बीजापुर
कमांडर नागेश की मौत के बाद लिया फैसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 दिसंबर। नक्सलियों ने मुखबिरी के शक पर दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है। मामला 25 नवंबर का है। पश्चिम डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
नक्सलियों ने कहा है कि प्रतिक्रान्तिकारी सुरजकूण्ड योजना के अंतर्गत केन्द्र राज्य सरकारें व पुलिस वालों ने पार्टी जन आंदोलन को निर्मूलन करने के उद्देश्य से बीजापुर जिले के अंतर्गत मद्देड़ नेशनल पार्क एरिया व अन्य इलाको में कोवर्ट मुखबिर जाल का निर्माण किया गया है। इसका उद्देश्य- सीसी, एसजेडसी, डीवीसी पार्टी के कार्यकर्ता व क्रानितकारी जनता को निर्मूलन करना है।
नक्सलियों ने कहा कि मुखबिर जाल को निर्माण करने की मुख्य भूमिका बीजापुर एसपी, और बस्तर आईजी की है। कोवर्ट तथा मुखबिर के तौर बनाकर गाँव में ही गुप्त रुप में मुखबिर को रखा जा रहा है। गुजाकुन्टा गांव का निवासी कुंजाम चैनू 2009 पार्टी में भर्ती होकर 2 पीएल सदस्य के रूप में काम कर रहा था, 2018 में पीपीसी सदस्य का प्रमोशन दिया गया था। 2019 को एक महिला के साथ अनैतिक गलती करने के कारण से पार्टी से निलंबित किये थे, उसके बाद 2019 में घर गया था, कुछ दिन के बाद सन 2020 में मिलिशिया में भर्ती होकर काम करते-करते कमजोर हो कर तोयनार मद्देड़ थाना प्रभारियों एवं बीजापुर एसपी के सम्पर्क में रहकर मुखबिर जाल को मजबूत करते हुए, हमारे दस्ता का समाचार हमेशा पहुंचाता था।
इस मुखबिर जाल का खोजबीन करने के दौरान मोरमेड़ पंचायत ग्राम गुज्जाकुन्टा के कुंजाम चैनू मांझी नक्सली, अंगमपल्ली ग्राम पंचायत के गांव कोरंजेड़ एचाम राजेश पार्टी सदस्य, तमलापल्ली पंचायत ग्राम कचलाराम कारटम ऊँगा पंचायत सीएनएम कमेटी सदस्य मिच्चा नागेश, गोटाकिरण, गांव बन्देपारा मिच्चा नागा, कोवर्ट मुखबिर बनकर काम करने का साबूत मिला हैं। वे लोग विगत दो सालों से पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा कर भाग जाने की लक्ष्य में काम करता था। इनको पुलिस वालों ने लालच दिखा कर सरेण्डर चैनू के मध्यम से कोवर्ट, मुखबिर बना लिया था।
चैनू भी पहले से पुलिस वालो को गुप्त रुप में सरेण्डर होकर कोवर्ट के रूप में काम करता था। कुछ महिने पहले खुल्लासा होने का देखते हुए भाग कर पुलिस में मिला है। इनके सूचना आधार पर ही 17 अक्टूबर सुबह 6 बजे कोरंजेड़ बन्देपारा जंगल में हुए मुठभेड़ में पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी सदस्य मददेड़ एरिया प्रभारी कामरेड नागेश शहीद हुए है। इस वजह से 25 नवम्बर 2023 को जन अदालत में लगाकर एचाम राजेश, करटाम ऊँगा को मौत की सजा दिया गया और तीन लोगों को समझाकर छोड़े हैं।