बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 18 मार्च। आश्रम शालाओं एवं पोटाकेबिनों में अधीक्षकों को हटाए जाने को लेकर शिक्षा व्यवस्था फिर विवादों के घेरे में है।
आचार संहिता लगने की हड़बड़ी में 14 मार्च की तारीख पर पोटाकेबिन अधीक्षकों के आदेश आचार संहिता लगने के चंद घंटे पहले निकले गए। आदेश को लेकर राजनीति गरमा गई है।
जिन अधीक्षकों को हटाया गया है, उनकी जगह किसी और अधीक्षक की पोस्टिंग नहीं की गई है। एकतरफा आश्रमों और स्कूलों से शिक्षक हटाए गए हैं। एकल शिक्षक वाले स्कूलों से जिन्हें दूसरे जगह भेजा गया है, वह स्कूल खाली हो जाएंगे।
कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश में जहां एक ओर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है और दूसरी ओर स्कूली बच्चों की परीक्षाएं हो रही है, ऐसे समय में जिले में लगातार कर्मचारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग हो रही है।
विक्रम मंडावी ने कहा कि पूर्व विधायक महेश गागड़ा जब से चुनाव हारे हैं, तब से जिले में बदले की भावना से काम कर रहे हैं और जिले के कर्मचारियों को प्रताडि़त कर रहे हंै।
उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के परीक्षाओं के बीच कर्मचारियों की हो रही स्थानांतरण मामले को लेकर भारत निर्वाचन आयोग में शिकायत की जाएगी। इस मामले के पहले महीने भर की घटनाओं को देखे तो पोटाकेबिनों की हालत बहुत ही खराब है। महीने भर में तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं, इसको देखकर भी अधिकारी संभले नहीं है, ऐसा लगता है कि बच्चो के साथ उनका कोई सरोकार नहीं है।
एकल शिक्षक को बनाया
गया अधीक्षक
जिले के कई स्कूलों में एकल शिक्षक पदस्थ है। गुरुवार की तारीख में निकाले गए पोटाकेबिनों के अधीक्षकों में प्राथमिक शाला चिन्नामटुर की प्रधान अध्यापिका जो एकल शिक्षक है, उन्हें तारलागुड़ा पोटाकेबिन की अधीक्षिका का प्रभार देने का आदेश जारी किया गया और न ही वहां कोई दूसरे शिक्षक की पदस्थापना की गई है, ऐसे में वहाँ संस्था छोडक़र कैसे जाएगी ?
सौदेबाजी कर तीन साल बाद दुबारा उसी पोटाकेबिन में अधीक्षिकाओं का हुआ आदेश
2019 में हटाये गए तारलागुड़ा और भोपालपटनम की अधीक्षिका को दुबारा उसी पोटाकेबिन की अधीक्षिका बनने का आदेश जारी किया गया है। भाजपा की सरकार में बने अधीक्षिकों को कांग्रेस सरकार में तत्कालीन कलेक्टर ने हटाया था, अब भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हीं को उसी संस्था में अधीक्षक बनाये जाने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानांतरण के साथ ही भारमुक्त का जारी हुए आदेश
पोटाकेबिनों के अधीक्षक- हनुमंत मोरला को पामेड़, कृष्णकुमारी पुप्पल को भोपालपटनम, रघुनंदन मौर्य को माटवाड़ा, यशदेव कश्यप को भटवाड़ा, ओरसा अर्जुन को केशकुतुल, चुन्नीलाल गागड़ा को पिनकोंडा, अरविंद कुपाल को बंडलापाल, पंकज बघेल को मिरतूर, विजयलक्ष्मी दानम को गंगालूर और जयम्मा कोरम को तारलागुड़ा पोटाकेबिन का अधीक्षक बनाया गया है।
आश्रम शालाओं के अधीक्षक
जारी आदेश में बालक आश्रम मुकाबेली, फरसेगढ़, अम्बेली, गुदमा, बेदरे, भट्टीगुड़ा, पोलमपल्ली, चेरामंगी, प्री मैट्रिक छात्रावास भोपालपटनम और बालक आश्रम सतवा के अधीक्षक को हटाकर उन्हें दूसरी जगह भेजा गया है, साथ ही उन्हें स्थानांतरण के साथ ही भारमुक्त भी किया गया है।