बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 जून। उधारी लेना सास-ससुर को महंगा पड़ गया। दस लाख नहीं लौटाने पर दामाद ने दोनों की हत्या कर दी और हत्या का सबूत मिटाने आरोपी ने ससुर की लाश को जंगल में ही जला दिया। ससुर के चश्मा, पहने कपड़े, मोबाइल के टुकड़े आदि बरामद किया गया।
पुलिस के अनुसार मृतिका लक्ष्मी बाई मानिकपुरी एवं गुमशुदा नेहरू दास मानिकपुरी निवासी कसडोल के संबंध में मृतिका की हत्या एवं गुमशुदा की पता तलाश के क्रम में आरोपी दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी (41 वर्ष) महामाया पारा कसडोल को पकडक़र पूछताछ की जा रही थी। आरोपी लगातार अपना बयान बदलते एवं मनगढ़ंत कहानी गढ़ते हुए पुलिस को गुमराह कर रहा था।
पुलिस द्वारा आरोपी से आज दिनांक
22 जून को कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने लक्ष्मी बाई मानिकपुरी (43 वर्ष) कसडोल की हत्या करना कबूल करते हुए बताया कि सास-ससुर को 5 लाख रूपए आरोपी के द्वारा दिया गया था तथा 5 लाख रूपए का वह स्वयं गारंटर बनकर दिलवाया था। इस प्रकार कुल 10 लाख आरोपी द्वारा अपने सास-ससुर को दिया गया था।
पैसा लेने के बाद सास-ससुर द्वारा दामाद का पैसा है नहीं देने पर भी वह क्या करेगा, यह बात दोनों सास-ससुर आपस में कर रहे थे। इस बात को कहते हुए आरोपी ने सुन लिया। आरोपी द्वारा अपना पैसा जो बर्तन धोकर एवं बहुत कठिनाई से पैसा एकत्रित किया हुआ है, वह पूरा 10 लाख रूपये डूब जाने की आशंका होने से आरोपी ने दोनों सास-ससुर की हत्या करने की योजना बनाई।
आरोपी ने 20 मई को अपने मोटर सायकल में सास लक्ष्मी बाई मानिकपुरी को पीछे बिठाकर हत्या करने के लिए बहकाकर कसडोल से सिद्धखोल जलप्रपात मोड़ के पास ले गया। वहां जाकर आरोपी द्वारा अपनी सास का मुंह दबाकर एवं पत्थर से मारकर हत्या कर शव को घसीटकर झाडिय़ों में छुपाकर घटना घटित कर दिया गया। हत्या से संबंधित घटना में प्रयुक्त पत्थर बरामद किया गया।
गुमशुदा नेहरू दास मानिकपुरी जो कि आरोपी का ससुर था उसे भी हत्या करने की योजना से 20 मईको हटौद चौक में सायकल छोडक़र अपनी मोटर सायकल में पीछे बैठाकर बहकाकर जड़ी बूटी लेने पचपेड़ी जंगल ले गया। वहां पर आरोपी द्वारा पूर्व नियोजित रणनीति के तहत ससुर नेहरू दास का गमछा से गला घोटकर हत्या कर, जलाकर घटना घटित कर दिया गया। घटना स्थल से मृतक नेहरू दास मानिकपुरी का जला हुआ चश्मा एवं कपड़े के टुकड़े, टूटे हुये मोबाईल के टुकड़े जब्त किया गया।
आरोपी ने पूछताछ पर अपने ससुर नेहरू दास मानिकपुरी की हत्या कर शव को जलाना बताया है, लेकिन मौका ए वारदात पर शव नहीं मिला है। शव नहीं मिलने से हत्या करने के लिये बहकाकर ले जाने व साक्ष्य छुपाने पाये जाने से देहाती नालसी लेकर अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की गिरफ्तारी की गई।
लक्ष्मीबाई मानिकपुरी की हत्या करना पाये जाने से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। घटना से संबंधित सीसीटीव्ही फुटेज साक्ष्य के रूप में जब्त किया गया है।