कोण्डागांव
केशकाल, 6 जुलाई। मानसून का मौसम आ गया है। शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में तेज आंधी तूफान और बारिश होने के कारण घंटों तक विद्युत व्यवस्था बंद रहती है। सोलर पैनल खराब होने के कारण बंद है। बिजली जाने से आम जनता को परेशानी तो होती ही है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
केशकाल विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अड़ेंगा व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनोरा में विद्युत व्यवस्था बदहाल है। दोनों ही प्रमुख अस्पताल हैं। जिन पर आसपास के दो दर्जन से अधिक गांव के लोग आश्रित हैं। बावजूद इसके अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था न होने के कारण बिजली गुल होने पर मरीजों को काफी परेशानी होती है। लेकिन इस ओर न तो संबंधित अधिकारियों ने ध्यान दिया है। न ही किसी जनप्रतिनिधि ने इस ओर पहल की है।
ज्ञात हो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अड़ेंगा सर्वसुविधायुक्त अस्पताल है। यहां भर्ती होने वाले मरीजों को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं। परिणामस्वरूप विगत दिनों राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता मापदण्ड करने वाली संस्था एनक्यूएएस द्वारा पीएचसी अड़ेंगा को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जा चुका है। इतनी उपलब्धि हासिल करने के बाद भी अड़ेंगा का यह अस्पताल एक जनरेटर का मोहताज है।
शिकायत के बाद भी अब तक नहीं सुधरा - बीएमओ
इस संबंध में केशकाल बीएमओ अमृतलाल ने बताया कि उप स्वास्थ्य केंद्रों में सोलर प्लेट भी लगाए गए हैं, जो कि कई दिनों से खराब होने के कारण बंद है। इसके सुधार हेतु हमने क्रेडा विभाग के अधिकारियों से पत्राचार व फ़ोन से सम्पर्क किया, लेकिन आज पर्यंत तक क्रेडा विभाग के किसी अधिकारी कर्मचारी ने संज्ञान नहीं लिया है। जिसके कारण बिजली गुल होने पर मरीज व अस्पताल स्टाफ अंधेरे में रहने को मजबूर हो जाते हैं।
इस बारे में क्रेडा विभाग के अधिकारी मनीष नेताम ने बताया कि आप लोगों के माध्यम से जानकारी मिला है। जांच कर तत्काल अस्पतालों में हो रही परेशानी को दूर करेंगे ।