बीजापुर
जवाब में विधायक विक्रम ने सत्ता में अहंकारी होने का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 दिसंबर। युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह के बाद अब पूर्व मंत्री व बीजापुर से भाजपा प्रत्याशी रहे महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में एजेंट की भूमिका में काम करने का आरोप गागड़ा पहले ही लगा चुके हैं। अब सोशल प्लेटफॉर्म एक्स के अलावा फेसबुक पर गागड़ा ने कलेक्टर को कांग्रेसी कलेक्टर बताते फोटो पोस्ट करते अधीनस्थ अफसर कर्मियों को कलेक्टर के कमीशनखोरी में हिस्सा न बनने की नसीहत दी है।
गागड़ा ने सबसे पहले सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि बीजापुर कलेक्टर द्वारा अपने चहेते सप्लायर और ठेकेदारों को मनमाने चेक दिया जा रहा है, जबकि पहले ही चेताया गया था, कमीशन का भूत उतरा नहीं, जिसको लेकर मुख्य सचिव को अवगत कराया एवं तत्काल रोकने कहा गया है।
अपने इस पोस्ट के कुछ घंटों बाद गागड़ा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर विधायक विक्रम के साथ कलेक्टर की एक पुरानी तस्वीर को साझा करते लिखा कि राजेंद्र कटारा- कांग्रेसी कलेक्टर द्वारा विधायक के साथ हुए अपने पार्टनरशिप का पुराना हिसाब-किताब किया जा रहा है। बीजापुर जिले के अधिकारी ध्यान रखें कि फाइल तो यहीं रहनी है, इनके पार्टनरशिप का हिस्सा ना बनें। कांग्रेसी कलेक्टर के समय हुए सभी स्वीकृति और भुगतान की जांच करवाई जाएगी।
पूर्व मंत्री का सोशल प्लेटफॉर्म पर ये पोस्ट पूरे दिन बीजापुर में चर्चा का विषय रहा. चूंकि विस चुनाव से पूर्व कांग्रेस से निष्कासित युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह कलेक्टर कटारा और विधायक के बीच डीएमएफ व अन्य सरकारी मदों, निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी का आरोप लगाते रहे हैं।
गौरतलब है कि चुनाव परिणाम घोषित होने के 24 घंटे के भीतर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा और पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय पर कांग्रेस एजेंट के रूप में विधायक विक्रम के पक्ष में मतदान और मतगणना कराने के गंभीर आरोप लगाए थे। विशेषकर कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर जनादेश को कुचलने का आरोप लगाया है।
गागड़ा पहले ही कड़ी चेतावनी दे चुके हैं कि बीजापुर में पिछले पांच सालों में कलेक्टर के मार्फत डीएमएफ समेत अन्य मदों में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, सबकी जांच कराई जाएगी. जहां भी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है, जिम्मेदार अफसर-कर्मी कतई बख्शे नहीं जाएंगे।
वहीं दूसरी ओर गागड़ा का पोस्ट वायरल होने के कुछ देर बाद ही विधायक विक्रम ने फेसबुक पर जबाबी पोस्ट करते गागड़ा पर सत्तासीन होते अहंकार में अफसर कर्मियों को डराने का आरोप लगाया है। बहरहाल प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद बीजापुर विस में कलेक्टर-विधायक के संबंधों को लेकर भाजपा की तरफ से जो आरोप लगाए जा रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है।