रायगढ़
ब्लैकमेलिंग से परेशान था छात्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 24 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हनी ट्रैप में फंसने के बाद ब्लैकमेलिंग से तंग आकर एक छात्र द्वारा घर में रखे घास मारने की दवा का सेवन कर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने रायपुर मेकाहारा से केस डायरी आने के बाद एफआईआर दर्ज करके आगे की जांच शुरू करने की बात कही है। वहीं नाबालिग छात्र की आत्महत्या के पीछे यह बात भी सामने आई है कि ब्लैकमेलिंग के दौरान ब्लेकमेलरों ने अश्लील वीडियो की क्लीपिंग उसके पिता को भी भेज दी थी जिससे वह शर्मसार होकर और बेचैन हो गया था।
मोबाइल फोन पर हुई थी अश्लील वीडियो कॉल
परिवार वालों से मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के एक गांव में 16 वर्षीय कमलेश (बदला हुआ नाम) जो छात्र है उसे बीते 5 अपै्रल को मोबाईल में एक महिला ने हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर दिया था। महिला द्वारा उसको पैसे नहीं देने पर वीडियो परिजनों को दिखा देने की लगातार धमकी भी दी जा रही थी। जिसके बाद छात्र ने जैसे तैसे चोरी छिपे अपने ही घर के एकाउंट से फोन पे के जरिये ब्लैकमेलर को पहले 5 अप्रैल की दोपहर सवा तीन बजे 2 हजार भेजा जिसके बाद ब्लैकमेलर द्वारा और पैसे की मांग किये जाने के बाद उसने फिर से 3.19 बजे 1100 भेजा गया। इसके बावजूद ब्लैकमेलर उससे बार-बार पैसे की मांग करते रहा।
नाबालिग छात्र की परिवार की हालत है दयनीय
छात्र कोई काम धाम नहीं करने के अलावा एक गरीब परिवार से था, जिससे उसे पैसे जुटाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। छात्र के और पैसे नहीं दे पाने की स्थित में ब्लैकमेलर ने उसके पिता को फोन पर अश्लील वीडियो की क्लीपिंग भेजी और उनसे भी पैसे की मांग करने लगा, जिसके बाद पिता ने कहा मेरा बेटा ऐसा नहीं है और फिर उसने अपने बेटे को फोन पर इस पूरे मामले के बारे में पूछा तो उसने इन सब बातों से इंकार कर दिया था। लेकिन नाबालिग अपने घरवालों के सामने पूरी तरह शर्मसार हो गया जिसके कारण बुधवार की शाम को ही छात्र के परिजनों को सूचना मिली कि उसका पुत्र बेसुध अवस्था में खेत के पास पड़ा हुआ है। जिसके बाद परिजनों के द्वारा आनन-फानन में छात्र को 5 अप्रैल की शाम मेडिकल कॉलेज रायगढ़ लाकर भर्ती कराया गया। जहां तीन दिनों तक उपचार के बावजूद उसके हालत में सुधार नहीं होने के कारण उसे 7 अप्रैल को रायपुर के मेकाहारा में ले जाया गया जहां 14 अप्रैल की रात छात्र की मौत हो गई।
मृतक छात्र के पिता ने बताया कि हनी ट्रैप के जाल में फंसकर उसके बेटे की मौत हुई है, वो चाहते हैं कि जो घटना उनके पुत्र के साथ घटित हुई है, वह घटना किसी और छात्र के साथ घटित न हो, जो भी इस घटना का दोषी है, पुलिस जांच उपरांत उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। पुलिस की कार्रवाई के बाद ही उनके बेटे को न्याय मिल सकेगा।
पुलिस को मृत्यु प्रमाण पत्र का है इंतजार
मृतक छात्र के पिता ने यह भी बताया कि हनी ट्रैप के जाल में फंसने से उन्होंने अपने होनहार बेटे को खोया है, इसके बावजूद पुलिस इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय छात्र के मृत्यु प्रमाण पत्र के इंतजार की वजह से अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू नहीं की है।
इस संबंध में सीएसपी अभिनव उपाध्याय ने बताया कि इस मामले में रायपुर से जीरो में कायमी आने के बाद पूरे मामले की जांच करेंगे और वे स्वयं इस प्रकार के ब्लेकमेलिंग करने वालों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज करके उन्हें पकडऩे के लिये जोर लगायेंगे। आज ही पुसौर थाने से संपर्क किया गया है चूंकि लडक़े की मौत रायपुर में हुई है तो वहां से जीरो में कायमी दर्ज की गई है जिसका आना अभी बाकी है। उसके बाद इस पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी। बातचीत के दौरान सीएसपी ने कहा कि जिस नंबर से ब्लैकमेल हुई 306 में अपराध दर्ज कर आरोपी को ढूंढकर गिरफ्तार किया जाएगा। परिवार वालों को कहा गया है कि फोन से कोई भी चीज डिलीट न करें चूंकि जिस नंबर से कॉल और पैसों का लेन-देन हुआ है वह हमारे लिये महत्वपूर्ण है।