बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 जून। शनिवार को यहां जिला अस्पताल के मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य संस्था ( एमसीएच) उत्सव में डॉक्टरों ने एक गर्भवती का सुरक्षित प्रसव कराया। बच्चे का वजन साढ़े तीन किलो से ज्यादा होने के बावजूद डॉक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी कराई। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
बताया गया है कि शुक्रवार को भोपालपटनम ब्लॉक के तिमेड़ की रहने वाली गर्भवती महिला यशोदा को पेट में दर्द की शिकायत पर उसे यहां भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने जांच में बच्चे का वजन अधिक पाया गया। फिर भी डॉक्टरों ने करीबी निगरानी में सामान्य प्रसव के जरिए उसकी डिलीवरी कराने का फैसला किया।
साढ़े तीन किलो से ज्यादा वजन के बच्चे की नार्मल डिलीवरी से बच्चे के पिता और उनके परिवार यह जानकर खुश हैं कि इतने अधिक वजन के बावजूद सामान्य प्रसव कराया गया और प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा भी स्वस्थ है। उत्सव के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि वे नॉर्मल डिलीवरी के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। सिजेरियन डिलीवरी तभी की जाती है, जब नॉर्मल डिलीवरी मां या बच्चे के लिए सुरक्षित न हो।
उत्सव, जिला अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बताया है कि इस तरह के प्रसव निरंतर इलेक्ट्रॉनिक भ्रूण निगरानी के तहत किए जाते हैं। ताकि बच्चे की हृदय गति में किसी भी गड़बड़ी का जल्द से जल्द निदान किया जा सके और आवश्यक उपाय किए जा सकें। साथ ही जरूरत पडऩे पर ऑपरेशन थियेटर को हमेशा तैयार रखा जाता है।
डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि हाल के दिनों में जिला अस्पताल बीजापुर से गर्भवती माताओं के रेफर दर में भारी गिरावट आई है। यहां हाई रिस्क मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है।
कलेक्टर राजेंद्र कटारा के मार्गदर्शन व सिविल सर्जन डॉ. वाय के ध्रुव की देखरेख में जिला अस्पताल के बुनियादी ढांचे के तेजी से आधुनिकीकरण और उन्नयन और कुशल विशेषज्ञ डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति के कारण यह संभव हो पा रहा है।
सिजेरियन प्रसव को लेकर जहां पूरी दुनिया चिंतित है, वहीं ऐसी खबरें बीजापुर जिले के नागरिकों को सकारात्मक राहत देती है।