कोण्डागांव
कोंडागांव के संवेदनशील क्षेत्रों में मूलभूत सुविधा पहुँचाना पहली प्राथमिकता - कलेक्टर
प्रकाश नाग
केशकाल, 21 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में शासन की योजनाओं और विकास कार्यों को पहुंचाने में सडक़ निर्माण सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होती है। यदि गांव में सडक़ बन जाए तो धीरे-धीरे अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं भी गांव तक पहुंचने में देर नहीं लगती। कलेक्टर दीपक सोनी कोंडागांव जिले के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में मूलभूत सुविधा पहुंचाने हेतु अनेकों पहल कर रहे हैं साथ ही सुरक्षा बल के सहयोग से गांव गांव तक सडक़ों का जाल बिछाने में काफी हद तक कामयाब हुए हैं।
इसी तरह केशकाल विकासखंड में ऐसा ही एक अति संवेदनशील गांव कुएंमारी है। जो कि आज से कुछ वर्षों पहले तक नक्सलियों का गढ़ कहलाता था लम्बे समय से कुएं क्षेत्रवासियों की मांग थी कि यहां भी सडक़ बनाई जाए। जिस पर राज्य सरकार ने सडक़ निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान किया ।
सडक़ निर्माण कार्य में लगे 1 दर्जन से अधिक गाडिय़ों को नक्सलियों ने किया था आग के हवाले
राज्य सरकार के द्वारा जैसे ही कुँएमारी सडक़ निर्माण की स्वीकृति मिली तो नक्सली बौखला गए जिसके बाद सडक़ निर्माण कार्य में लगे 1 दर्जन से अधिक वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिए थे । लेकिन कोंडागांव कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने गांव में दहशत को दूर करने के लिए कुएं में पुलिस के द्वारा वर्ष 2022 में सीएएफ कैम्प की स्थापना की गई थी। सीएएफ के जवानों की सुरक्षा के परिणामस्वरूप बटराली से कुँएमारी तक प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत 16 किलोमीटर की पक्की सडक़ बनकर तैयार हो गई है। इस सडक़ के बनने से ग्रामीण काफी खुश हैं।
मारी क्षेत्र में है दर्जनों मनमोहक जलप्रपात, प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक पहुंचते हैं देखने
आपको बता दें कि कुंमारी क्षेत्र में दर्जनों मनोरम जलप्रपात हैं। साथ ही यह क्षेत्र खनिज सम्पदाओं से भी परिपूर्ण माना जाता है। बारिश के मौसम में प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक झरनों का लुत्फ उठाने आते हैं। लेकिन कुएं व किसकोड़ो एरिया कमेटी के माओवादी समय समय पर इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी भी दर्ज करवाते रहते थे। ऐसे में बटराली से कु?ंमारी तक पक्की सडक़ बनाना पुलिस के लिए एक चुनौती से कम नहीं था। विगत वर्ष 2021 के मार्च महीने में माओवादियों ने सडक़ निर्माण कार्य मे लगे 17 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। ऐसे में पुलिस के द्वारा सडक़ निर्माण का कार्य बन्द करवा दिया गया था।
कुँएमारी में कैंप खुलने से दहशत हुआ कम - एसपी
कोंडागांव एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि कुएं क्षेत्रवासियों की मांग थी कि यहां सडक़ का निर्माण करवाया जाए साथ ही यहां मोबाइल टावर की स्थापना भी की जाए। इसके लिए सर्वप्रथम हमने कुंमारी में सीएएफ कैम्प व पुलिस चौकी की स्थापना की। सीएएफ व डीआरजी के जवानों की सुरक्षा के बीच पुन: सडक़ निर्माण का कार्य प्रारंभ करवाया गया। एसपी ने बताया कि वर्तमान में बटराली से कुएं तक 16 किलोमीटर तक सडक़ निर्माण कार्य पूरा हो गया है। साथ ही बावनिमारी, कुएंमारी व मिरदे में मोबाइल टावर भी स्थापित कर दिया गया है। टावर लगने से ग्रामवासियों के साथ साथ छात्र छात्राओं को भी पढाई करने में काफी सहूलियत हो रही है। इन विकासकार्यों से क्षेत्र की जनता काफी खुश है। इन संसाधनों के माध्यम से उन्हें मुख्यधारा से जुडऩे में काफी सहायता हो रही है।
सडक़ बन जाने से अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं को पहुंचा रहे है - कलेक्टर
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप विकास, विश्वास और सुरक्षा की परिकल्पना के साथ ग्रामीण क्षेत्र की सडक़ों को मुख्यमार्गों से जोडऩे के लिए जिला प्रशासन लगातार काम कर रहा है। इसी के तहत कुंमारी में भी डामरीकृत सडक़ का निर्माण लगभग पूर्ण हो गया है। इस सडक़ के बनने से कुएंमारी व आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को आवागमन में काफी सुलभता होगी। जिले के अंतिम गांव के अंतिम व्यक्ति तक शासन की प्रत्येक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन लगातार काम कर रहा है।