बलौदा बाजार
कर्ज माफ हुआ तो इसकी राशि काटने के बाद भी किसानों के खाते में लौट आएगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार , 28 अक्टूबर। इस बार कांग्रेस ने एक बार फिर से सरकार आने पर कर्ज माफी का ऐलान कर दिया है किसानों को भरोसा है कि आने वाले कुछ दिनों में भाजपा भी कर्ज माफ माफी की घोषणा कर सकती हैै।
ऐसे में इस बार जिले के किसानों ने भी पिछले सालों से ज्यादा कर्ज ले लिया है साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी तो जिले के 69 हजार 6 किसानों का 231 करोड़ 6 लाख 32 हजार रूपये कर्ज माफ हुआ था इस बार जिले के 1 लाख 12 हजार 345 किसानों ने 440 करोड़ 51 लाख 78 हजार रुपए कर्ज लिया है जो पिछले वर्ष 2021-22 की तुलना में 57 करोड़ 65 लाख रुपए अधिक है खास बात यह है कि इस सालों के कर्ज लेने का यह आंकड़ा पिछले साल के आंकड़ों से काफी ज्यादा है। लेकिन यहां कई किसान इस बार घान देर से बेच सकते हैं।
समितियां में तैयारी लगभग पूरी है
इधर जिले की विभिन्न समितियां में धान खरीदी को लेकर जो चोर शोर से तैयारी चल रही है। मानक यंत्रों का सत्यापन हो चुका है। कैंप कवर बारदाना आदि मंगवाई जा रहे हैं। खरीदी केदो में सफाई बिजली आदि की व्यवस्था लगभग हो चुकी है। कर्मचारियों को भी मुस्तैद कर दिया गया है।
नई सरकार ने कर्ज माफ किया लाभ जरूर मिलेगा
संभावना यह बन रही है कि 1 नवंबर से होने वाली धान खरीदी में किसान अपना धान नहीं सरकार बनने के बाद ही समितियां में बेचने पहुंचेगी। क्योंकि अधिकांश किसान यही चाहते हैं कि उन्हें सरकार बनने से पहले अपना धान बेच दिया तो उन्हें कर्ज माफी का लाभ नहीं मिल पाएगा। और समितियां में धान बेचते समय उनके कर्ज की राशि काटकर ही बाकी राशि उनके खातों में जमा हो पाएगी। जबकि नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा का कहना है कि सरकार बनने से पहले अगर किसान धान बेचते भी हैं तो जो कर्ज की राशि उनको उनके खातों में काटी जाएगी। अगर ऋण माफी हुई तो उनकी राशि उनके खाते में जमा हो जाएगी। पिछली बार भी इसी तरह की प्रक्रिया अपनाई गई थी।