बलौदा बाजार
बलौदाबाजार में 3 लाख से ज्यादा महिलाओं ने किया आवेदन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार,2 मार्च। महतारी वंदन योजना का लाभ लेने के लिए जिले भर के महिलाओं को बेसब्री से इंतजार है। लेकिन इसके लिए महिलाओं को खासी परेशानी भी उठानी पड़ रही है। योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को बैंक के चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसके बावजूद उनका काम नहीं हो रहा है। इन दिनों बैंकों के डीबीटी करवाने के लिए महिलाएं बैंक आ रही हैं।
बैंक पहुंची शहर की अमरौतिन ध्रुव, सरोज साहू, पूर्णिमा यादव, यशोदा साहू, दुर्गेश्वरी वर्मा, देवकी कुर्रे ने बताया कि एबीटी सक्रिय करने के लिए वे कई बार बैंक के डॉक्यूमेंट जमा कर चुकी है। इसके बावजूद योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं का डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) सक्रिय नहीं किया गया है।
अब महिलाओं को फोन पर मैसेज से पता चल रहा कि उनका डीबीटी सक्रिय नहीं है। जिसके चलते उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यहां मैसेज मिलने बाद अब डीबीटी करवाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं बैंक के चक्कर लगा रही है।
महिलाओं का कहना है कि वे घर के काम छोडक़र भीषण गर्मी में पैदल जाकर बैंक पहुंचीं, जहां घंटों लाइन में लगने के बाद उन्हें एक नहीं बल्कि कई बार अपने डॉक्यूमेंट जमा कर दिए, उसके बाद उनका डीबीटी बैंक द्वारा सक्रिय नहीं किया गया। पहले इसके बारे में कुछ बताया भी नहीं गया था।
312 का निराकरण, 192 पेंडिंग
महतारी वंदन योजना के तहत 21 से 25 फरवरी के बीच 5 दिनों में जिले भर से 504 आवेदन आपत्ति पहुंची है। अब तक 312 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है, वहीं 192 प्रकरण पेंडिंग है। अधिकांश महिलाओं ने अपने ही जमा फॉर्म को लेकर दवा पट्टी की है। जिसमें पिता या पति का नाम गलत होने मात्रा या स्पेलिंग मिस्टेक आधार एवं खाता नंबर गलत भरने जैसे प्रकरण है निराकरण किया जा रहा है।
पर्यवेक्षकों ने आवेदनों का सत्यापन किया
योजना के तहत फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 20 फरवरी शाम 6 बजे तक जिले में 3 लाख 31 हजार 236 महिलाओं द्वारा फॉर्म जमा किया गया था। अंतिम तिथि 20 फरवरी को एक ही दिन में जिले भर में कुल 6 हजार महिलाओं ने आवेदन जमा किया था। पर्यवेक्षकों ने 3 लाख 30 हजार 907 आवेदन सत्यापित किए थे।
बैंक में हो रही परेशानी
इसके लिए महिलाओं द्वारा योजना का फॉर्म भरने के बाद अपने बैंक अकाउंट का केवाईसी करने के लिए जदोजहद कर रहे हैं। बैंक अकाउंट के केवाईसी समय पर हो इसके लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपना काम छोड़ कर आ रही। कई महिलाएं तो दूध मुहे बच्चों को लेकर लाइन में खड़ी है। लेकिन बैंक कर्मचारियों की लापरवाही और इंटरनेट की खराबी के चलते इनका काम नहीं हो पा रहा है।इसके कारण इन महिलाओं को दोबारा बैंक का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
वंचितों को दूसरे चरण में मौका
ऐसी महिलाएं जो दस्तावेजों की कमी या किसी कारणवश इस योजना में फॉर्म जमा नहीं कर सकी, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। यह योजना आगे भी चलती रहेगी और उन्हें योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इसकी घोषणा की थी। दूसरे चरण में आवेदन करेंगे।
फार्म सुधार करने दी जा रही सूचना
महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी टिक्वेन्द्र जटवार ने बताया कि सत्यापन के दौरान जिन महिलाओं के बैंक खाते अपडेट नहीं मिले या बैंक खाते से आधार लिंक नहीं मिला ऐसी महिलाओं को बैंक खाते अपडेट करने एवं खाते से आधार लिंक करने फोन पर मोबाइल पर मैसेज कर करने की सूचना दी गई।