राजनांदगांव
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मई। मई के दूसरे पखवाड़े में अब गर्मी कहर ढा रही है। 43 डिग्री तापमान होते ही लू के हालात बन गए हैं। कहर ढा रही गर्मी से दोपहर से पहले ही सड़कें सूनी हो रही है। चिलचिलाती धूप के असर से सड़क में बिछे डामर पिघल रहे हैं। इस साल अब तक 43 डिग्री तापमान उच्च स्तर पर है। अप्रैल का पूरा महीना बेमौसम बारिश के बीच गुजरा। जिससे लोगों को अप्रैल में गर्मी का अहसास नहीं हुआ। मई का पहला सप्ताह भी ठंडा रहा। दूसरा पखवाड़ा लगते ही अब गर्मी अपना उग्र रूप लिए हुए है।
जनजीवन भीषण गर्मी के चपेटे में है। दोपहर होने से पहले ही शहर की प्रमुख सड़कों में आवाजाही सिमटने लगी है। वहीं दोपहर से पहले ही सड़कों में सन्नाटा पसरने लगा है। मई का दूसरा पखवाड़ा भीषण गर्मी के लिहाज से लोगों को परेशान कर रहा है। लोग अब गर्मी से बचने कई तरह के उपाय कर रहे हैं। घरों में एसी, कूलर और पंखे लगातार चल रहे हैं। गर्मी में पानी की खपत भी बढ़ी है। पानी की किल्लत को भीषण गर्मी ने बढ़ा दिया है। लोग गला तर करने के लिए ठंडे पेय पदार्थ और बर्फ को खानपान में शामिल कर चुके हैं। लस्सी और दूसरे कोल्ड्रिंग्स की खपत भी बाजार में बढ़ी है। साथ ही गर्मी के उपाय में टोपी-गमछे की मांग से ग्राहकी दुकानों में तेज हुई है।
उधर बिजली की बढ़ती खपत के साथ विद्युत विभाग को मेन्टेनेंस के लिए भी चौकस रहना पड़ रहा है। कहीं-कहीं बिजली गुल होने की नियमित समस्या आने से लोगों के पसीने छूट रहे हैं। बताया जा रहा है कि मौजूदा तापमान अगले एक-दो दिन तक यथास्थिति में रहेगा। उत्तर से आ रही गर्म हवाओं ने लू के हालात पैदा कर दिए हैं। गर्म हवाओं से लोगों के चेहरे झुलस रहे हैं। लोग घर से निकलने के लिए छाता और गमछे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जिले में अधिकतम तापमान 43 डिग्री पहुंच गया है। जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री है। यानी रात का तापमान भी बढ़ा हुआ है। हल्की हवाएं गर्म हवाओं में बदल चुकी है। एसी और कूलर के बीच लोग नींद फरमा रहे हैं। जबकि बिजली की घरेलू खपत बढऩे से मीटर भी तेजी से घूम रहे हैं। बिजली विभाग को भीषण गर्मी के चलते कमाई भी मिलेगी। इस बीच शहर में भीषण गर्मी की मार झेल रहे लोगों को पेयजल संकट की समस्या से भी दो-दो हाथ करने पड़ रहे हैं। नलों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोगों को निस्तारी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।