बीजापुर
टारगेट पूरा करने विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से चल रहा खेल-आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 मई। पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने वन विभाग व ठेकेदारों की मिलीभगत से तेंदूपत्ता की तस्करी किये जाने का आरोप लगाया है। गागड़ा ने कहा कि टारगेट पूरा करने के लिए सरहद पार पड़ोसी राज्यो से तेंदूपत्ता यहां लाकर बेचा जा रहा है। इसका खुलासा तेंदूपत्ता खरीदी केंद्रों में निरीक्षण व संग्राहकों से बातचीत के बाद हुआ है।
शुक्रवार को पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा जिले के भोपालपटनम क्षेत्र के दौरे पर रहे। यहां उन्होंने अलग अलग तेंदूपत्ता खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। खरीदी केंद्रों में उन्होंने संग्राहकों से बातचीत इसके बाद खुलासा हुआ कि खरीदी केन्द्रों में सीमांध्र राज्य के लोग पत्ता लाकर यहां बेच रहे हैं।
श्री गागड़ा ने विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए तेंदूपत्ता तस्करी किये जाने का आरोप लगाया हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक यहां से बेशकीमती सागौन लकड़ी की तस्करी हो रही थी। लेकिन अब पड़ोसी राज्यों से हरा सोना यानी तेंदूपत्ता की भी तस्करी की जा रही हैं। उन्होंने इस मामले में ठेकेदार पर कार्यवाही नहीं जाने पर विभाग की मौन सहमति करार दिया हैं।
गागड़ा ने कहा कि ठेकेदार अपना टारगेट पूरा करने बाहरी राज्य का पत्ता खरीदी कर रहे हैं। आखिर इतने दिनों से बाहर से पत्ता खरीदी की जा रहा है। इस पर विभाग ने ध्यान क्यों नहीं दिया, इससे साफ जाहिर होता है कि विभाग ने ठेकेदार को नियमों को दरकिनार कर अनुमति दे दी है। पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि जब तिमेड़ में वनोपज जांच नाका लगा हुआ है। इसके बावजूद वहां से आए दिन पत्ता लाया जा रहा है। इसकी चेकिंग क्यों नहीं की जा रही है। इससे साबित होता है तेंदूपत्ता का यह खेल मिलीभगत से चल रहा है। वहीं अधिकारी विधिवत रूप से ट्रांसपोर्टिंग परमिट भी जारी करेंगे। इस बारे में वन विभाग भोपालपटनम के एसडीओ नीतीश रावटे ने बताया कि उन्हें भी इसकी सूचना मिली है। उन्होंने रेंजर को इसकी जांच के लिए कहा है।