रायपुर
पुलिस की भूमिका रही संदिग्ध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 नवम्बर। कल मतदान के दिन भाजपा ने सूरजपुर से दुर्ग तक कल मतदान काफी अग्रेशन के साथ पूरे पोलिंग को संचालित किया। स्वयं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ठाकरे परिसर में पोलिंग कंट्रोल रूम बनाकर तैनात रहे। जहां विस, जिला और बूथ स्तर से मिल रही शिकायतों पर फौरी कार्रवाई की जाती रही । ये शिकायते केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों के जरिए दूर की गई।
डॉ.मांडविया के साथ सांसद संतोष पांडे, महामंत्री केदार कश्यप, महामंत्री पवन साय, दीपक म्हस्के,डॉ़ विजय शंकर पांडे, रजनीश शुक्ला भी मौजूद रहे। जहां से शिकायत मिलती ,डॉ.मांडविया तत्काल उस पर एक्शन करवाते। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि प्रशासन कार्रवाई नहीं करेगा तो वे स्वयं मौके पर जाएंगे। इसके लिए एक चॉपर भी स्टैंड बाय रखा गया है। वे परसो रात से ही सक्रिय रहे। पहली शिकायत उन्हें और नितिन नवीन को मिली कि सीतापुर में कांग्रेस प्रत्याशी के प्रभाव में तीन मंडल अध्यक्ष काम नहीं कर रहे और कार्यकर्ताओं को भी डराया-धमकाया जा रहा है। इस पर फोर्स भेजकर स्थिति को नियंत्रित किया। इधर राजधानी के पश्चिम विस क्षेत्र के छोटा अशोक नगर बूथ से भी शिकायत मिली। जहां ईवीएम सीलिंग की पर्ची देने में देरी को लेकर पूर्व पार्षद पति,वर्तमान पार्षद पति और समर्थक तनाव बढ़ा रहे थे। इस सूचना पर फिर फोर्स के डेढ़ दर्जन जवानो ने दौड़ा दौड़ाकर पिटाई की। इसी तरह से रायपुर ग्रामीण के उरला क्षेत्र में रात 10.30 बजे प्रत्याशी मोतीलाल लाल साहू को ईवीएम के लिए धरने पर बैठना पड़ा। दरअसल मतदान के बाद सील्ड ईवीएम रात तक स्ट्रांग रूम न भेजकर उरला थाने में रखी गई थी। और कांग्रेसियों की थाने के भीतर आमदरफ्त की छूट दी गई थी। और भाजपाइयों को रोका जाता रहा। सूचना पर पहुंचे मोतीलाल साहू थाने के सामने धरने पर बैठ गए ।
नियंत्रण कक्ष कि सूचना पर पहुंची फोर्स ने लाठी चार्ज किया ।इसमे दोनो पक्षों के लोगों को चोटें आईं।इधर भाजपा से मिली जानकारी पर कलेक्टर, एसपी ने ईवीएम को थाने से निकलवाकर सेजबहार में जमा करवाया।
उसके बाद मोतीलाल ने धरना खत्म किया।अंबिकापुर में तो सत्तापक्ष ने लठैतो, रिवाल्वरधारियों की मदद ली। तो फोर्स उनपर भी भारी पड़ी। यह नियंत्रण कक्ष अंतिम ईवीएम स्ट्रांग रूम में जमा होने तक सक्रिय रहा। हालांकि डॉ.मांडविया शाम की फ्लाइट से दिल्ली लौटे।