कोण्डागांव

बाल लैंगिक शोषण के खिलाफ अर्पण संस्था का अभियान
07-Jul-2023 9:29 PM
बाल लैंगिक शोषण के खिलाफ अर्पण संस्था का अभियान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव,  7 जुलाई।
विकासखंड कोण्डागांव अंतर्गत बीआरसी कार्यालय में 3 से 15 जुलाई तक कुल 11 चरणों में बाल लैंगिक शोषण के खिलाफ प्रशिक्षण कार्यक्रम मुंबई स्थित अर्पण संस्था के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बाल लैंगिक शोषण को रोकना है।

राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला मिशन समन्वयक कोंडा गांव के निर्देशन में अर्पण संस्था परिषद प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शालाओं में व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने के लिए शिक्षकों की क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है इसका प्राथमिक उद्देश्य प्रमुख हित धारकों शिक्षक बाल लैंगिक शोषण के मुद्दे को संबोधित करने के लिए प्रसांगिक ज्ञान और कौशल के साथ प्रशिक्षित करना है।

इस प्रशिक्षण के साथ शिक्षक माता-पिता तथा वयस्क भागीदारों के लिए इस विषय पर जागरूकता सत्र आयोजित करेंगे तथा बच्चों को उनकी आयु अनुसार जानकारी देने में सक्षम होंगे। असुरक्षित परिस्थितियों का सामना करने के लिए बच्चों को प्रभावी ढंग से तैयार करेंगे। उन्हें उपयुक्त समर्थन देंगे। इस तरह इस अभियान से बच्चों के लिए एक सुरक्षित माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी। अर्पण एक पुरस्कार विजेता गैर सरकारी संस्था एनजीओ है यह मुंबई सहित विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्था होने के साथ ही भारत को बाल लैंगिक शोषण से मुक्त करने की दिशा में काम कर रही है। अर्पण भारत की सबसे बड़ी गैर सरकारी संस्थाएं जो बच्चों सहित वयस्कों के लिए बाल लैंगिक शोषण पर रोकथाम एवं हस्तक्षेप प्रशिक्षण सेवाएं उपलब्ध कराती हैं सन् 2007 से अर्पण के कार्यों का प्रभाव 20 लाख बच्चों और वयस्कों पर हुआ है अभियान के इस पांचवें चरण में कोण्डागांव जिले के माकड़ी, बड़ेराजपुर, फरसगांव, केशकाल और कोण्डागांव के शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया है। 

प्रशिक्षण में कोण्डागांव विकासखंड से लगभग 1100 शिक्षक शिक्षिकाएं प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के सम्मिलित होंगे।

बाल लैंगिक शोषण को रोकने के लिए रोकथाम कार्यक्रम व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा 6 से 16 वर्ष के बच्चों के लिए कहानी पर आधारित व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम ऑनलाइन ई-लर्निंग कोर्स का परिचय रोकथाम के पाठकों और जीवन कौशल पर आधारित जानकारी देकर बच्चों को सशक्त बनाने से तरीके पर प्रस्तुति दी जा रही है। बच्चे के खुलासे के मामले को कैसे संभाले खुलासे के प्रकार और बाल लैंगिक शोषण के मामले को संभालते समय शिक्षकों को किन कौशलों का इस्तेमाल करना चाहिए। इस पर नवीनतम जानकारी दी जा रही है। 

इस प्रशिक्षण को सुचारू ढंग से संचालित करने में विकासखंड स्रोत समन्वयक कोण्डा गांव रामलाल नेताम के अलावा अर्पण संस्था के अनुभवी प्रशिक्षक अमेय कोरगांवकर, सूरज साप्ले, आकाश हरी , रसिका सिराट, श्रद्धा जाटव, कोमल मधे, कुसुम नाईक, अनुष्का भट्ट ,आशा खडकर, जेफिना थामस, साइली जाटव, संतोष खरात,मिलिंद मुरुडक़र, शंकर गवास और दिवेश वाघ,मार्गदर्शन देंगे।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news