रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 नवंबर। आचार्य श्रीयुत पं. आचार्य युवराज पाण्डेय ने कहा कि शिव महापुराण की पुस्तक (किताब) की भी पूजा कर ले, तो सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसी तरह शिव मंदिर के सामने खड़े होकर हर-हर महादेव बोलने से भी भगवान भोलेनाथ तक भक्त की आवाज पहुंच जाती है।आचार्य श्री पाण्डेय ने श्रोताओं को शिव महापुराण कथा के श्रवण के नियम की जानकारी देते हुए कहा कि जब तक कथा का विश्राम न हो जाए, उठना नहीं चालिए, कथा के दौरान ओम नम: शिवाय का मन में स्मरण करना चाहिए, शरीर और मन दोनों कथा में लगाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि अपनी सुविधा के लिए धर्म के साथ छेड़छाड़ उचित नहीं है।
उल्लेखनीय हैं कि राजधानी के आदर्श नगर मोवा स्थित महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड क्रमांक 10 करिश्मा अपार्टमेंट के पीछे संगीतमय शिव महापुराण कथा प्रारंभ हुआ।
उन्होंने शिव महापुराण के श्रोताओं के साथ-साथ जजमान व आचार्य के लिए भी बनाए नियमों की जानकारी दी, इसके बाद शिव महापुराण के प्रथम अध्याय की महिमा का वर्णन किया और चंचुला व बिंदक के जीवन पर शिव महापुराण के महिमा का प्रकाश डालते हुए भव्य आरती के साथ कथा का समापन कराया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरूष मौजूद रहे, कथा के दौरान भजन-कीर्तन और आखिरी में आरती में श्रद्धालु भावविभोर हो गए। इसके बाद प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। गुरुवार को कथा दोपहर 1 बजे प्रारंभ होगी। शिव महापुराण कथा के आयोजन में आदर्शनगर मोवा के नागरिक पूरे तन्मयता के साथ जुटे हुए हैं।