कोण्डागांव
केशकाल में धरना, समझाइश पर माने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 1 अक्टूबर। केशकाल पुलिस द्वारा विगत 15 दिनों से विश्रामपुरी चौक में चेकपोस्ट लगाकर नारायणपुर की ट्रकों को केशकाल घाटी के रास्ते आवागमन करने से रोके जाने के विरोध में नारायणपुर ट्रक यूनियन संघ द्वारा रविवार को केशकाल में धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान एनएच 30 पर चंद घण्टों में सैकड़ों वाहनों की कतार लग गई। लगभग 2 घण्टे तक प्रशासन व पुलिस के साथ ट्रक मालिक संघ की गहमागहमी के बाद मामला शांत हुआ। प्रशासन ने आगामी 5 अक्टूबर तक नारायणपुर की ट्रकों को भी केशकाल घाटी से जाने की अनुमति दे दी है।
दो सप्ताह से नारायणपुर की सभी गाडिय़ों को केशकाल में कर रहे थे डायवर्ट
ज्ञात हो कि एनएच 30 केशकाल घाट एवं नगर से प्रतिदिन हजारों मालवाहक वाहन गुजरते है। बारिश का मौसम होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ऐसे में केशकाल पुलिस के द्वारा नारायणपुर से लौह अयस्क लेकर आने वाली सीजी 21 ट्रकों को घाटी के रास्ते से न होकर विश्रामपुरी-बोराई-धमतरी मार्ग की ओर डायवर्ट किया जा रहा था। इस मार्ग में अधिक दूरी तय करने कारण ट्रक मालिकों को आर्थिक नुकसान हो रहा था। इसके विरोध में रविवार को नारायणपुर ट्रक मालिक संघ ने दोपहर डेढ़ बजे से साढ़े तीन बजे तक एनएच 30 पर अपनी ट्रकों को सडक़ पर खड़ा कर दिया और विश्रामपुरी चौक में धरने पर बैठे रहे।
एसडीएम के समझाइश पर परिवहन संघ धरना से हटे
धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे केशकाल एसडीएम शंकरलाल सिन्हा व एसडीओपी भूपत सिंह के साथ ट्रक मालिक संघ की काफी देर तक गहमागहमी भी हुई। अंत में प्रशासन ने ट्रक मालिक संघ की बात मानी, और उन्हें केशकाल घाट से जाने की अनुमति दी।
5 अक्टूबर को 3 जिले के कलेक्टर और परिवहन संघ का कमिश्नर लेंगे बैठक
नारायणपुर ट्रक मालिक संघ के अध्यक्ष रतन दुबे ने बताया कि आगामी 5 अक्टूबर को कमिश्नर साहब के साथ हमारी बैठक होगी। जिसमें कोंडागांव, कांकेर व नारायणपुर कलेक्टर भी शामिल होंगे। अब वही स्पष्ट होगा कि आखिर हमारी ट्रकों को घाटी से क्यों जाने नहीं दिया जा रहा है। और नारायणपुर के ट्रक मालिकों के साथ प्रशासन ऐसा पक्षपात क्यों कर रही है। फिलहाल हमारी ट्रकों को केशकाल घाटी से होकर जाने की अनुमति मिल गई है।