गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 13 फरवरी। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने प्रत्येक सोमवार को आयोजित होने वाले समय-सीमा की समीक्षा बैठक में जिले के सभी अधिकारियों की बैठक लेकर विभाग के पूर्ण-अपूर्ण, निर्माणाधीन, प्रगतिरत कार्यो की समीक्षा करते हुए विभागीय कार्यो में गति लाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य शासन की योजनाओं को प्राथमिकता के साथ समय - सीमा पर पूरा करें और पात्र हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं से अधिक से अधिक लाभान्वित करें। उन्होंने पीएम जनमन योजना के अंतर्गत कमजोर जनजाति समूहों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सडक़, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन करें।
जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों के लोगों को लाभ दिलाने हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत प्राथमिकता के साथ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित एवं पात्र सभी हितग्राहियों को लाभान्वित करें। उन्होंने सभी पात्र व्यक्तियों का आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास, जाति प्रमाण पत्र, जनधन खाता, राशन कार्ड, जल जीवन मिशन के तहत सभी घरों में पेयजल उपलब्ध कराने, कनेक्टिवीटी बढ़ाने के लिए टॉवर लगाकर संचार सुविधा उपलब्ध कराने, सोलर लाइट लगाने, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत पात्र व्यक्तियों का चिन्हांकित कर उन्हें लाभान्वित करने, कमार बस्तियों में मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार करने, आंगनबाड़ी केन्द्रों में रनिंग वॉटर, विद्युत, पंखा, किचन - गार्डन बनाने के निर्देश दिये गए।
कलेक्टर ने कहा कि पीएम जनमन योजना का उद्देश्य कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी), परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाकर उनकी सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में सुधार लाएं। कमजोर जनजाति समूहों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सडक़, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन करें। विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के वंचित लोगों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, मुद्रा योजना, मातृत्व वंदन योजना, स्वनिधि, राशन कार्ड, जनधन खाता, केसीसी, जाति प्रमाण पत्र, वन अधिकार पत्र, जॉब कार्ड सहित अन्य योजनाओं से लाभान्वित करें। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण के रूप में बीपी, शुगर, आंख, एनीमिया, हिमोग्लोबिन, खून की जांच कर आवश्यक परामर्श एवं दवाइयां भी प्रदान करें।