बीजापुर
बीजापुर, 13 मार्च। रमज़ान शुरू होते ही नगर के जामा मस्जिद में रौनक दिखने लगी है। मंगलवार को रमज़ान उल मुबारक के पाक महीने का आगाज हो गया है। मंगलवार को रमज़ान का पहला रोज़ा रख मुस्लिमों ने पांचों वक्त की नमाज अदा की व रात में तरावीह की नमाज अदा की गई। पहले रोजे के दिन सहरी का वक्त सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर था। वहीं इफ्तार का वक्त शाम 6 बजकर 19 मिनट पर रहा। बुधवार को दूसरा रोज़ा पूरा हुआ। बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी रोज़ा रख रहे हैं। पहला रोज़ा 13 घण्टे 24 मिनट का रहा। वहीं दूसरा रोज़ा 13 घण्टे 25 मिनट का रहा।
बीजापुर अंजुमन इस्लामियां कमेटी के सेकेट्री एजाज खान व खजांची शेख फारुख ने बताया कि रमज़ान के रोजे मुस्लिमो पर फर्ज किये गये हैं। रोज़ा अल्लाह को राज़ी करने के लिए रखा जाता हैं। रोज़ा भूखे प्यासे रहने का नाम नहीं, बल्कि रोज़ा बुराइयों से बचाकर नेकियों की तरफ ले जाना का नाम है।
एजाज व फारुख ने आगे बताया कि रमज़ान में तरावीह की नमाज में कुरआन सुनाने उत्तरप्रदेश के वाराणसी से हाफिज शाहनवाज कादरी साहब यहां आए हुए हैं, जो अपनी बेहतरीन आवाज से कुरआन सुना रहे हैं। उन्होंने दो दिन में 3 पारे मुक्कमल कर लिए हैं।
रमज़ान के पूरे महीने के लिए कमेटी की तरह से सारे जरूरी इंतेजाम कर लिए गए हैं। रमज़ान के आने से जहां बड़े बुजुर्ग व युवाओं में इबादत को लेकर खासा उत्साह है, वहीं बच्चे भी रमज़ान की आमद से बेहद खुश हैं। बुधवार को भी मस्जिद में खासी भीड़ रही।