राजनांदगांव

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य बहुविषयकता और समग्र शिक्षा है - शैलेन्द्र
11-Jan-2024 4:00 PM
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य बहुविषयकता और समग्र शिक्षा है - शैलेन्द्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 जनवरी।
शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर के मार्गदर्शन में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विस्तार गतिविधि हेतु ठाकुर प्यारेलाल सिंह उच्चत्तर माध्यमिक शाला में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य बहुविषयक और समग्र शिक्षा है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत 1 वर्ष के बाद प्रमाण पत्र, 2 वर्ष बाद एडवांस डिप्लोमा, 3 वर्ष बाद स्नातक की डिग्री तथा 4 वर्षों के बाद शोध के साथ स्नातक डिग्री प्रदान की जाएगी। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत कला विज्ञान का व्यावसायिक और शैििक्षणक कार्यक्रमों के नीचे कोई औपचारिक अंतर नहीं होगा। विद्यार्थी अपनी इच्छा के अनुरूप विषयों का चुनाव कर सकते हैं। विज्ञान का विद्यार्थी भी इतिहास विषय को जीई विषय के रूप में चुन सकती है। इंटर्रशिप को व्यवसायिक शिक्षा में शामिल करने पर भी जोर दिया जा रहा है।

विस्तार गतिविधि के अंतर्गत प्रो. हिरेन्द्र बहादुर ठाकुर द्वारा इतिहास अध्ययन के उद्देश्य पर भी प्रकाश डाला गया तथा बताया गया कि इतिहास से बुद्धिमतापूर्ण देशभक्ति विकसित करना, मानव सभ्यता के क्रमिक विकास का अध्ययन, प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति से वर्तमान पीढ़ी को अवगत करना है। प्यारेलाल स्कूल के प्राचार्य भूषण साव ने इस कार्य की प्रशंसा की तथा कहा कि इससे विद्यार्थी लाभान्वित होंगे और जब वे उच्च शिक्षा प्राप्त करने जाएंगे  तो वे नई शिक्षा नीति के सभी पहलुओं से परिचित होंगे। इस अवसर पर एमए के विद्यार्थियों ने विद्यार्थियों से प्रश्न पूछे तथा सही जवाब देने पर उन्हें पुरस्कृत किया।

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