वाले थे। प्राचार्य श्रीमती शर्मा ने अम्बेडकर जयंती पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर व्याख्याता महेशराम नेताम, तोषराम ध्रुव, सौरभकुमार साहू, बीएल अवसरिया, प्रधानपाठक अश्वनीकुमार साहू, खेमिन साहू, पूर्णेन्द्र टण्डन, भुवनेश्वरी देवंागन, कान्हा साहू सहित अनेक शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे।