राजनांदगांव
2018 के विस चुनाव में जीतने वालों में रमन और देवव्रत बने गैर कांग्रेसी विधायक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 जुलाई। राजनांदगांव लोकसभा के 8 सीटों में कांग्रेस ने फोकस करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोकसभा के सभी सीटों पर 2018 के चुनावी परिणाम को दोहराने के लिए आला नेताओं के संग मंथन कर रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 8 में से कांग्रेस ने 6 सीटों में कब्जा लिया था। खैरागढ़ और राजनांदगांव विस में ही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। खैरागढ़ से देवव्रत ने जोगी कांग्रेस और रमन सिंह ने भाजपा से जीत हासिल की थी। राजनांदगांव लोकसभा में कवर्धा की 2 सीट, खैरागढ़ से 01, राजनांदगांव से 04 और मोहला-मानपुर से 01 सीट अधीन है।
कांग्रेस ने पिछले चुनाव में जिन सीटों में जीत का डंका बजाया था, वहां भाजपा प्रत्याशियों को बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस की निगाह सभी 8 सीटों पर है। कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए पार्टी में बैठकों का सिलसिला चल रहा है। राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री से लेकर प्रभारी शैलजा के अलावा संगठन के अन्य नेता कार्यकर्ताओं से सीधे रूबरू हो रहे हैं।
राजनांदगांव लोकसभा के 8 में से मोहला-मानपुर और कवर्धा तथा पंडरिया विधानसभा में आदिवासियों की बहुतायात है। वहीं खुज्जी, डोंगरगांव और खैरागढ़ में जातीय समीकरण के आधार पर संगठन कार्यकर्ताओं के जरिये दावेदारों की नब्ज टटोल रहा है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित एकमात्र डोंगरगढ़ विधानसभा की मौजूदा स्थिति पर सांगठनिक स्तर में बैठकें की जा रही है।
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने कसरत शुरू करते दावेदारों के अलावा मजबूत गैर कांग्रेसी चेहरों को भी परखना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की लहर में पिछली बार प्रत्याशियों की शानदार जीत हुई थी। सत्तासीन होने के कारण पार्टी के भीतर गुटीय लड़ाई चरम पर है। राजनांदगांव लोकसभा की मौजूदा राजनीतिक हालात से पार्टी नेतृत्व बेखबर नहीं है। यही कारण है कि प्रदेश के नेताओं को लोकसभा की सभी सीटों पर नजर जमाए रखने के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
लोकसभा की सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस कब्जा करने की तैयारी में है। भाजपा के 15 साल के कार्यकाल और मोदी की नाकाम नीतियों के दम पर सत्तारूढ़ कांग्रेस दोबारा सरकार बनाने के लिए आश्वस्त दिख रही है। राजनीतिक रूप से बेहद अहमियत रखने वाले राजनांदगांव लोकसभा की सभी विस सीटों पर चुनावी फतह हासिल करने कांग्रेस ने जोर लगाना शुरू कर दिया है।