सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 2 मई। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 58 प्रतिशत आरक्षण यथावत रखने के निर्णय को लेकर मंगलवार को अंबिकापुर नगर के भाजपा कार्यालय में पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। 2012 में जो रमन सरकार ने सभी वर्गों को मिलाकर 58 प्रतिशत का जो आरक्षण लागू किया था उसे सुप्रीम कोर्ट ने यथावत रखा है, इससे भर्ती प्रक्रिया खुल गई है।
श्री पैकरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों का जो 32 प्रतिशत से 20 प्रतिशत आरक्षण कर दिया था लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट रमन सिंह सरकार के समय के आरक्षण को यथावत रखने के कारण आदिवासियों को फिर से 32 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से छत्तीसगढ़ के आदिवासियों को आने वाले समय में भर्ती सहित विभिन्न क्षेत्रों में इसका लाभ मिलेगा।
श्री पैकरा ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार के साढ़े 4 साल के कार्यकाल में आदिवासी को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया था, जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के 58 प्रतिशत वाले आरक्षण को यथावत रखने से अब आदिवासियों को 32 प्रतिशत,एस सी को 12 प्रतिशत एवं पिछड़ा वर्ग को 14 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा।
हम किसी समाज का विरोध नहीं करते
प्रेस वार्ता में पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा से पत्रकारों द्वारा पूछा गया कि भूपेश सरकार ने पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लाने का जो विधायक पास करवाया था क्या जातिगत आधार पर उन्हें नहीं मिलना चाहिए? प्रश्न के संदर्भ में श्री पैकरा ने कहा कि हम किसी समाज का विरोध नहीं करते। भूपेश बघेल सरकार अगर पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लाना चाहती है, तो वह लाएं हमें कोई आपत्ति नहीं है। श्री पैकरा ने यह भी कहा कि इस सरकार ने 76 प्रतिशत आरक्षण का जो खेल खेला है वह उनका विषय है, हम सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय का स्वागत करते हैं।
कांग्रेस बड़ा चेहरा बनाकर बताएं,शायद शराबबंदी करने गए होंगे
नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने के प्रश्न पर रामसेवक पैकरा ने कहा कि नंदकुमार साय को भाजपा ने ऊंचाइयों तक पहुंचाया था। तीन बार विधायक, सांसद, अनुसूचित जनजाति का अध्यक्ष व अन्य बड़ी जिम्मेदारी दी थी। जितना अवसर नंदकुमार साय को मिला था किसी को नहीं मिला। भाजपा ने उन्हें बड़ा चेहरा बनाया था।
श्री पैकरा ने कहा कि अभी वह 77 वर्ष की उम्र में कांग्रेस की प्राथमिक शाला में गए हैं, 6 महीने में पता चल जाएगा की उन्हें क्या मिला। कांग्रेस भाजपा की तरह नंदकुमार साय को बड़ा चेहरा बनाकर बताएं। कांग्रेस में वह सम्मान उन्हें नहीं मिलेगा जो उन्हें भाजपा में मिला। वह किस से प्रभावित हुए हैं यह जांच का विषय है। नंदकुमार साय के कांग्रेस में जाने से भाजपा को 1 प्रतिशत भी नुकसान नहीं होगा। श्री पैकरा ने चुटकी लेते हुए कहा कि नंदकुमार साय जब भाजपा में थे तब शराब छोडऩे के लिए उन्होंने नमक छोड़ दिया था, अब वह कांग्रेस में गए हैं तो शायद शराबबंदी कराने गए होंगे।
प्रेस वार्ता के उपरांत पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा से अनौपचारिक चर्चा में एक पत्रकार ने प्रश्न किया कि प्रतापपुर विधानसभा से कौन दावेदार है, रामविचार नेताम के भी दावेदारी की खबर है। प्रश्न के संदर्भ में श्री पैकरा ने कहा कि प्रतापपुर विधानसभा से वह स्वयं प्रबल दावेदार हैं, रामविचार नेताम अपने रामानुजगंज विधानसभा को संभाले।