बीजापुर
युवा मोर्चा ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
स्थानीय भर्ती शिथिल होने से बस्तर के युवा रोजगार से पिछड़ेंगे
बीजापुर, 8 मई। पांचवीं अनुसूची क्षेत्र बस्तर व सरगुजा संभाग में होने वाली भर्तियों में स्थानीय युवाओं को लिए जाने की मांग करते हुए भाजयुमो ने राज्यपाल के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फुलचंद गागड़ा के नेतृत्व में स्थानीय भर्ती की मांग को लेकर युवा मोर्चा ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया है।
ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से मांग की गई है कि अपने विशेषाधिकार का उपयोग करते हुए पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में मिल रही स्थानीय भर्ती व्यवस्था को बहाल करने की मांग करते हुए बताया गया है, कि पूर्व में 2012 से तृतीय,चतुर्थ व समकक्ष भर्तियों में स्थानीयों को लाभ मिलता रहा है। परन्तु सरकार परिवर्तन के बाद यह व्यवस्था को शिथिल किया गया है। जिससे स्थानीय आदिवासी सहित अन्य बेरोजगार युवा रोजगार से वंचित होंगे।
साथ ही यह भी तर्क रखा गया है कि प्रतिस्पर्धा परीक्षाओं या अन्य माध्यमों से होने वाली चयनित प्रक्रिया में मैदानी क्षेत्र के युवाओं से बस्तर व सरगुजा के युवा पिछड़ जाते हैं तथा बस्तर के बाहर से आकर यहाँ रोजगार करने वाले कुछ समय पश्चात क्षेत्र छोडक़र मैदानी क्षेत्र चले जाते हैं। फिर यहाँ की व्यवस्थाएं ज्यों की त्यों रह जाती है। जिसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को उठाना पड़ता है।
भाजयुमो ने ज्ञापन में यह भी बताया है कि स्थानीय भर्ती न होने से बस्तर के युवा पूरी तरह से रोजगार से वंचित होंगे। स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने से परिवार व समाज का जीवन स्तर बेहतर होने की बात कही है। वहीं इन तमाम विषयों को लेकर राज्यपाल से मांग की है कि विशेषाधिकार का उपयोग करते हुए पांचवी अनुसूची को ध्यान में रखते हुए बस्तर सरगुजा संभाग में होने वाली भर्तियों में स्थानीय युवाओं को लाभ मिलने की व्यवस्था किये जाने की मांग की है, साथ ही मुख्यमंत्री को भी प्रतिलिपि दी गई है।
इस दौरान भाजयुमो जिला महामंत्री मैथियस कुजूर, एसटी मोर्चा जिलाध्यक्ष जिलाराम राना, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष गोलू नाग, बाबू स्वामी, दीपेश यालम, राजेन्द्र लिंगम, अविनाश मांझी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।